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मुजफ्फरनगर: नहर के पानी में दफन हैं अभी भी कई राज

ग्रामीणों की कोशिश और जिद का ही आलम था कि घटना के पांचवे दिन गंगनहर में फेंका गया एक ट्रैक्टर बाहर निकाला गया। ट्रैक्टर के टायर को धारदार हथियार से काटकर गंगनहर में फेंका गया था। अभी और भी ट्रैक्टर को आसपास के गांव के लोग ढूंढ रहे हैं।

By Edited By: Published: Fri, 13 Sep 2013 10:41 AM (IST)Updated: Fri, 13 Sep 2013 10:56 AM (IST)

मुजफ्फरनगर। ग्रामीणों की कोशिश और जिद का ही आलम था कि घटना के पांचवे दिन गंगनहर में फेंका गया एक ट्रैक्टर बाहर निकाला गया। ट्रैक्टर के टायर को धारदार हथियार से काटकर गंगनहर में फेंका गया था। अभी और भी ट्रैक्टर को आसपास के गांव के लोग ढूंढ रहे हैं।

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गंगनहर में ट्रैक्टर फेंके जाने की शिकायत रविवार से ही ग्रामीण पुलिस-प्रशासन के पास कर रहे थे। उनकी शिकायत के बावजूद न पुलिस और न ही प्रशासन ने कोई प्रयास किया। लेकिन बसेड़ा गांववालों ने प्रयास जारी रखा। प्रयास के तहत ही उन्हें जौली के निकट गंगनहर में गुरुवार को एक ट्रैक्टर मिला। निकाला गया तो पता चला कि वह ट्रैक्टर बहेड़ा गांव के किसी और का है। ऐसे में लोगों का गुस्सा और बढ़ गया।

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महापंचायत के दिन से ही अपने गुमशुदा चाचा की तलाश में भोपा थाना पहुंचे ओंकार सिंह ने कहा कि उन सभी ने बार-बार प्रशासन और पुलिस से मांग की है कि वे नहर को एक बार के लिए सुखाएं। नहर सूखने पर ही दूध का दूध और पानी का पानी होगा। लोगों ने आरोप लगाया कि नहर में और भी ट्रैक्टर, मोटरसाइकिल और दबी लाशें मिल सकती हैं। अब तक जौली गांव के पास से ही कुल 18 ट्रैक्टर जले और डूबे अवस्था में मिले हैं।

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