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2014 में दुनिया को अलविदा कह गए ये सितारे

पूरी दुनिया में नए साल का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। हर कोई खट्टी-मीठी यादों के साथ 2014 को अलविदा कहने की तैयारी में है। जल्द ही खत्म होने जा रहा ये साल लाखों पलकों को भिगो भी गया। 2014 में कई फिल्मी हस्तियों ने भी हमारा साथ

By rohit guptaEdited By: Published: Thu, 25 Dec 2014 10:16 AM (IST)Updated: Thu, 25 Dec 2014 10:19 AM (IST)
2014 में दुनिया को अलविदा कह गए ये सितारे

मुंबई। पूरी दुनिया में नए साल का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। हर कोई खट्टी-मीठी यादों के साथ 2014 को अलविदा कहने की तैयारी में है। जल्द ही खत्म होने जा रहा ये साल लाखों पलकों को भिगो भी गया। 2014 में कई फिल्मी हस्तियों ने भी हमारा साथ छोड़कर इस दुनिया को अलविदा कह दिया। आइए नज़र डालते हैं उन सितारों पर, जो इस साल में हमेशा के लिए ये जहां छोड़ गए।

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देवेन वर्मा (1937-2014)

फिल्मों के दिग्गज कलाकार देवेन का 2 दिसंबर को पुणे में दिल का दौरा पड़ने और किडनी फेल होने के चलते निधन हो गया। उन्हें कॉमिक किरदारों के लिए जाना जाता था। देवेन को 1975 में आई फिल्म 'चोरी मेरा काम' के लिए पहली बार बेस्ट कॉमेडियन का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला था। उन्होंने 'चोर के घर चोर', 'अंगूर', 'गोल माल', 'खट्ठा मीठा', 'नास्तिक', 'रंग बिरंगी', 'दिल', 'जुदाई', 'अंदाज अपना अपना' और 'दिल तो पागल है' जैसी बेहतरीन फिल्मों में यादगार परफॉर्मेंस दी।

सितारा देवी (1920-2014)

मशहूर कथक डांसर सितारा देवी का लंबी बीमारी के बाद 25 नवंबर को मुंबई में निधन हो गया था। 60 दशक से भी ज्यादा समय तक एक प्रतिष्ठित डांसर रही सितारा देवी ही थी, जो इस विधा को बॉलीवुड में लेकर आईं। 1973 में उन्हें पद्म श्री पुरस्कार की घोषणा की गई थी, लेकिन उन्होंने ये इसे ये कहते हुए ठुकरा दिया था कि इस जगत में उनका योगदान बहुत बड़ा है और वो भारत रत्न से कम की उम्मीद नहीं रखती।

सदाशिव अमरापुरकर (1950-2014)

बॉलीवुड में नकारात्मक भूमिकाओं के लिए मशहूर दिग्गज कलाकार सदाशिव के फेफड़ों में संक्रमण था और इसके चलते 2 नवंबर को वो इस जहां को अलविदा कह गए। सदाशिव को फिल्म 'अर्ध सत्य' के लिए फिल्म फेयर बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर और 'सड़क' में नकारात्मक ट्रांसजेंडर के किरदार के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला था। सदाशिव 'अर्द्धसत्य', 'तेरी मेहरबानियां', 'हुकूमत', 'आखिरी रास्ता', 'खतरों के खिलाड़ी', 'सड़क', 'आंखें', 'दुश्मन', 'कुली नंबर वन' और 'हम साथ साथ हैं' जैसी कई फिल्मों में काम कर चुके थे।

जोहरा सहगल (1912-2014)

प्रसिद्घ अभिनेत्री और रंगमंच कलाकार जोहरा सहगल का 10 जुलाई को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वो 102 वर्ष की थीं। उन्होंने 'हम दिल दे चुके सनम', 'बैंड इट लाइक बेकहम' और 'चीनी कम' जैसी फिल्मों में काम किया। जोहरा को 1998 में पद्मश्री, 2002 में पद्म भूषण और 2010 में पद्म विभूषण से नवाजा जा चुका है।

नंदा (1939-2014)

पुराने जमाने की मशहूर अभिनेत्री नंदा का 25 मार्च को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। 'धूल का फूल', 'गुमनाम', 'तीन देवियां', 'जब जब फूल खिले' और 'प्रेम रोग' जैसी फिल्मों में उनके अभिनय को काफी सराहा गया था। वो अपने लंबे करियर में 60 से भी ज्यादा फिल्मों में काम कर चुकी थी।

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सुचित्रा सेन (1931-2014)

दिग्गज अभिनेत्री सुचित्रा सेन का काफी समय तक चले इलाज के बाद दिल का दौरा पड़ने की वजह से निधन हो गया था। अंतिम सालों में गुमनामी की जिंदगी जीने वाली सुचित्रा बेहतरीन अभिनेत्री थी। 'देवदास' और 'आंधी' जैसी हिन्दी फिल्मों जबकि 'सात पाके बांधा', 'अग्निपरीक्षा', 'सप्तपाड़ी' और 'दीप ज्वले जाए' जैसी बंगाली फिल्मों में उनके अभिनय को बेहद सराहा गया था

रवि चोपड़ा (1946-2014)

निर्देशक-निर्माता रवि चोपड़ा काफी सालों तक फेफड़ों की बीमारी से जूझ रहे थे और 12 नवंबर को उन्होंने अंतिम सांस ली। दिवंगत बीआर चोपड़ा के बेटे रवि 1988 से 1990 के दौरान दूरदर्शन पर प्रसारित लोकप्रिय धारावाहिक "महाभारत" के लिए खूब चर्चित रहे। उन्होंने 'विष्णु पुराण' और 'मां शक्ति' जैसे धारावाहिकों के अलावा 'बागबान' और 'भूतनाथ' सीरिज जैसी फिल्में भी बनाईं थी।

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नंदू भेंडे (1955-2014)

भारतीय अभिनेता और गायक नंदू भेंडे का 11 अप्रेल को दिल का दौरा पड़ने से निधन हुआ था। नंदू एक रॉक स्टार थे और कई बॉलीवुड फिल्मों में बतौर प्लेबैक सिंगर अपनी आवाज दे चुके थे।

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सुधीर (1944-2014)

सत्तर और अस्सी के दशक की बहुत सारी फिल्मों में काम करने वाले भगवान दास मूलचंद लुथरिया उर्फ सुधीर 12 मई को इस दुनिया को अलविदा कह गए। 'बादशाह' और 'सत्ते पे सत्ता' जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम करने वाले सुधीर लंबे समय से फेफड़ों की बीमारी से जूझ रहे थे। 1962 से 2009 तक वो 200 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके थे।


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