Baghpat's Soldier Martyr News: होली की तैयारियां कर रहा था गांव, बेटे की शहादत की सूचना से पसर गया मातम
आंतकियों से लोहा लेते हुए बागपत का लाल पिंकू कुमार शहीद हो गए। इसकी सूचना जब रविवार को परिवार को मिली तो दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। परिवार होली पर्व को धूमधाम से मनाने की तैयारी कर रहा था। इस घटना की सूचना से गांव में मातम पसर गया।
बागपत, जेएनएन। आंतकियों से लोहा लेते हुए बागपत का लाल पिंकू कुमार शहीद हो गए। इसकी सूचना जब रविवार को परिवार को मिली तो दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। परिवार होली पर्व को धूमधाम से मनाने की तैयारी कर रहा था। इस घटना की सूचना से गांव में मातम पसर गया। पिता जबर सिंह का कहना है कि उन्हें इस बात का गर्व है कि उनका बेटा देश के लिए शहीद हो गया।
जम्मू कश्मीर के सोफिया से होली के त्यौहार पर लुहारी गांव में एक ऐसी खबर आई जिसके बाद पूरा गांव गम में डूब गया। दरअसल, गांव में सेना की ओर से लुहारी गांव में जवान पिंकू के घर जानकारी पहुंची कि पिंकू 27 मार्च की रात लगभग सवा आठ बजे सोफिया में आतंकियों से लोहा लेते शहीद हो गए थे। वह आतंकियों के खिलाफ एक आपरेशन को अंजाम दे रहे थे, इसी दौरान आतंकियों की गोली से पिंकू गंभीर रूप से घायल हो गए और उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
गांव के पूर्व प्रधान सुधीर ने बताया कि 15 जनवरी वर्ष 1983 को जन्मे पिंकू 13 सितंबर वर्ष 2001 को सेना में भर्ती हुए थे। उन्होंने लगभग 20 साल सेना में रहते देश की रक्षा की। घर पर कोहराम मचा हुआ है, पत्नी कविता और दूसरे स्वजन का रो रोकर बुरा हाल है। गांव में लोग उनकी शहादत पर गर्व कर रहे हैं।
नौ माह का है बेटा
पिंकू कुमार का बेटा नौर माह का है, जिसको यह भी जानकारी नहीं होगी कि उसके सिर से पिता का साया उठ गया है। उसे तो ठीक से शायद अपने पिता का चेहरा भी नहीं याद होगा। परिवार में शहीद जवान की दो बेटियां भी हैं। एक आठ साल की तो दूसरी पांच साल की है।
नेताओं का पहुंचना जारी
जवान के शहीद होने की सूचना पर कई नेताओं का उनके घर पर पहुंचना जारी है। रालोद के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी भी शहीद पिंकू के घर पहुंच गए। उन्होंने परिजनों का ढाढ़स बढ़ाया। वहीं कई अन्य स्थानीय नेता भी मौके पर पहुंचे हुए हैं। शाम तक शव आने की सूचना बताई जा रही है।
Army Soldier Martyr: बागपत का लाल पिंकू कुमार आंतकी मुठभेड़ में शहीद, परिवार में मचा कोहराम