गिरी गाज : मनोज एनकाउंटर में शामिल सभी पुलिसकर्मियों का तबादला
इंसाफ की मांग को लेकर मृतक के परिजन दिल्ली पुलिस के मुख्यालय पहुंच गए हैं। दिल्ली पुलिस की ओर से जानकारी दी गई है कि मुठभेड़ में शामिल सभी पुलिसकर् ...और पढ़ें

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की ओर से जानकारी दी गई है कि मुठभेड़ में शामिल सभी पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस के पीआरओ राजन भगत ने बताया कि मृतक के परिजनों ने मंगलवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त से मुलाकात की।
भगत के अनुसार इस दौरान उन्होंने मुठभेड़ में शामिल पुलिसकर्मियों को उनके पद से हटाने की मांग की जिससे वे जांच पर असर न डाल पाए। इसके साथ ही कुछ अन्य आरोप भी लगाए जिसकी विजिलेंस जांच के आदे दे दिए गए हैं।
इससे पहले दिल्ली के राजेंद्र नगर इलाके के सागर रत्ना रेस्टोरेंट में शनिवार रात दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के द्वारा कथित एनकाउंटर में मारे गए मनोज वशिष्ठ के मामले में नया मोड़ आ गया है। सोमवार को जारी एक सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि मनोज अपने पांच अन्य साथियों के साथ टेबल पर बैठा है। इन पांच लोगों में तीन पुरुष और दो महिलाएं थीं। इस बीच इंसाफ की मांग को लेकर मृतक के परिजन दिल्ली पुलिस के मुख्यालय पहुंच गए हैं।
स्पेशल सेल के नौ लोग रेस्टोरेंट में दाखिल होते हैं और मनोज वशिष्ठ काे घेर लेते हैं। एक पुलिसकर्मी द्वारा मनोज के कंधे पर हाथ रखते ही वह भागने की कोशिश करने लगता है। लेकिन स्पेशल सेल के लोग उस पर झपट पड़ते हैं। हाथापाई के दौरान मनोज पर गोली चलती है और वह वहीं ढेर हो जाता है।
दो मिनट 53 सेकंड के इस वीडियो फुटेज को मनोज की पत्नी प्रियंका वशिष्ठ ने फर्जी बताया है। उसका कहना है कि यदि मनोज भागने की कोशिश कर रहे थे तो उन्हेें पैर में गोली क्यों नहीं मारी, सिर में गोली क्यों मारी गई।
उन्होंने कहा कि यह सुपारी किलिंग है। उनका कहना है कि मनोज कोई आतंकी नहीं थे। कुछ आर्थिक लेन-देन के विवाद को दिल्ली पुलिस तूल देकर मनोज को बड़ा अपराधी साबित करने का षड्यंत्र रच रही है। उन्होंंने मामले की सीबीआइ जांच की मांग की। इस बाबत उन्होंने प्रधानमंत्री से भी मिलने की बात कही है।
बागपत में हंगामा, जाम, दिल्ली पुलिस का पुतला फूंका
मनोज वशिष्ठ के कथित एनकाउंटर को लेकर गुस्साए हजारों लोगों ने बागपत से दिल्ली जाने वाले हाइवे पर जाम लगा दिया। लोगों ने बाजारों में जुलूस निकालकर राष्ट्रवंदना चौक पर दिल्ली पुलिस का पुतला फूंका तथा दोषियों को फांसी देने की मांग की।
सपा नेता प्रदीप ठाकुर के नेतृत्व में मंगलवार की दोपहर पाबला और आसपास गांवों से हजारों लोग राष्ट्र वंदना चौक पर पहुंचे और टै्रक्टर-ट्राली आदि वाहन खड़े दिल्ली-यमुनोत्री हाइवे पर जाम लगा दिया। इस दौरान लोगों ने कोर्ट रोड, शौकत मार्केट, बड़ा बाजार, यमुना बाजार आदि मार्गों पर दिल्ली पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला। इसके बाद लोग राष्ट्र वंदना चौक पर पहुंचे और दिल्ली पुलिस का पुतला फूंका। इस दौरान महिलाएं भी मौजूद रही। लोग मनोज वशिष्ठ के हत्यारों को बर्खास्त कर फांसी देने की मांग कर रहे हैं। इस दौरान वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें लग गई। पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर जाम खुलवाया।
सपा नेता प्रदीप ठाकुर ने कहा कि मनोज ने पुलिस पर हमला नहीं किया था। मनोज निर्दोष था और पुलिस ने उसकी जान ले ली। पूर्व मंत्री साहब सिंह ने कहा कि मनोज के कथित एनकाउंटर की सीबीआइ जांच होनी चाहिए। इस मामले में दोषी लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई हो। भाजपा नेता नीरज शर्मा ने भी दिल्ली पुलिस पर कार्रवाई की मांग की है।
गौरतलब है कि मनोज वशिष्ठ पर धोखाधड़ी के 8-10 मामले दर्ज हैं। वह दिल्ली के बारहखंभा इलाके मेें रहता था और मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बागपत का रहने वाला था। पुलिस का कहना है कि उसके खिलाफ दिल्ली वह चंडीगढ़ में रीयल एस्टेट में करोड़ों की धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। कई मामलों में कोर्ट ने उसे भगोड़ा भी घोषित कर दिया था।

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