डेरा प्रेमियों को गाड़ियों में खाना पहुंचा रहे साथी, पंचकूला पूरी तरह सील
सीबीआई कोर्ट के फैसले से पहले डेरा प्रेमी बड़ी तादाद में पंचकूला पहुंच चुके हैं। जबकि यहां उनके खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं है। शहर पूरी तरह सील कर दिया गया है।
जेएनएन, पंचकूला। पंचकूला में कोर्ट परिसर की ओर जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया गया है। शहर में लगभग एक लाख डेरा प्रेमी पहुंच चुके हैं जो विभिन्न सेक्टरों में फैले हुए हैं। नाम चर्चा घर सेक्टर-23 के पास से सभी अनुयायियों को हटा दिया गया है और वहां से सेक्टर-3 गोल्फ क्लब के पास खाली जगह पर भेजा गया है।
पूरी स्थिति को नियंत्रण करने के लिए पांच एसपी स्तर, 10 डीएसपी स्तर अधिकारियों के साथ पुलिस फोर्स एवं पैरामिलिट्री फोर्स लगाई गई है। लगभग 10 हजार पुलिस मुलाजिम एवं फोर्स के कर्मचारी तैनात हैं। डेरा प्रेमियों के आने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। वीरवार देर रात तक संख्या लगभग दो लाख पहुंचने का अंदेशा है। सेक्टर-2, 4, 21 में रहने वाले लोग सहमे हुए हैं। वह डरे हुए हैं कि 25 अगस्त के फैसले के बाद शहर में हालात क्या होंगे।
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पंचकूला में फुटपाथ पर समय बिताते डेरा प्रेमी।
यहां पर रुके हैं लोग
अब डेरा प्रेमी सेक्टर-3 गोल्फ क्लब के पास खाली पड़ी सड़क, पार्क एवं फुटपाथों पर लेटे और बैठे हुए हैं। इसके अलावा सेक्टर-4, 21, माजरी चौक, औद्योगिक क्षेत्र फेस एक सहित जीरकपुर से पंचकूला तक आने वाले फुटपाथ पर डेरा प्रेमी डटे हुए हैं।
गाड़ियों में खाना पहुंचा रहे साथी
शहर में कहीं भी अस्थायी शौचालय नहीं है। कहीं पर भी पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है। खाने के बारे में तो सोचना भी दूर की बात है। पंचकूला जिले में रहने वाले डेरा प्रेमी अपने घरों से खाना बनाकर गाडिय़ों में भरकर अपने साथियों तक पहुंचा रहे हैं। इसके अलावा जिन सेक्टरों में डेरा प्रेमी हैं, वहां पर आसपास की कोठियों से पानी लेकर गुजारा कर रहे हैं। डेरा प्रेमियों में महिलाएं एवं बच्चों की तादाद भी काफी ज्यादा है।
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कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए तैनात पुलिस के जवान।
शहर की सुरक्षा पर फोकस
पुलिस का मुख्य फोकस शहर की सुरक्षा है। डेरा प्रेमियों में किसी तरह की अशांति या भगदड़ न मचे, इसके लिए पुलिस एवं जिला प्रशासन कोशिश कर रहा है। पैरामिलिट्री फोर्स एवं पुलिस को भी हिदायतें हैं कि जब तक बड़ी स्थिति खराब न हो, तब तक डेरा प्रेमियों पर सख्ती न बरती जाए।
पानी के टैंकरों को भेजा जा रहा वापस
डेरे के नाम चर्चा घर से ही लंगर भी प्रेमियों के लिए पहुंचाया जा रहा है। जबकि पानी के लिए कोई प्रबंध नहीं है। टैंकरों से जो पानी पहुंच रहा है, उन्हें पुलिस टैंकरों पर लिखे नंबर पर फोन करके वापस ले जाने के निर्देश दे रही है।
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पेशी से पहले पार्कों में उमड़ी डेरा समर्थकों की भीड़।
पेट्रोल पंपों पर निर्देश जारी
पुलिस की ओर से पेट्रोल पंपों पर निर्देश दे दिए हैं कि किसी को भी बोतलों, डिब्बों में पेट्रोल न दिया जाए। परंतु इस समय पुलिस द्वारा जहां पर डेरा प्रेमियों को बैठा दिया गया है, वह गैस एजेंसी के गोदाम एवं पेट्रोल पंप के बिल्कुल नजदीक है, ऐसे में मामला काफी गंभीर हो सकता है। पेट्रोल की डिमांड में कोई खास वृद्धि नहीं हुई है, क्योंकि बाहर से जो लोग आए हैं, वह पैदल हैं।
सुबह साढ़े 11 बजे की गई छुट्टी
जिला प्रशासन की ओर से मंगलवार देर रात तक छुट्टी को लेकर कोई आदेश न आने के चलते प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने फैसला कर लिया था कि 23 से 26 अगस्त तक स्कूल बंद रहेंगे। लेकिन सभी स्कूलों तक मेसेज न पहुंचने के कारण बुधवार को कई स्कूल खुले लेकिन एक घंटे बाद स्कूलों में छुट्टी कर दी गई। जिले के सरकारी स्कूलों में भी सुबह 11 बजे तक छुट्टी घोषित कर दी गई।
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