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    आम्रपाली एक्सप्रेस ट्रेन में टाइम बम लगा रखा, मौके पर 14-15 आतंकवादी हैं...रेलवे प्रशासन के उड़े होश

    Updated: Fri, 17 Oct 2025 08:50 PM (IST)

    कानपुर में आम्रपाली एक्सप्रेस में बम की झूठी सूचना से हड़कंप मच गया। पुलिस ने तत्काल स्टेशन पहुंचकर ट्रेन की तलाशी ली, लेकिन कुछ नहीं मिला। जांच में पता चला कि दो भाइयों ने झगड़े के बाद झूठी सूचना दी थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

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    जागरण संवाददाता, कानपुर। ट्रेन में टाइम बम लगा रखा है, मौके पर 14-15 आतंकवादी हैं। एक लड़का है, जिसने ब्लैक टीशर्ट पहन रखी है। उसके पास बैग है, उस पर शक लग रहा है। ट्रेन की खिड़की भी तोड़ रखी है। ट्रेन अभी चल रही है। कानपुर सेंट्रल स्टेशन आने वाला है। ट्रेन का नाम आम्रपाली एक्सप्रेस और नंबर 15708 है।

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    गुरुवार रात 10:56 बजे पुलिस कंट्रोल रूम पर ये मैसेज पहुंचा तो जीआरपी और पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। कुछ ही देर में जीआरपी सीओ व एसीपी कैंट आकांक्षा पांडेय, एसीपी एलआइयू के साथ बन निरोधक दस्ता और दमकल, थानों का फोर्स पहुंच गया। सवा घंटे बाद ट्रेन दिल्ली से कानपुर स्टेशन पहुंची तो ट्रेन की हर बोगी को तीन बार जांचा गया, लेकिन कोई विस्फोटक सामग्री व संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। इस दौरान 22 मिनट ट्रेन रोकने के बाद रवाना की गई। मामले में सर्विलांस की मदद से सूचना देने वाले दो सगे भाइयों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।

    जीआरपी इंस्पेक्टर ओम नारायण सिंह ने बताया कि गुरुवार की रात 10:56 बजे कंट्रोल रूम पर एक सूचना आई, जिसमें बताया गया कि आम्रपाली एक्सप्रेस में आतंकवादी घुसने व टाइम बम लगाने की सूचना पर जीआरपी और कमिश्नरेट पुलिस के अधिकारियों पहुंच गए थे। रात 12:20 बजे ट्रेन स्टेशन के प्लेटफार्म आठ पर रुकी तो जांच की गई।

    तीन बार जांच के बाद भी ऐसा कुछ नहीं मिला। इसके बाद 12:42 बजे ट्रेन को रवाना कर दिया गया और सूचना देने वाले की तलाश शुरू की गई। जांच के दौरान दिखा था कि दूसरे जनरल कोच के उत्तर दिशा की तरफ शौचालय का शीशा खुला हुआ था, जहां घाटमपुर के भदरस पोसट ग्राम रहा निवासी दीपक चौहान और उसका भाई अंकित सिंह चौहान मिल गए। शक होने पर दोनों से पूछताछ की तो अंकित ने बताया कि वे इटावा से पहले सीट पर बैठने को लेकर शौचालय के पास कहासुनी हो गई थी।

    भाई दीपक जो मंदित है और उसका एलएलआर अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसने बम होने की अफवाह फैला दी थी, जिससे यात्री झगड़ा करने लगे थे। उन्हें सबक सिखाने के लिए इस तरह से झूठी सूचना दे दी थी। जीआरपी ने दोनों के पास से दो मोबाइल भी बरामद किए। जीआरपी थाना प्रभारी ओमनारायण सिंह ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर शुक्रवार को जेल भेजा है।

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