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    800 करोड़ का महाठग कन्हैया गुलाटी: अब लगेगी गैंगस्टर एक्ट, संपत्ति होगी कुर्क और खुलेगी हिस्ट्रीशीट

    Updated: Wed, 31 Dec 2025 08:01 PM (IST)

    महाठग कन्हैया गुलाटी के 800 करोड़ के ठगी मामले में पुलिस अब कठोर कार्रवाई करेगी। डीआइजी अजय साहनी ने गुलाटी व उसके साथियों पर गैंगस्टर एक्ट लगाने, हिस ...और पढ़ें

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    कन्‍हैया गुलाटी

    जागरण संवाददाता, बरेली। महाठग कन्हैया गुलाटी के विरुद्ध अब पुलिस और भी कठोर कार्रवाई की तैयारी में हैं। डीआइजी अजय साहनी ने कन्हैया गुलाटी व उसकी टीम के सभी सदस्यों के विरुद्ध गैंगस्टर और हिस्ट्रीशीट खोलन की कार्रवाई की बात कही है। उनका कहना हैं कि इस कार्रवाई के बाद आरोपितों की संपत्ति को कुर्क किया जाएगा। उसके विरुद्ध उत्तर प्रदेश समेत दूसरे प्रदेशों में 40 मुकदमे पंजीकृत हैं।

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    800 करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले कन्हैया गुलाटी ने एक दो नहीं बल्कि हजारों लोगों को अपने जाल में फंसाया। वह लोगों को इंवेस्टमेंट में मोटे मुनाफ का झांसा देकर उनके लाखों करोड़ो रुपये इंवेस्ट करना और बाद में सभी की रकम हड़प लेता। जब लोगों ने अपने रुपये वापस मांगे तो उन्हें चेक पकड़ा दिए जो सभी बाउंस हो गए।

    इसके बाद उन्होंने प्राथमिकी लिखाना शुरू किया। पुलिस के अनुसार, अब तक उसके विरुद्ध 40 प्राथमिकी लिखी जा चुकी हैं इसमें से 34 मुकदमें बरेली, दो शाहजहांपुर, एक आयोध्या, और एक कासगंज में दर्ज है। इसके अलावा बिहार के बेरोह में और झारखंड के रांची में एक-एक प्राथमिकी दर्ज है।

    डीआइजी अजय कुमार साहनी ने बताया कि गुलाटी की कंपनी में शामिल महानगर निवासी मुहम्मद यासीन, और डीडीपुरम निवासी आशीष महाजन के विरुद्ध भी प्राथमिकी पंजीकृत हैं। उन्होंने बताया कि गुलाटी व उसकी गैंग के सभी साथियों के विरुद्ध गैगस्टर और हिस्ट्रीशीट खोलने की कार्यवाई की जाएगी। जिससे उनके विरुद्ध संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई की जा सके।

    अस्पताल के मालिक से भी गुलाटी ने ठगे 13 लाख, प्राथमिकी

    कन्हैया गुलाटी व उसके साथियों ने ठगी का जो जाल बिछाया उसमें न जाने कितने लोग फंसे। हाल ही में गैंग ने एक अस्पताल के मालिक को भी फंसा लिया और उनके व उनकी पत्नी के 13 लाख रुपये हड़प लिए। मामले में उन्होंने भी किला थाने में प्राथमिकी लिखाई है।
    किला के छावनी निवासी मनोज कुमार गुप्ता ने पुलिस को बताया कि, वह वीआर अस्पताल के संचालक हैं।

    करीब ड़ेढ़ साल पहले उनके पास आशुतोष सिटी निवासी योगेंद्र गंगवार, वीर सावरकर नगर निवासी यतेंद्र गंगवार व तीन-चार अज्ञात लोग उनके पास आए। आरोप है कि आरोपितों ने उन्हें कंपनी की स्कीम के बारे में समझाकर झांसे में लिया और शुरूआत में उनके नाम से एक लाख रुपये इंवेस्ट कराए।

    इसके बाद धीरे-धीरे उनकी पत्नी के नाम से भी करीब 20 लाख रुपये इंवेस्ट करा लिए। भरोसा जितने के लिए कुछ रुपये वापस भी किए हाल ही में उन्होंने 10 लाख रुपये और भी इंवेस्ट करे। इसके बाद जब उन्हें पता चला कि कंपनी का मालिक गुलाटी फरार हो गया तो उन्होंने योगेंद्र को फोन किया।

    इस पर योगेंद्र ने कहा कि यह सब अफवाह है और कंपनी के मालिक मीटिंगों में व्यस्त है। उनका सभी रुपये वापस किया जाएगा। मगर जब रुपये वापस नहीं मलते तो मनोज गुप्ता ने किला थाने में कन्हैया गुलाटी, योगेंद्र गंगवार, यतेंद्र गंगवार, गेापाल गुलाटी, राधिका गुलाटी व चार अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी लिखाई है।

     

     

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