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    पंजाब फिर दहला, पांच आतंकी ढेर; पांच जवान शहीद

    By Sachin MishraEdited By:
    Updated: Sun, 03 Jan 2016 07:50 AM (IST)

    पंजाब के पठानकोट में एयरबेस पर किए गए हमले के सभी पांचों आतंकियों को सुरक्षाबलों ने ज्वाइंट ऑपरेशन में मार गिराया। इन आतंकियों ने शनिवार तड़के एयरबेस पर धावा बोल दिया था। प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के इस सफल ऑपरेशन पर उन्हें बधाई दी है।

    पठानकोट। पंजाब के पठानकोट में एयरबेस पर किए गए हमले के सभी पांचों आतंकियों को सुरक्षाबलों ने ज्वाइंट ऑपरेशन में मार गिराया। इन आतंकियों ने शनिवार तड़के एयरबेस पर धावा बोल दिया था। प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के इस सफल ऑपरेशन पर उन्हें बधाई दी है।

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    पीएम ने कहा कि उन्हें सेना पर गर्व है जिसे हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देने की पूरी ताकत है। उन्होंने आगे कहा कि इस घड़ी में सभी को एक हो जाना चाहिए।

    जबकि, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस ऑपरेशन को कामयाब बताते हुुए सेना के जांबाजों और सुरक्ष एजेंसियों को बधाई दी है।

    इस हमले में ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने सभी 5 आतंकियों को ढेर कर दिया। वहीं इस दौरान सेना के 6 जवान भी शहीद हो गए जबकि हमले में 18 लोगों के घायल हो गए।

    साढ़े चार बजे शुरु हुई थी मुठभेड़

    आतंकियों के साथ ये मुठभेड़ शनिवार तड़के करीब साढ़े चार बजे से ही जारी थी। अभियान के दौरान तीन धमाकों की आवाज सुनी गई थी। तीसरा धमाका दोपहर करीब पौने तीन बजे सुना गया। मुठभेड़ में पहले चार आतंकी ढेर किए जा चुके थे। शाम 6 बजे पांचवें आतंकी को भी मार गिराया गया।

    हेलीकॉप्टर से की निगरानी

    पूरे अभियान के दौरान भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों के जरिए वहां पर छिपे हुए आतंकियों पर लगातार फायरिंग की जा रही थी। ये आतंकी दीवार फांदकर एयरफोर्स स्टेशन में दाखिल हुए थे। ऐसा कहा जा रहा है कि इन सभी आतंकियों का संबंध आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से था।

    आतंकियों ने पाक में अपने आका से की बात

    पाकिस्तान में हुए हमले का सीधा कनेक्शन पाकिस्तान से जुड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। खुफिया विभाग की तरफ से जो चार कॉल ट्रेस की गई है उसमें पता चला है कि उन आतंकियों ने चार बार पाकिस्तान फोन किया था और अपने आका से बात की थी। जिससे साफ जाहिर होता है कि इस हमले का संबंध पाकिस्तान से ही था।

    ऑपरेशन का जिम्मा संभाल रहे थे अजीत डोभाल

    इस पूरे ऑपरेशन का जिम्मा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के हाथों में था। अजीत डोभाल इस ऑपरेशन की तमाम गतिविधियों से पीएम मोदी को भी लगातार अवगत करा रहे थे।

    आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगाः राजनाथ

    वहीं, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कड़े लहजे में ये साफ कर दिया है कि भारत अपने पड़ोसियों के साथ अच्छा रिश्ता चाहता हैं। लेकिन आतंकी हमला होता है तो उसका मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। पठानकोट आईएएफ छावनी पर हुए हमले को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा हमारी सेना ने डटकर इस आतंकी हमले का मुह तोड़ जवाब दिया है। हमें अपनी सेना पर नाज है। वहीं, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर अजीत डोभाल ने पाकिस्तान के अपने समकक्ष जनरल नासिर खान जंजुआ से भी इस बारे में बात की।

    31 दिसंबर से पहले ही पंजाब की सीमा में प्रवेश कर गए थे आतंकी

    सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आतंकी नैरोल जैमेट के रास्ते भारतीय सीमा में घुसे थे। ये आतंकी 31 दिसंबर से पहले ही पंजाब की सीमा में प्रवेश कर गए थे। उधर, पठानकोट में हुए हमले के बाद राजधानी दिल्ली को हाई अलर्ट कर दिया गया है जबकि देश के कई महत्वपूर्ण इलाकों में चौकसी बढ़ा दी गई है।

