रेलवे के 38 हजार कर्मियों के खिलाफ हो चुकी है कार्रवाई
रेल मंत्रालय के करीब 38 हजार कर्मियों के खिलाफ अभी तक विभिन्न अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई की जा चुकी है। यह जानकारी रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान दी।
नई दिल्ली। रेल मंत्रालय के करीब 38 हजार कर्मियों के खिलाफ अभी तक विभिन्न अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई की जा चुकी है। यह जानकारी रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि रेल मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले विभिन्न विभागों से मिली 42हजार शिकायतों की जांच के बाद करीब 38 हजार मामलों में कार्रवाई की गई। रेलमंत्री ने माना कि इन मामलों में भ्रष्टाचार से जुड़े मामले भी थे। उन्होंने लोकसभा में जानकारी दी कि रेलवे ने करीब 682 करोड़ रुपये की रिकवरी भी की है। यह रिकवरी उन 882 करोड़ रुपये में से है जो विभिन्न तरीकों से विभाग के कर्मियों को दी गई थी। इस दौरान उन्होंने विभाग में फैले भ्रष्टाचार को रोकने के लिए किए गए उपायों की भी जानकारी सदस्यों को दी। रेल मंत्री ने बताया कि पार्सल को भेजने के लिए मंत्रालय ने एक नई व्यवस्था शुरू की है। इसके तहत पार्सल वैन को लीज पर लेने की व्यवस्था की गई है।
गौड़ा ने बताया कि नई व्यवस्था के तहत टेंडर निकालकर पार्सल वैन को लीज पर देने की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि इस नई व्यवस्था के चलते रेलवे को फायदा होगा। उन्होंने रिटायरिंग रूप की ऑनलाइन बुकिंग की भी बात कही। रेलवे की कमाई बढ़ाने के लिए विभाग की खाली पड़ी जमीन को व्यावसायिक तौर विकसित किया जाएगा।