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वाराणसी के फुलवरिया फोरलेन में पडऩे वाले दो रेलवे ओवर ब्रिज के बनने का रास्ता साफ

फुलवरिया फोरलेन में पडऩे वाले दो रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) के बनने का रास्ता साफ हो गया है। रेलवे प्रशासन से ग्रीन सिग्नल मिलने के साथ राजकीय सेतु निगम ने टेंडर निकाल दिया है। दोनों आरओबी की लंबाई 54-54 मीटर है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 21 Jul 2021 08:50 AM (IST)Updated: Wed, 21 Jul 2021 08:50 AM (IST)
फुलवरिया फोरलेन में पडऩे वाले दो रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) के बनने का रास्ता साफ हो गया है।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। फुलवरिया फोरलेन में पडऩे वाले दो रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) के बनने का रास्ता साफ हो गया है। रेलवे प्रशासन से ग्रीन सिग्नल मिलने के साथ राजकीय सेतु निगम ने टेंडर निकाल दिया है। दोनों आरओबी की लंबाई 54-54 मीटर है। टेक्निकल बिड फाइनल होने के बाद निविदा खोली जाएगी। सेतु निगम ने आरओबी के दोनों तरफ के ज्यादातर काम पूरा कर लिया है। उधर, लोक निर्माण विभाग अपने कामों को तेजी से करा रहा है। पीडब्ल्यूडी का 80 फीसद काम पूरा हो चुका है। साथ ही वरुणा में पुल बनाने का काम तेजी से चल रहा है।

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फुलवरिया फोरलेन में एक-एक बाधा दूर होने के साथ निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। फुलवरिया फोरलेन के निर्माण में रेलवे प्रशासन और सेना की जमीन रास्ते में पड़ रही थी। जिला प्रशासन के सहयोग से जमीन की समस्या दूर हो गई। उसी हिसाब से पीडब्ल्यूडी और सेतु निगम भी काम करता रहा। लेकिन, रेलवे के सम्पार-चार और पांच पर आरओबी बनना है। यहां तकनीकी काम के चलते राजकीय सेतु निगम ने टेंडर निकाला है।

फुलवरिया फोरलेन की दूरी-5.3 किलोमीटर

लागत-60 करोड

जमीन मुआवजा-110 करोड

लहरतारा फुलवरिया-शिवपुर सम्पार-चार पर आरओबी

लंबाई -627.280 मीटर

लागत -5437.47 लाख

कार्य प्रारंभ-अप्रैल-2018

लहरतारा फुलवरिया-शिवपुर सम्पार-पांच पर आरओबी

लंबाई -643.630 मीटर

लागत -5260.51 लाख

कार्य प्रारंभ-अप्रैल, 2019

आरओबी के सम्पार-चार और पांच पर 54-54 मीटर लंबा बनना बाकी है

आरओबी के सम्पार-चार और पांच पर 54-54 मीटर लंबा बनना बाकी है। दोनों के लिए टेंडर कर दिया गया है। टेक्निकल बिड फाइनल होने के बाद निविदा खोली जाएगी। इस माह के अंत तक निविदा खोल दी जाएगी जिससे आरओबी के काम तेजी आ सके।

-रोहित अग्रवाल, उप परियोजना प्रबंधक सेतु निगम

फुलवरिया फोरलेन बनने के साथ लोगों की दूरी कम होने संग समय भी बचेगा। बौलिया से कचहरी पहुंचने में 10 से 15 मिनट लगेगा जबकि अभी करीब एक घंटे लगता है। कैंट रेलवे स्टेशन, रोडवेज बस स्टैंड और अंधरापुल में जाम लग गया तो समय कितना लगेगा कुछ कहा नहीं जा सकता है। फुलवरिया फोरलेन बनने के साथ लोगों का समय और पैसा दोनों बचेगा। लोक निर्माण विभाग के हिस्से का 60 फीसद से अधिक काम पूरा हो चुका है जबकि सेतु निगम का काम पूरा करने में थोड़ा वक्त जरूर लगेगा, क्योंकि रेलवे क्रासिंग पर अभी आरओबी का काम शुरू नहीं हो सका। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तय सीमा यानि दिसंबर तक हरहाल में काम पूरा करने का निर्देश दिया है।


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