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    Explosion Update: फारेंसिक टीम की रिपोर्ट ने बढ़ाई टेंशन, फर्रुखाबाद कोचिंग सेंटर विस्फोट पर नया खुलासा

    Updated: Sun, 05 Oct 2025 08:25 PM (IST)

    फर्रुखाबाद में सेंट्रल जेल के पास विस्फोट के बाद फोरेंसिक टीम को सुतली के टुकड़े और कंकड़ मिले हैं जिससे विस्फोट बारूद से होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस मोबाइल कॉल डिटेल और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। एटीएस और बम निरोधक दस्ता भी जांच में जुटे हैं। डीआईजी ने बताया कि तीन एजेंसियों से जांच कराई जा रही है फिलहाल विस्फोटक के अवशेष नहीं मिले हैं।

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    घटनास्थल पर सुतली और कंकड़ इकट्ठा करती फोरेंसिक टीम। जागरण

    जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद। सेंट्रल जेल के पास कोचिंग सेंटर के बाहर शनिवार शाम हुए विस्फोट के पीछे पुलिस-प्रशासन भले ही सेप्टिक टैंक में मीथेन गैस को वजह मान रहा हो, लेकिन रविवार को कन्नौज से आई फोरेसिंक टीम को जो सामान मिला है वह पटाखों या बारूद से विस्फोट की ओर इशारा कर रहा है। टीम को सुतली के टुकड़े और छोटे कंकड़ मिले हैं, जो सुतली बम बनाने के काम आते हैं।

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    बम निरोधक दस्ता (बीडीएस) और आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने भी घटनास्थल का जायजा लिया। पुलिस विस्फोट में मृत दोनों युवकों के मोबाइल काल डिटेल और घटनास्थल की ओर जाने वाले रास्तों पर लगे सीसी कैमरे खंगाल रही है। पुलिस उपमहानिरीक्षक हरीश चंदर ने बताया कि तीन एजेंसियों से जांच कराई गई है। विस्फोटक पदार्थ जैसे कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं।

    शनिवार को फतेहगढ़ सेंट्रल जेल से करीब 500 मीटर की दूरी पर सातनपुर मंडी रोड पर बिना पंजीकरण के चल रही सन क्लासेज कोचिंग सेंटर के बाहर भीषण धमाका हुआ था। धमाके में सेंट्रल जेल के पास रहने वाले आकाश सक्सेना और गांव निनौआ निवासी आकाश कश्यप की मौत हो गई थी। इस घटना को प्रदेश शासन ने गंभीरता से लिया। शनिवार देर रात तक एटीएस के अधिकारी छानबीन में जुटे रहे।

    रविवार दोपहर कन्नौज स्थित विधि विज्ञान प्रयोगशाला के डा. पीके श्रीवास्तव की अगुआई में कानपुर व फतेहगढ़ की फोरेंसिक टीम पहुंची। टीम को मौके पर जले हुए सुतली के टुकड़े और छोटे कंकड़ (बजरी) मिले हैं। बम निरोधक दस्ते ने भी डाग स्क्वाड के साथ छानबीन की।

    शनिवार रात से डेरा जमाए एटीएस की टीम ने फिर दोबारा जांच कर साक्ष्य एकत्र किए। आसपास के लोगों से भी पूछताछ की। पड़ोसियों के मुताबिक धमाके के बाद घरों में धुआं भर गया था, जिससे बारूद जैसी गंध आ रही थी। पुलिस ने सेंट्रल जेल चौराहे और अन्य रास्तों पर लगे कैमरे भी खंगाले हैं। जेल में कई नामी बंदियों के अलावा बरेली उपद्रव का मुख्य आरोपित मौलाना तौकीर रजा भी बंद है।

    विधि विज्ञान प्रयोगशाला प्रभारी डा. पीके श्रीवास्तव ने बताया कि हर आशंका की जांच हो रही है। जब तक परीक्षण न हो जाए, तब तक कुछ कहना जल्दबाजी होगी। मौके पर कुछ सुतली मिली है, जांच कराई जाएगी। शाम करीब चार बजे डीआइजी कानपुर रेंज हरीश चंदर भी एसपी आरती सिंह के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और जायजा लिया।

    उसके बाद डीआइजी ने बताया कि तीन प्रमुख एजेंसियों से जांच करवा ली गई है। कहीं कोई विस्फोटक सामग्री के अवशेष नहीं मिले हैं। सेप्टिक टैंक में ही मीथेन गैस के कारण विस्फोट हुआ है। जहां सेप्टिक टैंक बना है, उसके पास से ही बिजली के तार भी निकले हैं।

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