Allahabad University को मिले आठ नए शिक्षक, सात पदों पर नहीं मिले योग्य, पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में बदलाव किया गया
Allahabad University में कार्य परिषद की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। नई नियुक्तियों पदोन्नतियों के साथ पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में यूजीसी-नेट स्कोर को आधार बनाने का निर्णय लिया गया। मालिनी अवस्थी को डाक्टर आफ लेटर्स की मानद उपाधि दी जाएगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत स्नातक कार्यक्रमों को मंजूरी मिली और खेल प्रशिक्षकों की भी नियुक्ति हुई।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। Allahabad University इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में कार्य परिषद की अहम बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण शैक्षणिक और प्रशासनिक निर्णय लिए गए, जिनमें नई नियुक्तियां, फैकल्टी पदोन्नति, नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक पाठ्यक्रमों का विस्तार और पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में बड़ा बदलाव शामिल है।बैठक में सबसे अधिक ध्यान फैकल्टी की नियुक्तियों और पदोन्नतियों पर रहा।
कार्य परिषद ने 15 पदों में से आठ पदों पर नई नियुक्तियों और 27 पदोन्नतियों को मंजूरी दी। आठ नियुक्तियों में परिवार और सामुदायिक विज्ञान विभाग में एक प्रोफेसर व एक सहायक प्रोफेसर, वाणिज्य और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग में चार सहायक प्रोफेसर व एक प्रोफेसर तथा अर्ली चाइल्डहुड केयर सेंटर में एक सहायक प्रोफेसर की नियुक्ति को मंजूरी मिली। साथ ही मालिनी अवस्थी को स्थापना दिवस पर डाक्टर आफ लेटर्स आनोरिस कासा मानद उपाधि देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
Prayagraj University इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद ने शिक्षकों की नई नियुक्तियों और पदोन्नति की घोषणा कर दी है। वाणिज्य एवं बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग में प्रोफेसर के दो पद हैं। अनारक्षित श्रेणी में हिमांशु श्रीवास्तव का चयन हुआ और ओबीसी श्रेणी का पद नाट फाउंड सुटेबल (एनएफएस) हो गया। एसोसिएट प्रोफेसर का पद भी एनएफएस रहा।
असिस्टेंट प्रोफेसर में ओबीसी श्रेणी की रूपम कुमारी, एसटी श्रेणी में हैप्पीसन मिंगशिंगफाई गचुइवो गचुइवो, ईडब्ल्यूएस श्रेणी में भावना श्रीवास्तव और पीडब्ल्यूडी श्रेणी में अकांक्षा सिंह चयनित हुई। एससी श्रेणी के दो पद एनएफएस रहे। परिवार एवं सामुदायिक विज्ञान विभाग में प्रोफेसर पद पर अनारक्षित श्रेणी में अंजलि माथुर और सहायक प्रोफेसर पद पर अनारक्षित श्रेणी की नीमा पपनई चयनित हुईं।
अर्ली चाइल्डहुड केयर सेंटर में प्रोफेसर पद एनएफएस हो गया। सहायक प्रोफेसर में अनारक्षित श्रेणी की दीप्ति श्रीवास्तव चयनित हुई। ओबीसी और ईडब्ल्सूएस श्रेणी का पद एनएफएस हो गया। इससे पूर्व बैठक की शुरुआत में कुलपति ने परिषद को बताया कि विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बीए, बीएससी और बीकाम में चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रमों को लागू करने की मंजूरी दे दी गई है।
यह भी पढ़ें- वृद्धावस्था पेंशन को 5 वर्ष से खुद को जिंदा साबित करने की नाकाम कोशिश की, अब प्रयागराज के ADM ने जांच के दिए आदेश
यह प्रस्ताव 26 अगस्त को हुई विद्वत परिषद की बैठक में पहले ही पारित हो चुका था। कुलपति ने यह भी बताया कि 192 कौशल-आधारित पाठ्यक्रम (प्रत्येक दो क्रेडिट, 60 दिन अवधि) छात्रों के लिए वैकल्पिक विषयों के रूप में उपलब्ध कराए गए हैं। इन पाठ्यक्रमों में पहले वर्ष के साथ-साथ वरिष्ठ छात्रों में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है।
करियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत हुई पदोन्नतियां
प्राणीविज्ञान विभाग तीन असिस्टेंट प्रोफेसर को स्टेज टू का प्रमाेशन दिया गया। वहीं तीन एसोसिएट प्रोफेसर से प्रोफेसर बने। अंग्रेजी और एमईएल प्राणी विज्ञान विभाग में चार असिस्टेंट प्रोफेसर को स्टेज टू का प्रमोशन मिला। तीन एसोसिएट प्रोफेसर से प्रोफेसर बने। रसायन विज्ञान विभाग में तीन असिस्टेंट प्रोफेसर का स्टेज टू में प्रमोशन हुआ और दो को एसोसिएट प्रोफेसर से प्रोफेसर बनाया गया।
तीन असिस्टेंट प्रोफेसर एसोसिएट बने
वाणिज्य और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग में तीन असिस्टेंट प्रोफेसर एसोसिएट प्रोफेसर बने और एक को एसोसिएट प्रोफेसर से प्रोफेसर बनाया गया। इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन विभाग में छह असिस्टेंट प्रोफेसर को स्टेट टू में प्रोन्नत किया गया। बैठक में बताया गया कि कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव के कार्यकाल में अब तक 458 चयन समितियां आयोजित हुई हैं, जिनके माध्यम से 372 नियुक्तियां और कैस के तहत 200 शिक्षकों की पदोन्नति हो चुकी है।
पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में बदलाव
सदन ने आगामी शैक्षणिक सत्र 2025-26 से पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में बड़े बदलाव की जानकारी दी।इसके तहत अब संयुक्त शोध प्रवेश परीक्षा (क्रेट) की जगह यूजीसी-नेट (यूजीसी) स्कोर के आधार पर पीएचडी प्रवेश होंगे। इस निर्णय से प्रवेश प्रक्रिया अधिक पारदर्शी होगी और देशभर से प्रतिभाशाली छात्रों को विश्वविद्यालय तक पहुंचने का अवसर मिलेगा।
खेल और अंतरराष्ट्रीय पहुंच
बैठक में यह भी बताया गया कि विश्वविद्यालय ने एथलेटिक्स, टेनिस और फुटबाल के लिए तीन नए प्रशिक्षकों की नियुक्ति की है। तीनों प्रशिक्षक राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रह चुके हैं।
छह देशों के छात्रों ने लिया प्रवेश
कुलपति ने सदन को बताया कि विश्वविद्यालय में प्रवेश अब पूरे भारत और अन्य देशों से भी बढ़ रहे हैं। 18 देशों से पूछताछ प्राप्त हुई है और केन्या, कोरिया, नेपाल, अफगानिस्तान जैसे छह देशों और केरल, गुजरात, अरुणाचल, राजस्थान जैसे राज्यों के छात्रों ने प्रवेश लिया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।