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    अब उत्‍तराखंड के ग्रामीण 'अर्जुनों' को मिलेंगे 'द्रोणाचार्य'

    By Gaurav KalaEdited By:
    Updated: Wed, 11 Jan 2017 03:00 AM (IST)

    युवा कल्याण विभाग ने ग्राम पंचायत स्तर पर तैयार किए मैदानों में प्रशिक्षक तैनात करने की कवायद की है। इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है।

    देहरादून, [गौरव गुलेरी]: खेलों में रोजगार के अवसर तलाश रहे खिलाड़ियों को युवा कल्याण विभाग सौगात देने वाला है। ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को तराशकर उन्हें बड़े मंच तक पहुंचाने के लिए युवा कल्याण विभाग ने ग्राम पंचायत स्तर पर तैयार किए मैदानों में प्रशिक्षक तैनात करने की कवायद की है। इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है।

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    सूबे में खेल विभाग जहां स्पोटर्स कॉलेज, स्पोटर्स हॉस्टल के माध्यम से विभिन्न खेलों में प्रतिभाओं को तराश रहा है। वहीं जिला खेल कार्यालय के माध्यम से विभिन्न खेलों के प्रशिक्षण शिविर संचालित कर रहा है।

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    खेल विभाग की तरह युवा कल्याण विभाग खेल प्रतिभाओं खासकर ग्रामीण अंचलों में यह जिम्मा उठा रहा है। वर्तमान में प्रदेशभर में विभाग ने चार हजार के करीब छोटे-बड़े खेल मैदान तैयार किए हैं। मकसद यह है कि ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को खेलों की मूलभूत सुविधा मिल सके।

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    इन मैदानों में से 150 ऐसे मैदान हैं, जहां दो सौ मीटर का ट्रैक भी मौजूद है। विभाग ने मैदान तो बना दिए, लेकिन अर्जुन को तराशने के लिए विभाग के पास द्रोणाचार्य नहीं हैं। ग्रामीण अंचलों में प्रतिभाएं खुद के दम पर अपने को निखार रही हैं। युवा कल्याण विभाग में 13 व्यायाम प्रशिक्षक तैनात हैं, जिनकी भर्ती हुए लंबा अंतराल बीत गया।

    अब विभाग ने अपने ढांचे में बदलाव कर खेल प्रशिक्षकों के पद सृजित करने का निर्णय लिया है। विभाग का इरादा दो सौ मीटर ट्रैक वाले मैदानों में कम से कम एक खेल में प्रशिक्षक तैनात करना है।

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    सूत्रों के अनुसार विभाग ने विभागीय ढांचे में संशोधन कर प्रशिक्षकों के पद सृजित कर स्वीकृति के लिए शासन में भेजा हुआ है। इनमें से 50 पदों पर स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। अगर ऐसा होता है तो खेलों में रोजगार हासिल करने की चाह रखने वाले खिलाड़ियों को रोजगार तो मिलेगा ही साथ में ग्रामीण प्रतिभाओं को द्रोणाचार्य।

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    निदेशक युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल विभाग प्रशांत आर्य ने कहा कि विभाग का नया ढांचा बनाया जा रहा है। इसमें प्रशिक्षकों के पद भी सृजित किए हैं। हमारा उद्देश्य ग्रामीण अंचलों में खिलाडिय़ों को मूलभूत सुविधा देने के साथ ही उन्हे बेहतर प्रशिक्षण देना है। इसके लिए विभाग ने प्रशिक्षकों की भर्ती के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है।

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