इटावा में विजिलेंस का छापा, 10 हजार की रिश्वत लेता वक्फ इंस्पेक्टर रंगे हाथों पकड़ा
इटावा में एंटी करप्शन टीम ने वक्फ इंस्पेक्टर राम सुमेर को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। कल्लू पहलवान ने शिकायत की थी कि बोर्ड की संपत्ति का कमरा बनाने की अनुमति के बदले रिश्वत मांगी जा रही है। शिकायत मिलने पर एंटी करप्शन टीम ने विकास भवन स्थित अल्पसंख्यक विभाग के कार्यालय में छापा मारा और वक्फ इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया।

जागरण संवाददाता, इटावा। इटावा में विजिलेंस की टीम ने छापेमारी की। इस दौरान वक्फ निरीक्षक के रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। निरीक्षक ने वक्फ की संपत्ति में निर्माण कार्य के लिए रिश्वत मांगी थी। शिकायत के बाद विजिलेंस टीम ने उसे पकड़ा।
इटावा के अल्पसंख्क कल्याण विभाग मे कार्यरत वक्फ निरीक्षक राम सुमेर को एंटी करप्शन कानपुर की टीम ने 10 हजार की रिश्वत लेते रंगें हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि उसने कल्लू पहलवान निवासी साबितगंज से वक्फ प्रापर्टी के पुराने जर्जर कमरे के स्थान पर नया कमरा बनाने की अनुमति देने के नाम पर रिश्वत मांगी थी। मंगलवार को कल्लू पहलवान और एंटी करप्शन टीम के सदस्यों ने वक्फ निरीक्षक रामसुमेर को विकास भवन में स्थित प्रेरणा कैंटीन में बुलाया। वहीं जैसे ही उसे रिश्वत के 10 हजार रुपये दिए गए और एंटी करप्शन टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बाद में उसे सिविल लाइंस थाना ले जाया गया। जहां बाकी की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
राम सुमेर तीन साल से अल्पसंख्यक कल्याण कार्यालय में तैनात है। इससे पहले वह रामपुर और अलीगढ़ में तैनात रहा। रामपुर में भी शिकायतें मिलने पर इन्हें निलंबित कर आगरा सम्बद्ध किया गया था। जहां से इन्हें बहाली के बाद इटावा तैनात किया गया।
एंटी करप्शन टीम कानपुर के प्रभारी जटाशंकर सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले शहर के रहने वाले कल्लू पहलवान ने विभाग में शिकायत की थी। इसके बाद टीम के इंस्पेक्टर सूर्य प्रताप सिंह, जगदीश यादव, सब इंस्पेक्टर रवि वर्मा, मुख्य आरक्षी आशीष, आरक्षी सतेंद्र, शिवम, अभिषेक और धर्मेंद्र के साथ इस कार्यवाही को अंजाम दिया गया।
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