ट्रेन के होम सिग्नल क्रॉस करने से पहले बजेगा अलार्म
जागरण संवाददाता उन्नाव नॉन-इंटरलॉकिग की कवायद पूरी करने के बाद पहली ट्रेन बिहार सं
जागरण संवाददाता, उन्नाव: नॉन-इंटरलॉकिग की कवायद पूरी करने के बाद पहली ट्रेन बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को आधुनिक सिग्नल प्रणाली के तहत उन्नाव से लखनऊ के लिए रवाना किया गया। डाउन लाइन में यह ट्रायल रात करीब 7:20 बजे किया गया। वहीं अप में करीब 10 मिनट बाद नीलांचल एक्सप्रेस को उन्नाव से कानपुर सेंट्रल स्टेशन के लिए निकाला गया। अप व डाउन लाइन में यह ट्रायल सफल रहा। रेलवे के अधिकारियों के अनुसार सिग्नल की आधुनिक तकनीक में रेल संरक्षा-यात्री सुरक्षा पहले से ज्यादा मजबूत हो सकेगी। इसमें अप व डाउन लाइन पर आने वाली ट्रेन होम सिग्नल पर पहुंचने से पहले स्टेशन मास्टर को कंट्रोल रूम में लगी स्क्रीन पर दिखेगी व अलार्म बजना शुरू हो जाएगा। यदि ट्रैक पर कोई दूसरी ट्रेन खड़ी है तो होम सिग्नल पर ही लोको पायलट को रेड सिग्नल दिखाई देने लगेगा।
उन्नाव जंक्शन पर सिग्नल की आधुनिक प्रणाली लागू किए जाने के दौरान वरिष्ठ परिचालन प्रबंधक लखनऊ मंडल नीतीश कुमार उपस्थित रहे। नीतीश कुमार ने अप व डाउन में हुए सफल ट्रायल पर सिग्नल व तकनीकी विभाग के साथ रेलपथ व स्टेशन की पूरी टीम की सराहना की। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि सिग्नल की अभी तक मैनुअल व्यवस्था उन्नाव में थी। इसमें ट्रेन के होम सिग्नल पर आने से पहले उसे केबिन व स्टेशन मास्टर के आपसी तालमेल के साथ मैनुअल सिग्नल दिया जाता था। अब ऐसा नहीं होगा । अभी तक स्टेशन मास्टर ट्रेन आने पर केबिनमैन को फोन करके ट्रैक के खाली होने की जानकारी देते हुए स्लाइडिग का कार्य करता था। इसमें सिग्नल को रूट निर्धारित करने के लिए प्वाइंट बनाए जाते थे। इसमें करीब सात मिनट तक लग जाता था। आधुनिक तकनीक में एक मिनट में सिग्नल को लेकर सारी कवायद ऑटोमैटिक पूरी हो जाएगी। सिग्नल की मैनुअल प्रणाली खत्म होने के बाद अब रेलवे गंगापुल बायां किनारा स्टेशन से लखनऊ तक बनी केबिन को गिराने का कार्य करेगी। इसके लिए निर्माण खंड के इंजीनियर को निर्देश जारी किया गया है।