यात्रियों की जेब पर भारी पड़ रहीं प्रीमियम ट्रेन
प्रीमियम ट्रेन यात्रियों की जेब पर भारी पड़ रही हैं। डायनेमिक फेयर प्रणाली पर आधारित इन ट्रेनों से सफर करने वाले यात्रियों की जेब पर कब और कितना असर पड़े यह तय नहीं हो पा रहा है। मजबूरी में परिवार के साथ सफर करने वाला यात्री मेल/एक्सप्रेस ट्रेन में प्रतीक्षा सूची का टिकट लेकर सफर करने को विवश है।
लखनऊ [अंशू दीक्षित]। प्रीमियम ट्रेन यात्रियों की जेब पर भारी पड़ रही हैं। डायनेमिक फेयर प्रणाली पर आधारित इन ट्रेनों से सफर करने वाले यात्रियों की जेब पर कब और कितना असर पड़े यह तय नहीं हो पा रहा है। मजबूरी में परिवार के साथ सफर करने वाला यात्री मेल/एक्सप्रेस ट्रेन में प्रतीक्षा सूची का टिकट लेकर सफर करने को विवश है।
रेलवे भी जितनी ट्रेन स्पेशल के रूप में चला रहा है उनमें नब्बे फीसद से अधिक प्रीमियम हैं। यानी जैसे-जैसे सीटें भरती जाएंगी उसी अनुपात में ट्रेन का किराया भी बढ़ता जाएगा। हालात यह है कि रेलवे एक महीने में अभी तक नौ प्रीमियम ट्रेन घोषित कर चुका है। इसकी तुलना में एक भी सामान्य स्पेशल ट्रेन नहीं घोषित हुई है। यानी रेलवे शुद्ध रूप से यात्रियों से कमाने पर उतर आया है।
पूजा स्पेशल, दीपावली स्पेशल के नाम पर चलाई जा रही यह प्रीमियम ट्रेनें आम यात्रियों के त्योहार को फीका करने का काम भी कर रही है। अगर यात्री अपने परिवार [चार सदस्य] के साथ लखनऊ से दिल्ली के बीच स्लीपर में सफर करना चाहता है और एक दिन टिकट कराने में चूक जाता है तो अपने घर आने-जाने में तीन हजार से अधिक रुपये खर्च करने पड़ सकते हैं। 2014 से पहले रेलवे, पूजा स्पेशल के नाम पर सिर्फ सामान्य स्पेशल ट्रेनें चलाता था, इससे यात्रियों को अपने घर तक कम बजट में पहुंचने की सहूलियत मिलती थी। प्रीमियम ट्रेनें रेलवे की सेहत जरूर सुधार रही हैं, लेकिन यात्रियों का बजट बिगाड़ रही हैं।
रेलवे चंद दिनों में दिल्ली-आनंद विहार, नई दिल्ली के बीच सात प्रीमियम ट्रेनें चलाने जा रहा है। इसी तरह मुंबई व उधमपुर के लिए एक-एक प्रीमियम ट्रेन चलायी गयी है। इन ट्रेन में यात्रियों ने शुरू के टिकट तो खरीदे, लेकिन बढ़ते किराए के बाद टिकट खरीदना बंद कर दिया। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक प्रीमियम ट्रेन उन्हें राजस्व की तुलना में दो ट्रेनों का लाभ देती है। ऐसे में उनके लिए प्रीमियम ट्रेन राजस्व बढ़ाने का बढि़या विकल्प साबित हो रही हैं। इस प्रयोग को रेलवे दीपावली तक जारी रखने पर विचार कर रहा है।
प्रीमियम ट्रेन का टिकट ऑनलाइन
अगर आपने अभी तक प्रीमियम ट्रेन का टिकट नहीं बनवाया है तो जान लीजिए इसका टिकट आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर आनलाइन ही बनता है या फिर यात्री एजेंट की मदद से टिकट निकलवा सकते हैं। प्रीमियम ट्रेन का टिकट आरक्षण केंद्रों से नहीं बनते। इसके अलावा सामान्य ट्रेनों में आरक्षण की सुविधा साठ दिन पहले होती है। प्रीमियम ट्रेन का आरक्षण 15 दिन पहले खुलता है।
हवाई यात्रा को टक्कर दे रही हैं प्रीमियम ट्रेन
प्रीमियम ट्रेनों का किराया हवाई यात्र का टक्कर दे रहा है। लखनऊ से नई दिल्ली की प्रीमियम में सफर करने वाले यात्री को थर्ड एसी का किराया साढ़े तीन हजार से अधिक चुकाना पड़ रहा है। जबकि सामान्य दिनों में विमान का दिल्ली तक का किराया लगभग साढ़े चार हजार तक होता है।
जल्द ही चलेंगी सामान्य मेल-एक्सप्रेस भी
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी उत्तर रेलवे नीरज शर्मा ने बताया कि रेल प्रशासन प्रीमियम ट्रेन के साथ जल्द ही सामान्य मेल एक्सप्रेस का भी संचालन करेगा। दीपावली से पहले ट्रेनों में प्रतीक्षा सूची देखकर इस पर निर्णय किया जाना है।
प्रीमियम ट्रेन घोषित मेल/एक्सप्रेस
दरभंगा-दिल्ली 04409/04410
गोरखपुर-आनंद विहार टर्मिनल 02527/02528
कामाख्या-दिल्ली 02503/02504
बरौनी से नई दिल्ली 04411/04412
लखनऊ से नई दिल्ली 04933/04934
बांद्रा टर्मिनस-लखनऊ जंक्शन 09013
गोरखपुर-एलटीटी 02017/02018
गोरखपुर-उधमपुर 02529/02530
सूरत-छपरा 09051/09052
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