छेड़छाड़ के हाईप्रोफाइल मामले की सीसीटीवी फुटेज गायब, पीड़िता के पिता ने उठाए सवाल
आइएएस की बेटी से छेड़छाड़ मामले की जांच में अहम सीसीटीवी फुटेल अभी तक पुलिस को नहीं मिली है। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी बंद थे। ...और पढ़ें

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा के आइएएस की बेटी से छेड़छाड़ मामले में एक बड़ा गोलमाल सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी लगाने का दावा करने वाली यूटी पुलिस का अब कहना है कि उन्हें इस मामले में कहीं कोई सीसीटीवी फुटेज बरामद नहीं हुई है, जबकि 9 जगह ऐसे प्वाइंट हैं। इसपर पीड़िता के आइएएस पिता ने नाराजगी जाहिर की है।
हाई प्रोफाइल छेड़छाड़ मामले में पीड़िता के आइएएस पिता ने कहा है कि चंडीगढ़ की सड़कों पर लगे कैमरे मेरी बेटी के साथ हुई छेड़छाड़ एवं अपहरण की कोशिश के साथ सबसे महत्वपूर्ण गवाह हैं। हमने जिस दिन एफआइआर दर्ज करवाई थी, उसी दिन यूटी के गृह विभाग को कहा गया था कि वह सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित करें, लेकिन अब मुझे बहुत बड़ा धक्का लगा है कि पुलिस कह रही है कि उस दिन कैमरे चल नहीं रहे थे। यदि इस तरह इतने महत्वपूर्ण गवाह को खो जाने दिया है, तो सिस्टम से विश्वास उठ जाना स्वाभाविक है।
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बाप-बेटी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस मामले में बिल्कुल चुप नहीं बैठेंगे। आइएएस ने कहा कि मेरी बेटी ने फैसला किया है कि वह अब मुंह ढककर नहीं, बल्कि खुलकर अभियुक्तों का विरोध करेगी। यदि आइएएस की बेटी के मामले में पुलिस धाराएं बदल सकती है, तो आम आदमी की थानों में हालात बहुत बुरी हो सकती है।
किडनैपिंग की कोशिश हुई
आइएएस ने बताया कि मेरी बेटी की अपनी शिकायत का विषय ही यह था कि किडनैपिंग की कोशिश और छेड़छाड़। अब पुलिस इस शिकायत को किस तरह ले रही है, कहना मुश्किल है। किडनैपिंग की कोशिश पुलिस किसे मानती है, इससे मुझे कोई सरोकार नहीं। मैंने और मेरी बेटी ने फैसला किया है कि हम पुलिस की जांच में किसी तरह की दखलअंदाजी नहीं करेंगे। उन लड़कों ने क्या जुर्म किया है और उनको क्या सजा मिलनी चाहिए, इसका जायजा करना पुलिस का काम है।
गलत कमेंट आने शुरू हो गए हैं
मैं हर तरह का दबाव झेलने के लिए तैयार हूं। पीडि़तों के परिवार को जिस तरह बदनाम किया जाता है, वह शुरू हो गया है। सोशल मीडिया पर मेरी बेटियों के बारे में अजीब बातें कही जा रही है, जोकि बिल्कुल बेबुनियाद और बैड टेस्ट की बातें हैं। यह लड़के और उनके समर्थक ऐसे कमेंट लिख रहे हैं, जिन्हें झेलना आसान नहीं। अभी तक कोई राजनीतिक दबाव नहीं आया, यदि आया भी तो भी झेलने में पीछे नहीं हटूंगा।
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विरोधी भी दखलअंदाजी न करें
