बदहाल पार्क, कूड़े के ढेर बने वीआइपी वार्ड की पहचान
-हालचाल वार्ड 22 दुर्गापुरी का- - थोड़ी सी बारिश में जमुरिया नाले का पानी भरता है घरों
संवादसूत्र, बाराबंकी: थोड़ी सी बारिश में टापू जैसी स्थित होना, बदहाल पार्क, खाली पड़े भूखंड पर कूड़े का ढेर, मुख्य मार्ग पर बनी नालियों में कूड़ा डंप। यह हाल किसी पिछड़े क्षेत्र का नहीं है बल्कि नगर पालिका परिषद नवाबगंज के वार्ड 22 दुर्गापुरी का है। जहां के बा¨शदे नारकीय जीवन जीने को विवश है।
11 हजार की आबादी व पांच हजार मतदाता वाले दुर्गापुरी वार्ड में वैसे तो समस्याएं बेशुमार हैं। यहां पर पांच हैंडपंप लगे हैं जिसमें से दो रीबोर के लायक हैं। जबकि एक खराब है। सफाई कर्मियों की संख्या 10 है जबकि मांग 14 से अधिक की है। यहीं वजह है कि सफाई व्यवस्था ध्वस्त है। कहने को दुर्गापुरी वार्ड वीआइपी वार्ड की श्रेणी में आता है। लेकिन इस वार्ड में बने पार्क बदहाल हो गए हैं। पार्क में साफ सफाई तो दूर कब्जा तक लोगों का हो गया है। देवा रोड से सटे इस वार्ड में दो पूर्व चेयरमैन के भी निवास आते हैं। बावजूद इसके इस वार्ड में समस्याओं की फेहरिस्त काफी लंबी है। वार्ड 22 में आनंदनगर, मुनीराबाद, अभयनगर, दुर्गापुरी आता है।
जमुरिया नाले से सटा है वार्ड: दुर्गापुरी वार्ड जमुरिया नाला से सटा है। बारिश होने पर इसके आसपास बने मकानों में नाले का पानी भर जाता है। लोगों का घरों से निकलना बारिश के दौरान दुश्वार हो जाता है।
लोग बोले समस्याओं से दिलाएं निजात : वार्ड निवासी नवीन ¨सह राठौर का कहना है कि सफाई कर्मियों की संख्या अगर बढ़ जाए तो शायद सफाई व्यवस्था वार्ड में बेहतर हो जाए। रविकांत शुक्ला का कहना है कि मूल समस्या गंदगी की है। नालियों में कूड़ा डंप रहता है। नालियों की सफाई न होने से गर्मी में अगर बारिश हो गई तो दुर्गंध का सामना करना पड़ता है। मोनू ¨सह का कहना है कि कम से कम नगर पालिका परिषद नवाबगंज प्रशासन को मूलभूत समस्याओं से निजात दिलाई जाए। छात्र वैभव श्रीवास्तव का कहना है कि उनके मुहल्ले में खाली पड़े भूखंड पर कूड़ा डं¨पग की सबसे बड़ी समस्या है। अशफाक अली का कहना है कि वार्ड में अध्यक्ष व ईओ को भ्रमण कर यहां के लोगों की समस्या सुननी चाहिए। तभी वार्ड की असल समस्या के बारे में पता चलेगा। व्यापारी दीपक गुप्ता का कहना है कि वार्ड में पार्क तो बने है लेकिन सभी पार्क बदहाल है। पार्कों की बदहाली दूर किया जाए। रचना द्विवेदी का कहना है कि बारिश में नालियों में पड़ा कूड़ा सड़क पर बहता है। जिससे राहगीर गुजरते हैं। आशीष दीक्षित का कहना है कि सफाई व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था तो कम से कम वार्ड में सही होनी चाहिए।
कोट
वार्ड में 35 एलईडी लाइटें लगवाई हैं। 32 लाख की धनराशि अध्यक्ष ने वार्ड में नाली व इंटरला¨कग निर्माण के लिए स्वीकृत की है। कुछ जगहों पर कार्य चल रहा है। हैंडपंप के रीबोर के लिए जल निगम से बात हुई है। इसके अलावा सफाई कर्मचारी की संख्या बढ़ाने के लिए बोर्ड बैठक में अध्यक्ष को पत्र दिया है।
-सादिक हुसैन, सभासद