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परिजनों को है यकीन, रियायत नहीं बरतेगी अदालत

दिल्ली गैंगरेप मामले में आने वाले फैसले से पीड़िता के परिवार को काफी आशाएं हैं। उन्हें यकीन है कि अदालत आरोपियों के साथ किसी भी प्रकार की रियायत नहीं बरतेगी। बहादुर बिटिया के माता-पिता, भाइयों व अन्य परिजनों का कहना है कि अदालत आरोपियों को मृत्युदंड की सजा जरूर सुनाएगी

By Edited By: Published: Wed, 11 Sep 2013 05:24 AM (IST)Updated: Wed, 11 Sep 2013 05:24 AM (IST)
परिजनों को है यकीन, रियायत नहीं बरतेगी अदालत

नई दिल्ली। दिल्ली गैंगरेप मामले में आने वाले फैसले से पीड़िता के परिवार को काफी आशाएं हैं। उन्हें यकीन है कि अदालत आरोपियों के साथ किसी भी प्रकार की रियायत नहीं बरतेगी। बहादुर बिटिया के माता-पिता, भाइयों व अन्य परिजनों का कहना है कि अदालत आरोपियों को मृत्युदंड की सजा जरूर सुनाएगी।

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जघन्य अपराध किया:-

पीड़िता के पिता ने कहा कि, 'मैं ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं हूं। इसलिए कानून की पेचीदगी से बहुत ज्यादा वाकिफ नहीं हूं। लेकिन इतना तो जानता ही हूं कि आरोपियों ने जघन्य अपराध किया है और कानून के पास आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत भी है। इतना यकीन है कि न्यायपालिका आरोपियों को मौत की सजा सुनाएगी। एक आरोपी को उसके नाबालिग होने का फायदा मिला, मेरी नजरों में यह कोई सजा नहीं है। उस सजा से हम पूरी तरह निराश हैं। इस बार उम्मीद है कि कानून हमें निराश नहीं करेगा।'

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कठोर संदेश देने की जरूरत:-

पीड़िता की मां ने कहा कि, 'देश की न्याय व्यवस्था से मुझे पूरी उम्मीद है। 16 दिसंबर के बाद भी इस तरह के अपराध में कोई कमी नहीं आई है। मतलब साफ है, कानून लचीला है और दुष्कर्मियों के प्रति कड़ाई नहीं बरती जाती। इसी का नतीजा है कि उन्हें किसी बात का भय नहीं होता और वह वारदात को अंजाम देते हैं। इस तरह के वारदात पर अंकुश के लिए जरूरी है कि ऐसा करने वाले को मौत की सजा दी जाए। ताकि भविष्य में लोग ऐसा करने से डरें। अदालत का आने वाले निर्णय से एक संदेश जाएगा। यदि दोषियों को मौत की सजा नहीं मिली तो इस तरह के अपराध पर अंकुश लगाना मुश्किल हो जाएगा। अपराधियों को कठोर संदेश देने की जरूरत है। हमें आरोपियों की मौत की सजा से कम कुछ भी मंजूर नहीं है।'

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मिले मौत की सजा :-

पीड़िता के भाई ने कहा कि, 'आरोपियों को हर हाल में मौत की सजा मिलनी चाहिए। नाबालिग आरोपी को भले ही उम्र की वजह से कानून का फायदा मिल गया हो, लेकिन मुडो पूरा विश्वास है कि इस बार न्यायालय अन्य आरोपियों के प्रति कोई रियायत नहीं बरतेगा और उन्हें मौत की सजा सुनाई जाएगी। यह फैसला देश के लिए एक उदाहरण पेश करेगा। इस पर मेरी ही नहीं पूरे देश की निगाहें हैं।'

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