पीड़िता के पिता ने कहा कि इंसाफ देना स्टेट का काम है। मैं चाहता हूं कि स्टेट मुझे इंसाफ दे, जिस तरह मैं केस में दखलअंदाजी नहीं कर रहा, उसकी तरह अभियुक्त पक्ष भी पुलिस की कार्रवाई में दखल न दे। मैंने पुलिस को कभी नहीं कहा कि वह कौन सी धारा लगाए या नहीं।
मैंने कोई गलत काम नहीं किया
आइएएस कहते हैं कि मैंने कभी गलत काम नहीं किया है। मुझे सरकार जो काम देती है, मैं वह काम करता हूं। मैं दबाव में काम नहीं करता। अगर ट्रांसफर होती है, तो वह कोई बदला नहीं होगा, यह सिस्टम का हिस्सा है। मेरे लिये आज के दिन में अपनी बेटी के साथ खड़ा होना सबसे ज्यादा जरुरी है। यह मेरी हमेशा प्राथमिकता है।
कोर्ट में रखूंगा अपनी बात
आइएएस ने कहा कि जांच के दौरान कई चीजें बदलती हैं। जब चंडीगढ़ पुलिस कोर्ट में चालान पेश करेगी, तब यदि मुझे लगेगा कि यह चीज सही नहीं है, तो मैं वहां पर अपनी बात रखूंगा। बता दें, मामले में हरियाणा भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला के पुत्र विकास बराला पर छेड़छाड़ व आइएएस की बेटी की कार रोकने के आरोप लगे हैं।
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यहां से मिलनी थी सीसीटीवी फुटेज
पहली, सेक्टर 9 इंटरनल मार्केट की वाइन शॉप। जहां से आरोपी विकास बराला और आशीष ने शराब खरीदी। दूसरी सेक्टर-7 के पेट्रोल पंप और सेक्टर 7 की मार्केट से, जहां आरोपी खुलेआम सड़क पर शराब पी रहे थे। उन्होंने यहीं से लड़की के पीछे अपनी कार लगाई। तीसरा सेक्टर-26 खालसा कॉलेज की लाइट प्वाइंट पर, जहां आरोपियों ने लड़की की कार के आगे अपनी कार लगाकर उसे रोकना चाहा। चौथा सेक्टर-26/7 की लाइट पॉइंट पर। पांचवां मध्य मार्ग पर सेक्टर-26 ग्रेन मार्केट चौक पर। छठा ट्रांसपोर्ट लाइट प्वाइंट पर, आठवां कलाग्राम लाइट प्वाइंट पर और नौवां हाउसिंग बोर्ड लाइट पॉइंट पर।
किडनैपिंग की धारा जोड़ने के लिए पुलिस ने मांगी कानूनी राय
लगातार सोशल मीडिया पर पक्षपात के आरोप लगने के बाद अब पुलिस नेे लड़की की शिकायत और कोर्ट में सीआरपीसी की धारा 164 के तहत दिए गए बयानों को डीडीए मुनीष दुआ के पास कानूनी राय के लिए भेज दिए हैं। सोमवार को उनकी कानूनी राय आने के बाद पुलिस तय करेगी कि क्या आरोपी गौरव बराला और आशीष के खिलाफ किडनैपिंग के प्रयास की धारा 365/511 के तहत केस दर्ज किया जाए या नहीं। अगर डीडीए अपनी रिपोर्ट में केस दर्ज करने की अनुमति देते हैं तो आरोपी विकास बराला और आशीष को पुलिस दोबारा हिरासत में ले सकती है। इसके बाद उन्हें जेल भी जाना पड़ सकता है।
क्या कहते हैं डीएसपी
डीएसपी ईस्ट सतीश कुमार का कहना है कि अभी तक हमें आरोपियों की कोई सीसीटीवी फुटेज बरामद नहीं हुई है। जहां पर भी हमने चेक किया, वहां हमें सीसीटीवी बंद मिले हैं। फिर भी हमने अब लिखित में सीसीटीवी फुटेज संबंधित अधिकारियों से मांगी है। उम्मीद है कि कुछ हाथ लग जाए। दूसरा हमने इस मामले में कानूनी राय भी मांगी है कि केस में किडनैपिंग की धारा लगाई जानी है या नहीं।

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