ट्रांसफर से उड़ी नींद : मनचाही पोस्टिंग के लिए एक हजार हेडमास्टरों ने खुद को कराया डिमोट
हरियाणा में तबादले को लेकर शिक्षकों की नींद उड़ी हुई है। वे मनचाही जगह पर पाेस्टिंग के लिए सभी तरकीबें अपना रहे हैं। करीब एक हजार हेड मास्टरों ने तो खुद को डिमोट करवा लिया है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। प्रदेश में तबादले से शिक्षकों की नींद उड़ गई है। वे इससे बचने अौर मनचाही जगह पोस्टिंग केे लिए सभी तरकीबें भिड़ा रहे हैं। करीब एक हजार प्राइमरी मुख्य अध्यापकों ने तो इसके लिए खुद को जेबीटी के पद पर डिमोट करा लिया है। इसी तरह के और भी तरीके शिक्षक अपना रहे हैं।
खुद को डिमोट कराने वाले ये मुख्य अध्यापक पदों के अभाव में सरप्लस हो गए, लेकिन डीडीओ की मिलीभगत से उन्होंने खुद को कागजों में डिमोट दिखाकर तबादला प्रक्रिया में शामिल होने तथा नए स्थान पर नियुक्ति पाने का रास्ता निकाल लिया है।
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गौरतलब है कि प्रदेश सरकार मेवात में तैनात शिक्षकों के अंतर जिला तबादले करने को भी राजी हो गई है। अभी तक इन शिक्षकों को तबादला प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया था। ऐसे करीब पांच सौ शिक्षक हैैं, जो कई साल पहले मेवात में भेजे गए थे, लेकिन बच्चों की कम संख्या की वजह से उनके पद सरप्लस हो गए थे। इसके बावजूद सरकार उनके तबादले करने को तैयार नहीं थी।
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राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के महासचिव दीपक गोस्वामी के नेतृत्व में अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास से मिले प्रतिनिधिमंडल ने मेवात में तैनात शिक्षकों को तबादला प्रक्रिया में शामिल करने की मांग की थी। प्रदेश में करीब 29 हजार जेबीटी हैैं, जिनके तबादले होने हैैं। उन्हें 15 सितंबर तक ऑनलाइन तबादलों के लिए विकल्प भरने का समय दिया गया है।
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अभी तक करीब 22 हजार जेबीटी ऑनलाइन तबादलों के लिए आवेदन कर चुके हैैं। यह वे शिक्षक हैैं, जो खुद ही तबादले चाहते हैैं। पांच साल से एक ही स्थान पर जमे शिक्षकों के तबादले अनिवार्य रूप से होंगे।
25 अतिथि अध्यापक ऐसे जिन्होंने खुद को बतौर मुख्य अध्यापक प्रमोट करा लिया।
प्रदेश में 25 अतिथि अध्यापक ऐसे भी हैैं, जिन्होंने नई नियुक्ति के लिए खुद को मुख्य अध्यापक के पद पर प्रमोट करा लिया। यह काम भी डीडीओ की मिलीभगत से किया गया है। किसी भी पद पर स्थानांतरण के लिए डीडीओ की स्वीकृति जरूरी होती है। डीडीओ ही यह पुष्टि करता है कि संबंधित शिक्षक विभाग में काम कर रहा है। उसका काम पदों पर अप्रूवल देने का होता है।
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा के महासचिव दीपक गोस्वामी, तरुण सुहाग और राजेश बैनीवाल ने अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास की जानकारी में यह मामला डाला है। उन्होंने कहा कि गलत अप्रूवल हासिल करने वाले और अप्रूवल देने वाले डीडीओ के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
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