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Pakistan के कार्यवाहक PM के तौर पर अनवारुल हक आज लेंगे शपथ, राष्ट्रपति अल्वी ने नियुक्ति को दी मंजूरी

पाकिस्तान में सीनेटर अनवारुल हक काकर कार्यवाहक सरकार के प्रधानमंत्री बनेंगे। अनवारुल हक काकर चुनाव होने और देश में नई सरकार बनने तक कार्यवाहक पीएम का पद संभालेंगे। अनवारुल हक बाल्टिस्तान आवामी पार्टी से जुड़े हैं। शहबाज शरीफ और विपक्ष के नेता राजा रियाज ने उनके नाम पर मुहर लगाई थी। दौ दौर की वार्ता के बाद उनके नाम पर सहमति बनी थी।

By AgencyEdited By: Anurag GuptaPublished: Sun, 13 Aug 2023 03:30 AM (IST)Updated: Sun, 13 Aug 2023 03:30 AM (IST)
अनवारुल हक काकर कार्यवाहक पीएम पद की लेंगे शपथ (फोटो: एएफपी)

इस्लामाबाद, एएनआई। पाकिस्तान में सीनेटर अनवारुल हक काकर कार्यवाहक सरकार के प्रधानमंत्री बनेंगे। राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा है कि पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 224 ए के तहत आरिफ अल्वी ने अनवारुल हक काकर को कार्यवाहक पीएम नियुक्त करने की मंजूरी दी है। रविवार को उनके शपथ लेने की उम्मीद है।

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अनवारुल हक काकर चुनाव होने और देश में नई सरकार बनने तक कार्यवाहक पीएम का पद संभालेंगे। अनवारुल हक बाल्टिस्तान आवामी पार्टी (BAP) से जुड़े हैं।

शहबाज शरीफ और विपक्ष के नेता राजा रियाज ने उनके नाम पर मुहर लगाई थी। दौ दौर की वार्ता के बाद उनके नाम पर सहमति बनी थी। यह कार्यवाहक सरकार पूरी चुनाव प्रक्रिया के दौरान देश का संचालन करेगी।

कौन हैं अनवारुल हक?

अनवारुल हक सीनेट में वर्ष 2018 से अपनी सेवा दे रहे हैं। इनके पाकिस्तान सेना से करीबी संबंध माने जाते हैं। पाकिस्तान की सरकार में सेना की अहम भूमिका रही है।

राजनीति विशेषज्ञों का कहना है कि अगर कार्यवाहक सरकार अपने संवैधानिक समय से अधिक समय तक रहती है और इस समय तक नए सरकार का गठन नहीं होता है तो इससे सेना को अपनी पकड़ और मजबूत करने में सहायता मिलेगी।

EC को मिला 90 दिन का समय

गौरतलब है कि नौ अगस्त को सरकार ने नेशनल एसेंबली को समय से तीन दिन पहले ही भंग कर दिया था। इस कदम से चुनाव आयोग को 90 दिन का समय चुनाव कराने के लिए मिल गया है। अगर यह समय पर यानि 12 अगस्त को भंग होती तो 60 दिन के भीतर ही चुनाव कराना पड़ता।

तीन नई पार्टियां हुईं पंजीकृत

इस बीच पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने तीन नई पार्टियों को पंजीकृत किया है। इनमें हिसार मुस्लिम नेशनल पार्टी, अपनी पार्टी पाकिस्तान और हक दो तहरीक बाल्टिस्तान शामिल हैं। इसे मिलाकर पाकिस्तान में पंजीकृत राजनीतिक पार्टियों की संख्या 171 हो गई हैं।

वहीं, इस बीच पाकिस्तान के अल्पसंख्यक गठबंधन ने गैर-मुसलमानों के पाकिस्तान के राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री बनने पर लगी रोक हटाने की मांग की है।


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