वाराणसी में वकील-पुलिस विवाद पर अजय राय ने भाजपा को घेरा, बोले - मोदी और योगी चुप क्यों हैं?
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने वकील और पुलिस के बीच विवाद को भाजपा सरकार की नाकामी बताया। उन्होंने कहा कि सरकार मूकदर्शक बनी हुई है जो संवेदनहीनता का परिचायक है। राय ने कहा कि वकील न्याय और संविधान के रक्षक हैं और उन पर अन्याय लोकतंत्र पर हमला है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। वकीलों और पुलिस के बीच बढ़ते विवाद को लेकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि यह भाजपा सरकार की नाकामी का स्पष्ट प्रमाण है। उन्होंने बताया कि वकील और पुलिस समाज के दो महत्वपूर्ण स्तंभ हैं, लेकिन वर्तमान में दोनों पक्ष आमने-सामने हैं और सरकार इस स्थिति को देखकर मूकदर्शक बनी हुई है। यह केवल प्रशासनिक विफलता नहीं, बल्कि सरकार की संवेदनहीनता का भी परिचायक है।
अजय राय ने कहा कि वकील केवल पेशेवर लोग नहीं होते, बल्कि वे समाज में न्याय और संविधान की रक्षा करने वाले प्रहरी हैं। जब वकील स्वयं अन्याय और उत्पीड़न का शिकार होते हैं, तो यह पूरे लोकतंत्र पर एक गंभीर हमला है। उन्होंने यह भी कहा कि वकील और पुलिस दोनों समाज के महत्वपूर्ण अंग हैं, और दोनों के बीच सामंजस्य स्थापित करना सरकार की जिम्मेदारी है। लेकिन भाजपा सरकार की संवेदनहीनता के कारण स्थिति और बिगड़ती जा रही है।
यह भी पढ़ें : UP से मानसून की दस दिन में होने जा रही है विदाई, उत्तर प्रदेश में जल्द बदलेगा मौसम
उन्होंने सवाल उठाया कि काशी के सांसद नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सहित अन्य जनप्रतिनिधि इस मामले पर चुप क्यों हैं? क्या वाराणसी के वकीलों का दर्द उन्हें दिखाई नहीं देता? उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से अपील की कि वे तुरंत हस्तक्षेप करें और इस विवाद को शांत कराएं, साथ ही वकीलों की सुरक्षा और सम्मान की गारंटी दें।
अजय राय ने कहा कि भाजपा के नेताओं की प्राथमिकता जनता और वकीलों की समस्याएं नहीं, बल्कि केवल अपनी सत्ता को बनाए रखना है। उन्होंने मांग की कि सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करके प्रशासन, न्यायिक अधिकारियों और वकील समुदाय के बीच संवाद स्थापित करना चाहिए, ताकि टकराव की जड़ को पहचानकर उसका स्थायी समाधान निकाला जा सके।
यह भी पढ़ें : गाजीपुर में दारू पार्टी के लिए मांग रहे थे पैसा, मना करने पर दोस्त की मां को मार डाला
उन्होंने यह भी कहा कि समस्याओं का निवारण प्रतिशोध के बजाय न्यायिक मंचों और वैधानिक प्रक्रियाओं के माध्यम से होना चाहिए। सभी संबंधित पक्षों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि विधि-व्यवस्था, संयम और संवैधानिक सीमाओं का पालन किया जाना चाहिए। यह समय विवेक और सहनशीलता का है, क्योंकि इस सरकार की संवेदनहीनता किसी से छिपी नहीं है।
अजय राय ने इस मुद्दे पर सभी पक्षों से सहयोग की अपील की, ताकि वाराणसी में शांति और न्याय की स्थापना हो सके। उन्होंने कहा कि यह समय है कि सभी मिलकर इस विवाद का समाधान निकालें और समाज में एकता बनाए रखें।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।