    गौरतलब है कि जिस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाहौर जाकर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मिले थे उस वक्त हाफिज सईद ने कड़ी नाराजगी जताई थी।

    पठानकोट हमले के बाद एयरफोर्स के शीर्ष अधिकारियों ने हेडक्वार्टर पर एक बैठक की और सुरक्षा की तैयारियों का जायजा लिया। इसके अलावा रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने भी नई दिल्ली के साउथ ब्लॉक में तीन सेना प्रमुखों, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार प्रमुख और खुफिया विभाग के अध्यक्षों के साथ बैठक की।

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    आत्मघाती हमला कर स्टेशन उड़ाने की साजिश

    पुलिस के मुताबिक आतंकी फिदायीन हमला कर एयरबेस को उड़ाने की योजना से आए थे। खूफिया एजेंसियों ने संभावित हमले को लेकर पहले ही अलर्ट जारी कर दिया था, जिसके बाद से सेना के जवान अलर्ट पर थे। एयरबेस पर सुरक्षाबलों की मुस्तैदी की वजह से आतंकी एयरबेस के टैक्निकल एरिया में नहीं घुस सके। वहीं, खबर यह भी है कि आतंकियों ने बंदूकधारी का मोबाइल छीनकर पाकिस्तान बात की थी।

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    प्रधानमंत्री को दी गई हमले की सूचना

    राष्ट्रीय सुरक्षा सहालकार अजीत डोभाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोेदी को पठानकोट हमले की सूचना लगातार दे रहे थे। प्रधानमंत्री कार्यालय इस हमले पर सीधे नजर बनाए हुए थे। उधर, पंजाब के डिप्टी सीएम सुखबीर बादल पंजाब के डीजीपी सुरेश अरोड़ा से लगातार संपर्क बनाए हुए थे।

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    वायुसेना की आपात बैठक

    हमले के बाद दिल्ली स्थित वायुसेना मुख्यालय में सभी आला अधिकारियों की आपात मीटिंग भी बुलाई गई जिसमें तीनों सेना प्रमुखों, एनएसए प्रमुख और सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख शामिल हुए। इस उच्चस्तरीय बैठक में पठानकोट में आईएएफ बेस पर किए गए हमले और उसके बाद की कार्रवाई पर चर्चा की गई।

    सर्च ऑपरेशन जारी, पूरा इलाका सील

    आतंकी एयरफोर्स स्टेशन के भीतर पीछे से ताजपुर गांव से घुसे। सुबह करीब चार बजे सेना की वर्दी में आतंकी फिदायीन हमले के लिए फायरिंग करते हुए एयरबेस में घुसे। इसके बाद पूरा इलाका सील कर दिया गया।आसपास के ग्रामीणों को घरों से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी गई। पठानकोट- दिल्ली और पठानकोट-अमृतसर मार्ग भी बंद कर दिए गए थे।

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    क्यों संवेदनशील है पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन

    पठानकोट एयरबेस पाकिस्तान सीमा से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित है। आतंकी इस एयरबेस को इसलिए निशाना बनाना चाहते हैं क्योंकि यहां पर मिग-21 और मिग-29 विमान और मिसाइलें रखी हुई हैं। साल 1965 और 1971 की जंग में पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन की अहम भूमिका रही है। यहां मिग-21 से लेकर कई तरह के लड़ाकू विमान मौजूद हैं। एयरफोर्स के करीब 18 विंग यहीं पर हैं। एयरफोर्स अफसरों की फैमिली भी बेस के अंदर रहती है।

    जैश ए मोहम्मद पर शक

    पठानकोट एयरबेस हमले के पीछे आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद का हाथ होने की आशंका है। गृह मंत्रालय के मुताबिक जिस तरीक़े से हमला हुआ, उससे लगता है कि जैश ने ही इस हमले को अंजाम दिया है। हालांकि अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है और ना ही इस बारे में कोई पुख्ता सुबूत मिले हैं।पठानकोट एयरफोर्स बेस पर आतंकी हमला, देखें तस्वीरें