मोदी और ममता की जय, नीतीश की पराजय
लोकसभा चुनाव के पहले सेमीफाइनल की संज्ञा वाले गुजरात, बंगाल और बिहार में लोकसभा की चार सीटों पर हुए उपचुनावों के नतीजों ने जहां नरेंद्र मोदी और ममता बनर्जी की लोकप्रियता पर फिर से मुहर लगाई, वहीं नीतीश कुमार को बुरी तरह निराश करने के साथ उनके लिए खतरे की घंटी भी बजाई। गुजरात की दोनों लोकसभा सीटों पर भाजपा ने शानदार जीत दर्ज की, तो बंगाल में हावड़ा संसदीय सीट पर तृणमूल कांग्रेस ने माकपा को दूसरे और कांग्रेस को तीसरे स्थान पर धकेल दिया। बिहार की प्रतिष्ठापूर्ण महाराज
नई दिल्ली [जागरण न्यूज नेटवर्क]। लोकसभा चुनाव के पहले सेमीफाइनल की संज्ञा वाले गुजरात, बंगाल और बिहार में लोकसभा की चार सीटों पर हुए उपचुनावों के नतीजों ने जहां नरेंद्र मोदी और ममता बनर्जी की लोकप्रियता पर फिर से मुहर लगाई, वहीं नीतीश कुमार को बुरी तरह निराश करने के साथ उनके लिए खतरे की घंटी भी बजाई।
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गुजरात की दोनों लोकसभा सीटों पर भाजपा ने शानदार जीत दर्ज की, तो बंगाल में हावड़ा संसदीय सीट पर तृणमूल कांग्रेस ने माकपा को दूसरे और कांग्रेस को तीसरे स्थान पर धकेल दिया। बिहार की प्रतिष्ठापूर्ण महाराजगंज लोकसभा सीट पर नीतीश कुमार के प्रत्याशी को लालू यादव के उम्मीदवार के हाथों पराजित होना पड़ा। यहां कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही। इन चार लोकसभा सीटों के साथ छह विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनावों में कांग्रेस केवल यवतमाल [महाराष्ट्र] में जीत हासिल कर सकी है। गुजरात की चारों विधानसभा सीटें भाजपा ने कांग्रेस से छीन ली हैं। यहां की दोनों लोकसभा सीटें भी कांग्रेस के खाते की थीं। उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद के निकट हंडिया विधानसभा सीट सपा ने बरकरार रखी है।
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गुजरात में कांग्रेस के खाते वाली दोनों लोकसभा और चारों विधानसभा सीटों पर जीत ने मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को ऐसे समय अतिरिक्त ऊर्जा दी है, जब भाजपा की ओर से पीएम पद की उनकी दावेदारी पर मुहर लगने के आसार बढ़ गए हैं। उपचुनावों में शानदार जीत से उत्साहित नरेंद्र मोदी दिल्ली में यह कहने से नहीं चूके कि नतीजों ने कांग्रेस के प्रति लोगों का गुस्सा जाहिर कर दिया है। उन्होंने कहा कि 2014 लोकसभा चुनावों के मद्देनजर उपचुनावों के नतीजे केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी के लिए चेतावनी है।
गुजरात के लोगों ने भाजपा को शानदार जीत दिलाई है और कांग्रेस समर्थकों में जबरदस्त कमी आई है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व विपक्ष के नेता शंकर सिंह वाघेला ने गुजरात में हार स्वीकार करने के साथ ही भाजपा पर उपचुनाव में प्रशासन के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। गुजरात की इन सभी सीटों पर कांग्रेस का कब्जा था।
कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले बनासकांठा व मोरवा हडफ सीट पर भी भाजपा प्रत्याशियों ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की। वहीं, पोरबंदर में विट्ठल रादडिया ने 90 हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज की। बनासकांठा लोकसभा के कांग्रेस सांसद मुकेश गढ़वी और मोरवा हड़फ विधानसभा सीट से जीतने वाली कांग्रेस विधायक सुनीता खांट का असामयिक निधन हो गया था, जबकि पोरबंदर से कांग्रेस सांसद विट्ठल रादडिया ने अंतर्कलह के बाद पोरबंदर लोकसभा व धोराजी विस सीट से इस्तीफा दे दिया था।
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धोराजी विधानसभा सीट पर भाजपा के प्रवीण मनकाडिया ने कांग्रेस के हरिभाई पटेल को 11 हजार से ज्यादा मतों से पराजित किया। जेतपुर से चुनाव जीतने वाले जयेश रादडिया ने कांग्रेस के जगदीश पंभर पर 52,910 मतों से शानदार जीत दर्ज की। लिंबडी विधानसभा सीट पर भाजपा के किरीट सिंह राणा ने कांग्रेस के सतीश पटेल को 24,787 वोटों से हराया।
बिहार की महाराजगंज सीट के लिए हुए उपचुनाव में राजद प्रत्याशी प्रभुनाथ सिंह को 3.81 लाख वोट मिले, जबकि जदयू के पीके साही को 2.44 लाख मतों से हार का सामना करना पड़ा। इस सीट पर कांग्रेस की ओर से उतरे जितेंद्र स्वामी को महज 22 हजार वोट ही मिल पाए। पश्चिम बंगाल की हावड़ा लोकसभा सीट पर तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी ने अपने निकट प्रतिद्वंद्वी माकपा उम्मीदवार को 27 हजार वोट से शिकस्त दी।
उत्तर प्रदेश की एकमात्र हंडिया विस सीट पर हुए उपचुनाव में सपा प्रत्याशी ने बसपा उम्मीदवार को 26 हजार वोट से हराया। महाराष्ट्र की यवतमाल विस सीट पर कांग्रेस की नंदिनी परवेकर ने भाजपा के मदन येरावर को 15 हजार से ज्यादा मतों से पराजित किया।
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