Surya Grahan 2022: महाभारत युद्ध से ठीक पहले भी 15 दिन में दो बार पड़े थे ग्रहण, इस बार भी वैसा ही संयोग
Solar Eclipse 2022 ग्रहण काल में अपने इष्ट देव या देवी की पूजा अर्चना करना शुभ होता है। ऐसे लोग भगवान का नाम संकीर्तन करते रहें। सूर्य ग्रहण में दान करना बेहद शुभ माना जाता है। ग्रहण समाप्त होने के बाद घर की धुलाई और गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए।
बरेली, जागरण संवाददाता। Solar Eclipse 2022: मंगलवार को सूर्य ग्रहण हुआ। यह सूर्य ग्रहण चार ग्रहों सूर्य, चंद्र, शुक्र और केतु की युति में पड़ा। सूर्य ग्रहण शाम 04:29 बजे पर प्रारंभ हुआ और शाम 06:26 बजे तक चला। पंडित मुकेश मिश्रा के अनुसार भारत के पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा आदि के समीप यह सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं दिया, इसके अलावा संपूर्ण देश में व विदेश में भी यह दिखाई दिया। इस दौरान मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए थे।
15 दिन बाद पड़ेंगे चंद्र ग्रहण
इस बार एक पखवाड़े में दो ग्रहण पड़ रहे हैं। 25 अक्टूबर के बाद आठ नवंबर को ग्रहण होगा। आज सूर्य ग्रहण और आठ नवंबर को चंद्रग्रहण होगा। इन्हें शुभ नहीं माना जा रहा है। द्वापर युग में महाभारत युद्ध से पूर्व कार्तिक मास में इसी तरह दो ग्रहण पड़े थे। गर्भवती स्त्रियों को बहुत ही सावधानी रखनी की जरूरत है। ग्रहण शुरू होने से पहले स्नान आदि कर लेना शुभ है।
ग्रहण काल में करना चाहिए पूजा-पाठ
ग्रहण काल में अपने इष्ट देव या देवी की पूजा अर्चना करना शुभ होता है। ऐसे लोग भगवान का नाम संकीर्तन करते रहें। सूर्य ग्रहण में दान करना बेहद शुभ माना जाता है। ग्रहण समाप्त होने के बाद घर की धुलाई और गंगा जल का छिड़काव करना चाहिए। ग्रहण खत्म होने के बाद एक बार फिर स्नान करना चाहिए। कहते हैं कि इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है। वहीं, ग्रहण शुरू हाेने से पहले खाने आदि की चीजों में तुलसीदल डालना अच्छा होता है।