रंग-बिरंगा हो गया है गुजरात चुनाव, सभी के ढंग हैं निराले
गुजरात चुनाव में जैसे-जैसे पार्टियां अपने उम्मीद्वारों का खुलासा कर रही हैं वैसे-वैसे यह और दिलचस्प होता जा रहा है। आलम यह है कि अब इस चुनाव को रंग-बिरंगा कहना कोई गलत नहीं होगा।
नई दिल्ली स्पेशल डेस्क। गुजरात चुनाव में जैसे-जैसे पार्टियां अपने उम्मीद्वारों का खुलासा कर रही हैं वैसे-वैसे यह और दिलचस्प होता जा रहा है। आलम यह है कि अब इस चुनाव को रंग-बिरंगा कहना कोई गलत नहीं होगा। कहने का अर्थ यह है कि इसके बदलते रंग अब इसको और दिलचस्प बना रहे हैं। जैसे-जैसे मतदान का दिन करीब आ रहा है वैसे-वैसे इस चुनाव में खड़े उम्मीद्वारों के रंग-ढंग भी देखने लायक हैं।
बहरहाल अभी की यदि बात करें तो गुजरात में चुनावी रैलियों के साथ-साथ उम्मीद्वारों के नामांकन भरने जाने का नजारा भी देखने लायक है। हर कोई जनता में अपनी अगल छवि दिखाने के लिए उम्मीद्वार स्कूटर से लेकर जीप पर अपने नामांकन के लिए जा रहे हैं। इतना ही नहीं एक साहब तो नामांकन के दौरान जमानत राशि के लिए 5 हजार के सिक्के लेकर पहुंचे थे। अब हम सिलसिलेवार आपको इस चुनाव के कुछ रंगों का जिक्र करते हैं।
सबसे पहले जिक्र करेंगे गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का जो अपने नामांकन के लिए कुछ इस तरह से निकले कि सभी देखते रह गए। दरअसल वह सुरक्षाकर्मियों के लाव-लश्कर के साथ दोपहिया रैली की तर्ज पर अपने नामांकन के लिए निकले। इस दौरान उनके समर्थक भी कुछ इसी तर्ज पर दिखाई दिए। किसी सीएम को इस तरह से देखने का नजारा अपने आप में अनोखा था।
इनका नाम है हर्ष सांघवी। यह भाजपा के मौजूदा विधायक भी हैं और फिलहाल यह गुजरात की माजुरा विधानसभा से विधायक हैं। हर्ष ने अपने नामांकन के लिए भी एक नायाब तरीका चुना। इस दौरान वह फूलों से सजी किसी गाड़ी पर हाथ हिलाते और लोगों का अभिवादन करते नहीं दिखाई दिए, बल्कि साइकिल पर जाते दिखाई दिए। उनके कई समर्थक भी इस दौरान उनके साथ साइकिल पर ही दिखाई दिए। उनके लिए और दूसरों के लिए भी चुनाव का यह रंग काफी बढि़या था।
दूसरी तरफ वीनूभाई मोरवाडिया की बात करें तो वह परंपरागत रूप से जीप पर सवार होकर नामांकन के लिए जाते दिखाई दिए। परंपरागत इसलिए, क्योंकि अधिकतर नेताओं को आपने इसी तरह से अपने समर्थकों के साथ नामांकन करते हुए जाते देखा होगा। हम आपको बता दें कि मोरवाडिया भी मौजूदा विधानसभा में भाजपा के विधायक हैं। वह काटरगांव सीट से फिलहाल अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। यह इस चुनावी रंग का दूसरा तरीका था।
हम जब गुजरात विधानसभा की बात कर ही रहे हैं तो फिर भला पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को कैसे छोड़ सकते हैं। तो चलिए अब इनकी बात करते हैं। इनका नाम है जीतू वागवानी और यह भावनगर पश्चिम से पार्टी के उम्मीद्वार हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते उनका पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ होना भी लाजमी है। लिहाजा नामांकन के दौरान इनके साथ में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह मौजूद थे।
इनका नाम गुणवंत राठौर है। यह बहुजन समाज पार्टी बसपा के टिकट पर नवसारी से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनके 5 हजार के सिक्के लेकर जाने के पीछे भी एक खास मकसद था। इनका मकसद दरअसल सरकार की खिंचाई करने का था जो कैशलैस का प्रचार-प्रसार खूब जोर-शोर के साथ कर रही है। लेकिन इसी के विरोध में राठौर यहां पर इतने सिक्के लेकर पहुंचे थे। उनके लिए खुद को तवज्जो दिलवाने का यह तरीका भी बेहद नायाब था।
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