गुलाटी का 'मायाजाल': कन्हैया गुलाटी और उसके गैंग ने कैसे बनाया 800 करोड़ का 'कांच का महल'
बरेली में कन्हैया गुलाटी और उसके गैंग ने मिलकर 800 करोड़ का 'कांच का महल' कैसे बनाया, इस पर एक रिपोर्ट सामने आई है। गुलाटी के इस मायाजाल में कई लोगों ...और पढ़ें

कन्हैया गुलाटी
जागरण संवाददाता, बरेली। महाठग कन्हैया गुलाटी के विरुद्ध 800 करोड़ रुपये की ठगी का मुकदमा दर्ज हो गया है। यह प्राथमिकी शाहजहांपुर के बंडा निवासी वीरेंद्र प्रताप सिंह ने दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि आरोपित ने बंडा के लोगों से करीब पांच करोड़ व अन्य हजारों लोगों से ट्रेडिंग, इंवेस्टमेंट, धन दोगुणा करने आदि के नाम पर करीब 800 करोड़ रुपये की ठगी की और फरार हो गया है।
इससे पहले कन्हैया गुलाटी के विरुद्ध 16 और भी मुकदमे पंजीकृत हो चुके हैं जिसमें करीब 20 करोड़ के आस-पास ठगी की रकम का अनुमान लगाया गया है। शाहजहांपुर के बंडा के मुहल्ला पटेल नगर निवासी वीरेंद्र प्रताप सिंह ने पुलिस को बताया कि बारादरी के शेखर प्राइड निवासी कन्हैया गुलाटी, उसकी पत्नी राधिका गुलाटी, मधु गुलाटी, गोपाल गुलाटी और पीलीभीत के आशीष महाजन गैंग बनाकर योजनाबद्ध तरीके से फर्जी स्कीम लांच करके लोगों से ठगी करते हैं।
आरोप है कि बंडा के भी कई लोगों ने गुलाटी की पीलीभीत बाइपास स्थित कंपनी केएम एसोसिएट में करीब पांच करोड़ रुपये इंवेस्ट किए। यह रुपये आरोपित व उसके गैंग के सदस्यों ने तरह-तरह की पिरामिड स्कीमों के तहत झूठे आश्वासन देकर ठगे। वीरेंद्र का आरोप है कि गुलाटी और उसके गुर्गों ने जून 2022 में एक एसोसिएट के नाम से लुभावनी स्कीम चलाई जिसमें बताया कि कंपनी शेयर ट्रेडिंग एवं फरेक्स ट्रेडिंग करती है और डेली यूज के प्रोडक्ट बनाती है।
इसमें इंवेस्ट करने के नाम पर आरोपितों ने लालच दिया कि वह लोग जितना इंवेस्ट करेंगे उसका पांच प्रतिशत धनराशि या पांच प्रतिशत टीडीएस काटकर 20 माह तक दिया जाएगा। साथ ही यह भी झांसा दिया कि इंवेस्ट करने की तिथि से 22 महीने बाद पोस्ट डेटेड चेक से अपना मूल धन निकाला जा सकता है।
इस झांसे में आकर तमाम लोगों ने अपना-अपना रुपये इंवेस्ट किया। लोगों ने 25 हजार से लेकर 25 लाख रुपये तक इंवेस्ट किए। आरोप है कि इस तरह से कंपनी ने तमाम लोगों का करीब 800 करोड़ रुपया हड़प लिया। इसमें से बंडा के लोगों का करीब पांच करोड़ रुपये हैं। आरोप है कि लोगों को जो पांच प्रतिशत रुपये देने का वादा किया गया था, वह मई 2025 के बाद से देना बंद कर दिया।
आरोप है कि पिछले सात महीने से कंपनी और उसके गुर्गे गुमराह कर रहे हैं। जो चेक उन्होंने दिया था उसे बैंक में लगाया तो वह बाउंस हो गया। वीरेंद्र ने बताया कि यह रुपया किसी ने बैंक से लोन लेकर दिया था तो किसी ने मकान गिरवी रखकर दिया। लोगों के घरों पर बैंक से नोटिस आ रहे हैं मगर उनके पास चुकाने के लिए रुपये नहीं हैं।
वीरेंद्र के साथ आए अन्य पीड़ित विमलेश, विपिन, विपिन कुमार आदि ने चेतावनी दी कि अगर उन्हें उनकी धनराशि नहीं मिली तो वह आत्महत्या को मजबूर होंगे। बता दें कि इससे पहले गुलाटी पर 16 और भी मुकदमे पंजीकृत हो चुके हैं जिसमें वह करीब लोगों से 20 करोड़ के आस-पास ठगी कर चुका है।

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