गाजीपुर में दारू पार्टी के लिए मांग रहे थे पैसा, मना करने पर दोस्त की मां को मार डाला
गाजीपुर जिले के कासिमाबाद में एक युवक से शराब के लिए पैसे मांगने पर हुए विवाद में दबंगों ने उसकी मां मंशा देवी प्रजापति की हत्या कर दी। बेटे विधि चंद्र ने बताया कि पैसे न देने पर दबंगों ने उसकी मां पर हमला किया और गला दबाकर मार डाला।

जागरण संवाददाता, गाजीपुर। कासिमाबाद कोतवाली के ग्राम पाली में गुरुवार को एक युवक के साथ हुए झगड़े में दबंगों ने उसकी मां, मंशा देवी प्रजापति, की बेरहमी से हत्या कर दी। इस घटना के बाद बेटे विधि चंद्र ने दो लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है।
विधि चंद्र ने बताया कि वह एक प्राइवेट नौकरी करता है और दो दिन पहले ही घर आया था। घर लौटने पर गांव के कुछ युवक उससे दारू पार्टी के लिए पैसे मांगने लगे। जब उसने पैसे देने से मना किया, तो उन युवकों ने उसके साथ झगड़ा शुरू कर दिया। विधि चंद्र ने अपनी मां को बचाने की कोशिश की, लेकिन दबंगों ने उसकी मां पर हमला कर दिया। मंशा देवी को गंभीर चोटें आईं और गला दबाकर उनकी हत्या कर दी गई।
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इस घटना ने पूरे गांव में दहशत फैला दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। गांव के लोग अब सुरक्षा की मांग कर रहे हैं और चाहते हैं कि दोषियों को कड़ी सजा मिले।
विधि चंद्र ने बताया कि उसकी मां हमेशा उसकी मदद करती थीं और गांव में सभी के बीच उनकी अच्छी छवि थी। इस घटना के बाद परिवार में शोक का माहौल है। विधि चंद्र ने कहा कि वह न्याय के लिए लड़ाई जारी रखेगा और किसी भी कीमत पर अपने मां के हत्यारों को सजा दिलवाएगा।
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गांव के लोगों ने भी इस घटना की निंदा की है और कहा है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि गांव में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
इस घटना ने यह सवाल उठाया है कि क्या हमारे समाज में कानून व्यवस्था इतनी कमजोर हो गई है कि दबंगों के हौसले बुलंद हो गए हैं। स्थानीय प्रशासन को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि लोगों का विश्वास कानून व्यवस्था में बना रहे। इस प्रकार की घटनाएं न केवल पीड़ित परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए चिंता का विषय हैं। समाज को एकजुट होकर ऐसे अपराधों के खिलाफ खड़ा होना होगा और प्रशासन को भी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना होगा।
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