महोबा में जमीन के लिए रिश्तों का बहाया खून, ईट से कूचकर की पिता की हत्या
महोबा के चरखारी में एक बेटे ने जमीन विवाद के चलते अपने 75 वर्षीय पिता की ईंट से कूचकर हत्या कर दी। छोटे बेटे भागवली को आशंका थी कि बड़ा भाई शेष 21 बीघ ...और पढ़ें
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संवाद सहयोगी, चरखारी (महोबा)। बड़े भाई को पिता शेष बची 21 बीघा जमीन न दे दें, इस आशंका के चलते छोटा भाई मानसिक तनाव में आ गया। उसे शक था कि बड़े भाई ने पिता को अपने वश में कर लिया है। अब सारी जमीन अपने नाम करा लेगा। उसने पिता को ही रास्ते से हटाने की योजना बनाई और रिश्तों का खून बहाते हुए ईंट से कूचकर उनकी हत्या कर दी।
पुलिस ने 24 घंटे में इस हत्याकांड का राजफाश किया। आरोपित के कब्जे से घटना में प्रयोग की गई ईंट को बरामद कर उसे न्यायालय के समक्ष पेश किया। इसके बाद उसे जेल भेजा गया। आरोपित ने पहले तौलिये से गला दबाया फिर ईंट से सिर को कुचला।
जानें क्या था पूरा मामला
थाना क्षेत्र के ग्राम गुढ़ा निवासी 75 वर्षीय किसान लालदिमान लोधी पत्नी की मृत्यु के बाद पिछले पांच सालों से अपने खेत स्थित मकान में रह रहा था। उसके दो बेटे हरनारायण और भागवली हैं। दोनों मिलकर एक-एक महीने अपने पिता को दिन में एक बार खाना देते थे। बड़ा बेटा हरनारायण शनिवार की सुबह खाना देने खेत पर बने मकान के पास पहुंचा तो उसने पिता को आवाज दी। लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जब वह घर कमरे के अंदर गया तो नजारा देखकर दंग रह गया। पुत्र के मुताबिक पिता जमीन पर पड़े थे और गले में तौलिया का फंदा बंधा था और सिर कुचला हुआ था।
60 बीघा जमीन
उसने इसकी सूचना डायल 112 और थाना चरखारी में दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और फारेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने बड़े बेटे हरनारायण की सूचना पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया। स्वजन के मुताबिक दिवंगत के पास 60 बीघा जमीन थी। जब उसके दोनों बेटे छोटे थे, तभी उसने दस-दस बीघा जमीन उनके नाम पर कर दी थी। पांच साल पूर्व उसने 19 बीघा जमीन बेच दी थी। इससे आए रुपयों का भी दोनों बेटों में समान रूप से बंटवारा कर दिया। अभी भी उसके पास बीस बीघा कृषि भूमि नाम है। एसपी प्रबल प्रताप सिंह ने इसका संज्ञान लिया और शीघ्र राजफाश के निर्देश दिए। साक्ष्य और छानबीन के आधार पर छोटे बेटे भागवली को हिरासत में लिया गया।
ईंट भी बरामद
थानाध्यक्ष चरखारी प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि पूछताछ में आरोपित बताया कि उसे यह आशंका थी कि उसके बड़े भाई हरनारायण द्वारा पिता को अपने वश में कर लिया गया है। वह पिता की संपूर्ण भूमि अपने नाम कराने की योजना बना रहा है। इसके चलते वह अत्यधिक मानसिक दबाव में आ गया। इससे आजिज होकर उसने पिता को रास्ते से हटाने की योजना बनाई और घटना को अंजाम दिया। आरोपित के कब्जे से घटना में प्रयुक्त आधी ईंट का टुकड़ा बरामद किया गया। न्यायालय के समक्ष पेश कर उसे जेल भेजा गया है।

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