नवजात के ऊपर से गुजर गई ट्रेन, फिर भी बचा सुरक्षित
पुराने समय की यह कहावत 'जाको राखे साइयां मार सके न कोय' यूं ही नही मशहूर है। जिसे राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के डाबली रतन में घटित एक घटना ने सच कर दिखाया है।
हनुमानगढ़ (राजस्थान)। पुराने समय की यह कहावत 'जाको राखे साइयां मार सके न कोय' यूं ही नही मशहूर है। जिसे राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के डाबली रतन में घटित एक घटना ने सच कर दिखाया है। यहां एक महिला ने ट्रेन के शौचालय में बच्चे को जन्म दिया और जो फ्लश पाइप से फिसल कर रेलवे ट्रैक पर गिर गया। एक रेलवे अधिकारी ने बतया कि बच्चा रेलवे ट्रैक पर गिरने के बाद भी चमत्कारिक ढंग से बच गया।
जीआरपी अधिकारी ने बताया कि महिला बीकानेर कालका एक्सप्रेस में अपनी मां और पति के साथ सुरतगढ़ से हनुमानगढ़ जा रही थी। लेकिन ट्रेन में ही उसको लेबर पेन शुरू हो गया जिसके बाद वो ट्रेन के शौचालय में गई। जहां उसके बच्चे को जन्म दिया, लेकिन बच्चा शौचालय के फ्लश पाइप से फिसल कर रेलवे ट्रैक पर गिर गया। अधिकारी ने बताया कि महिला अधिक रक्तस्राव के कारण बेहोश हो गई थी। जिसे हनुमानगढ़ स्टेशन पर उतारकर अस्पताल पहुंचाया गया।
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भारत गोदाम के एक खाद्य निगम के एक गार्ड ने रेलवे ट्रैक के पास से गुजर रहा था, जिसने बच्चे की रोने की आवाज सुनी और उसने डाबली रतन रेलवे अधिकारियों को सूचना दी। हनुमानगढ़ स्टेशन के रेलवे अधिकारियों ने बच्चे को घटनास्थल से बचाया और उसी अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी मां को भर्ती कराया गया था। रेलवे अधिकारियों ने बताया की अब बच्चा और उसकी मां दोनों सुरक्षित हैं।