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    उन्नाव में है एड गुरु पीयूष की ननिहाल, कानपुर से भी नाता

    Updated: Fri, 24 Oct 2025 11:51 PM (IST)

    एड गुरु पीयूष की ननिहाल उन्नाव में स्थित है, और उनके परिवार का कानपुर से भी नाता बताया जा रहा है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, पीयूष के पारिवारिक संबंध दोनों स्थानों से जुड़े हैं। उनके निधन की जानकारी मिलने पर रिश्तेदारों में शोक है।

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    फतेहपुर चौरासी के पंडित जवाहर लाल नेहरू इंटर कालेज में लगा पं. बल्देव प्रसाद वाजपेई ने दो कमरों का कराया था प्रथम निर्माण कार्य का पत्थर। जागरण

    संवाद सूत्र, जागरण. फतेहपुर चौरासी (उन्नाव)। राजनीतिक पार्टियों से लेकर नामी कंपनियों के विज्ञापन की सूत्र लाइनें देने वाले पीयूष पांडे की मां भगवती देवी फतेहपुर चौरासी कस्बे के मुहल्ला शास्त्री नगर में रहती थीं। शुक्रवार को पीयूष की ननिहाल से जुड़े लोग निधन की खबर से दुखी नजर आए। कानपुर के शिवराजपुर के काकूपुर गांव से उनका परिवार उन्नाव में जाकर बस गया था। इससे कानपुर से भी उनका नाता था।

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    काकूपुर के पूर्व प्रधान सीताराम बाजपेयी ने बताया कि वर्षों पहले उनका परिवार जयपुर चला गया था। उसके बाद से गांव में किसी का आना-जाना नहीं रहा। वहीं, मूलरूप से फतेहपुर चौरासी व वर्तमान में मुंबई के अंधेरी पश्चिम में रह रहे फिल्म निर्देशक पंकज शुक्ला ने बताया कि पीयूष पांडे के नाना का नाम बल्देव प्रसाद बाजपेयी था। उन्होंने पीयूष के साथ बिताए पलों की स्मृतियां साझा कीं।


    पंकज ने बताया कि एड गुरु पीयूष पांडे का निधन विज्ञापन जगत व कला जगत के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उससे बड़ी क्षति उनकी बोली की है, जिसे उन्होंने मुंबई में रईसों की महफिलों में इज्जत दिलाई। उनकी बहन इला अरुण ने ठेठ उन्नाव की अवधी बोली में जब-जब "इनका नाम राधा नाई होइ सकत। राधा गोरी हतीं, ई करिया हैं।" कहा, तब-तब दर्शकों की तालियां बजती रहीं। फिर उनके ननिहाल का नाम भी "हमका जादा गुस्सा न दिलाव। नहीं तो हम अपनी अम्मा के घरै फतेहपुर चौरासी चली जइबे।" भी आया। इससे साफ है कि इला अरुण व उनके दिवगंत भाई पीयूष पांडे का ननिहाल फतेहपुर चौरासी में ही है।

    ‘फोक स्टार्स माटी के लाल’ की शूटिंग के दौरान इला अरुण को जब यह पता चला कि मेरा घर फतेहपुर चौरासी में है तो मुझ पर बहुत स्नेह लुटाया। अब भी अवधी में उनको कहीं संवाद बोलना होता है तो तुरंत फोन करती हैं। बुकनू की उनकी डिमांड हमेशा रहती है। इला अरुण बहुत याद तो नहीं कर पातीं, लेकिन उनकी मां भगवती फतेहपुर चौरासी के प्रतिष्ठित व्यक्ति छोटेलाल बाजपेई की सगी बहन हैं। जवाहर लाल नेहरू इंटर कालेज में अपने परिवार की तरफ से एक कमरा बनवाने की बात भी उन्होंने बताई थी।

    उनकी बहन रमा पांडे भी कुछ साल पहले फतेहपुर चौरासी आई थीं। तब इन सारे स्थानों की शूटिंग कराकर मैंने इन्हें 'फोक स्टार्स माटी के लाल' कार्यक्रम के एक एपिसोड में शामिल भी किया था। उन्होंने बताया कि पीयूष का परिवार बड़ा है। भगवती के कुल नौ बेटे-बेटियां हुए। दो बेटे प्रसून पांडे और पीयूष पांडे, जबकि इला अरुण समेत सात बेटियां हुईं। शुक्रवार को फतेहपुर चौरासी में जब पीयूष के निधन की खबर पहुंची तो लोग दुखी नजर आए।

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