उत्तराखंड के कालीमठ में फिर महसूस किए गए भूकंप के झटके
बीती रात रुद्रप्रयाग में फिर भूकंप आया। भूंकप के झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.2 नापी गई। इसका केंद्र रुद्रप्रयाग के कालीमठ में था।
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में एक बार फिर शनिवार रात आए भूकंप के झटकों से लोग सहम उठे। देर रात करीब 10 बजकर 51 मिनट 13 सेकंड पर महसूस किए गए भूंकप के झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.2 नापी गई। भूकंप का केंद्र कालीमठ बताया गया है।
इससे पहले छह फरवरी को भी इसी क्षेत्र में 5.8 तीव्रता का भूकंप आया था। शनिवार को दोबारा भूकंप के झटके महसूस होने पर लोग घरों से बाहर दौड़ पड़े। इसके बाद से कालीमठ क्षेत्र में लोगों में दहशत का माहौल है। यह झटके रुद्रपयाग से लेकर केदारनाथ तक महसूस किए गए।
यह भी पढ़ें: उत्तर भारत में भूकंप के तेज झटके, अलर्ट हुई एनडीआरएफ
भूकंप की गहराई करीब पांच किलोमीटर आंकी गई। मौसम विभाग के अनुसार भूकंप का केंद्र अक्षांश 30.3 डिग्री उत्तर और देशांतर 79.1 डिग्री पूर्व में कालीमठ क्षेत्र में था।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में 22 माह में 31 बार डोली धरती, दहशत में लोग
उधर, राज्य आपदा प्रबंधन एवं न्यूनीकरण केंद्र देहरादून के अनुसार भूकंप से किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं हैं। इससे पहले छह फरवरी को आए भूकंप से क्षेत्र के कई भवनों में दरारें पड़ गई थीं और उत्तर भारत के कई इलाकों में यह झटके महसूस किए गए थे।
PICS: रुद्रप्रयाग में था भूकंप का केंद्र, घरों को पहुंचा नुकसान
सचिव आपदा प्रबंधन अमित नेगी ने भी शनिवार रात भूकंप के झटकों की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि फिलहाल किसी प्रकार के नुकसान की कोई जानकारी नहीं है।
यह भी पढ़ें: भूकंप की दृष्टि से बेहद नाजुक है आधे देहरादून की ऊपरी सतह
रुद्रप्रयाग व अन्य जिलों में भी एसडीआरएफ की टीम को अलर्ट पर रखा गया है। वहीं, कालीमठ क्षेत्र में एक सप्ताह के भीतर दोबार महसूस किए गए भूकंप के मध्यम झटकों से लोग खौफजदा हैं। क्षेत्र में लोग घरों के बाहर ही रात गुजारने को मजबूर हैं।
यह भी पढ़ें: 15 दिन में पांचवी बार डोली धरती, लोग घरों से बाहर निकल आएयह भी पढ़ें: उत्तराखंड में लगातार भूकंप आने पर वाडिया की चेतावनी