कार्गो शिप और क्रूज की बनारस में होगी मेंटेनेंस, पीएम मोदी करेंगे रामनगर शिप रिपेयरिंग सेंटर का शिलान्यास
रामनगर में मल्टी मॉडल टर्मिनल पर सब क्रूज और नावों की मरम्मत के लिए एक सर्विस सेंटर बनेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को गुजरात के जामनगर से इसका वर्चुअल शिलान्यास करेंगे। यह देश का पहला शिप रिपेयरिंग सेंटर है जो मैदानी क्षेत्र में नदी पर बन रहा है। सेंटर में चार ड्राई डॉक होंगे जहां जहाजों की सर्विस होगी।

जागरण संवाददाता, वाराणसी, (रामनगर)। नगर के मल्टी मॉडल टर्मिनल पर सब क्रूज और नावों की मरम्मत के लिए एक सर्विस सेंटर स्थापित किया जाएगा। यह सेंटर टर्मिनल के दाहिने ओर गंगा किनारे बनाया जाएगा, जिसका वर्चुअल शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार सुबह जामनगर, गुजरात से करेंगे।
यह देश का पहला शिप रिपेयरिंग सेंटर है, जो मैदानी क्षेत्र में किसी नदी पर स्थापित किया जा रहा है। अब तक शिप रिपेयरिंग सेंटर समुद्रों में बनाए जाते रहे हैं, जहां बड़े जलयानों और जहाजों की मरम्मत की जाती रही है।
इस शिप रिपेयरिंग सेंटर में चार आयताकार ड्राई डॉक बनाए जाएंगे, जिनमें जहाजों की सर्विस के साथ-साथ मरम्मत भी की जाएगी। ये ड्राई डॉक सूखी सतह पर बनाए जाएंगे, जहां जहाज को क्रेन के माध्यम से लाया जाएगा।
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मरम्मत के बाद, जहाज को फिर से क्रेन के माध्यम से नदी में स्थानांतरित किया जाएगा। इस सेंटर में अत्याधुनिक मशीनों के साथ ही ऑटोमेटेड कंट्रोलिंग मशीन भी होगी, जो जहाज की किसी भी गड़बड़ी को स्क्रीन पर प्रदर्शित करेगी।
आईडब्ल्यूएआई के निदेशक संजीव कुमार ने बताया कि शिप रिपेयरिंग सेंटर के निर्माण के बाद जहाजों की मरम्मत में आसानी होगी, जिससे सुगम यातायात में भी सुधार होगा। यह परियोजना न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाएगी, बल्कि जल परिवहन के क्षेत्र में भी एक नई दिशा प्रदान करेगी।
इस सेंटर के माध्यम से स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे। इसके अलावा, यह क्षेत्र में जल परिवहन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा इस सेंटर का शिलान्यास एक महत्वपूर्ण कदम है, जो जल परिवहन के विकास में सहायक सिद्ध होगा।
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इस परियोजना के तहत, शिप रिपेयरिंग सेंटर का निर्माण न केवल तकनीकी दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पर्यावरण के अनुकूल भी होगा। यह सुनिश्चित करेगा कि जहाजों की मरम्मत के दौरान पर्यावरण को न्यूनतम नुकसान पहुंचे।
इस प्रकार, रामनगर का यह शिप रिपेयरिंग सेंटर न केवल क्षेत्र के विकास में सहायक होगा, बल्कि यह देश के जल परिवहन क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने का कार्य करेगा। प्रधानमंत्री मोदी का इस परियोजना का शिलान्यास करना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भविष्य में जल परिवहन को और अधिक सशक्त बनाएगा। इस प्रकार, रामनगर का शिप रिपेयरिंग सेंटर न केवल तकनीकी दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्थानीय समुदाय के लिए भी एक नई उम्मीद का स्रोत बनेगा।
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