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    दिल्ली में इमारत गिरी, तीन की मौत

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    Updated: Mon, 02 Jun 2014 08:11 AM (IST)

    सदर बाजार में पुराने मकान की नींव पर अवैध रूप से बनाई जा रही तीन मंजिला इमारत की दो मंजिले भरभराकर गिर गई। इमारत के मलबे में दबने से बदायूं निवासी पित ...और पढ़ें

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    नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। सदर बाजार में पुराने मकान की नींव पर अवैध रूप से बनाई जा रही तीन मंजिला इमारत की दो मंजिले भरभराकर गिर गई। इमारत के मलबे में दबने से बदायूं निवासी पिता-पुत्र कंवर पाल (50) व अशोक (25) और बेगूसराय निवासी बबलू पासवान (25) की मौत हो गई। इसमें कालीचरण, कुसुम पाल, संजीव, अमराउद्दीन, अनिल कुमार, नरेश, रूदल गुप्ता आदि 12 लोग घायल हो गए। घायलों में मजदूरों के अलावा मकान मालिक की भाभी व दो राहगीर भी हैं। सभी घायलों को बाड़ा हिंदूराव, लोकनायक, राममनोहर लोहिया अस्पताल व सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। वहीं नगर निगम ने सदर पहाड़गंज जोन के अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता और कनिष्ठ अभियंता को निलंबित कर दिया है। पुलिस ने मामले में बिल्डर व ठेकेदार के खिलाफ लापरवाही से हुई मौत का मामला दर्ज किया है। फिलहाल, शाम तक मलबा हटाने का काम चलता रहा।

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    पुलिस के मुताबिक, रविवार दिन में 12.55 बजे सदर बाजार स्थित बारा टूटी के पास गली बरनावाली में पुराने मकान की नींव पर नई इमारत खड़ी की जा रही थी। 40 गज के प्लाट में दो हिस्सों में मकान बना हुआ था। इसे कुछ समय पहले बाबूलाल और राजेंद्र नामक व्यक्ति ने खरीदा था। दोनों बिल्डर हैं। इन्होंने मकान को पूरी तरह तोड़े बिना ही पुरानी इमारत पर ही मकान बनाना शुरू कर दिया। प्लॉट के आधे हिस्से में भूतल और प्रथम तल पुराना बना था, जबकि दूसरे हिस्से में सिर्फ भूतल पुराना था। वहीं द्वितीय तल पर प्लॉट के दोनों हिस्सों को एक करके फ्लोर बना दिया गया। फिर तृतीय तल पर भी एक और फ्लोर बनाने के लिए दीवार खड़ी की जा रही थी। इसी दौरान मकान की ऊपर की दो मंजिले भरभराकर गिर गई।

    मच गया हाहाकार: स्थानीय निवासी और आरडब्लूए के महासचिव मोहम्मद आमिर खान ने बताया कि जिस समय इमारत गिरी, उस समय ईट की गाड़ी आई हुई थी और मजदूर छत पर ईट रख रहे थे। इमारत पत्थर की पट्टी और गार्टर के सहारे बनाई जा रही थी। इमारत की दो मंजिल गिरते ही आसपास हाहाकर मच गया।

    आसपास के लोगों ने निकाला: घटना की जानकारी पुलिस व दमकल को दी गई। लेकिन दोनों के मौके पर पहुंचने में वक्त लगा, तब तक आसपास के लोग ही मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने में जुट गए। कुछ समय बाद डिजास्टर मैनेजमेंट और नगर निगम की टीम पहुंची। मलबे से निकाले गए लोगों को कैट्स एंबुलेंस और पीसीआर से अस्पतालों में भेजा गया।

    आसपास के मकानों को खाली कराया: इमारत गिरने की वजह से आसपास के मकानों में भी दरार आई है। वहीं आसपास के मकानों को निगम ने खाली करा लिया है। मौके पर पहुंची एफएसएल की टीम ने निर्माण सामग्री के मलबे के नमूने लिए हैं। पुलिस के मुताबिक, मलबे में से सबसे पहले 2.55 बजे शव निकाला गया, इसके बाद 3.10 बजे फिर शाम 5.30 बजे तीसरा शव निकाला गया।

    मुआवजे की घोषणा: दिल्ली सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख, गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को 50-50 हजार और और मामूली घायलों को 10 -10 रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। यह घोषणा दिल्ली के डिविजनल कमिश्नर धर्मपाल ने की। वह उत्तरी दिल्ली नगर निगम के कमिश्नर प्रवीण गुप्ता के साथ घटनास्थल का मुआयना करने पहुंचे थे।

    उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के प्रमुख व मध्य जिला के एडीएम, निगम के सदर पहाड़गंज जोन के उपायुक्त और दमकल विभाग के अधिकारी कुछ ही समय बाद मौके पर पहुंच गए थे और राहत कार्यो का जायजा लिया था। उन्होंने राहत कार्यो में किसी तरह की देरी से इन्कार किया।

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