Illegal Conversion Racket: गोवा की आयशा के मतांतरण में कश्मीरी युवती का हाथ, फंडिंग में सक्रिय भूमिका
Illegal Conversion Racket गोवा की आयशा के मतांतरण में भी एक कश्मीरी युवती शामिल थी जिसने उसे साहित्य और वीडियो भेजकर ब्रेनवॉश किया। मतांतरण के बाद आयशा गिरोह के लिए फंडिंग करने लगी और कई बार कश्मीर भी गई। वह अवैध मतांतरण गिरोह के वित्तीय प्रबंधन का काम संभाल रही थी और एजेंटों तक फंड पहुंचाती थी। पुलिस अब आयशा से पूछताछ कर रही है।

जागरण संवाददाता, आगरा। शहर की बेटियों की तरह गोवा की आयशा के मतांतरण में भी कश्मीरी युवती की भूमिका थी। उसने आयशा को मतांतरण से संबंधित साहित्य और वीडियो भेजकर ब्रेनवाश किया था। इसके बाद ही उसने मतांतरण किया और गिरोह में फंडिंग का काम करने लगी। मतांतरण के बाद आयशा कई बार कश्मीर भी गई थी।
गोवा की रहने वाली आयशा उर्फ एसबी कृष्णा अवैध मतांतरण गिरोह का वित्तीय प्रबंधन संभाल रही थी। वह अब्दुल रहमान और दाउद से मिलने वाले फंड को एजेंटों तक पहुंचाती थी। उसने कई वाट्सएप ग्रुप बना रखे थे। इनसे भी वह फंड का संकलन करती थी और मतांतरित हुए युवक-युवतियों तक पहुंचाती थी।
आयशा का संपर्क कुछ कश्मीरी युवतियों से हुआ
पुलिस की पूछताछ में भी कुछ इसी तरह की कहानी सामने आई। पंजाब के विश्वविद्यालय में एमएससी डेटा साइंस की पढ़ाई के दौरान आयशा का संपर्क कुछ कश्मीरी युवतियों से हुआ। युवतियों ने उसे मतांतरण के लिए कहा था। वह आयशा को अपने साथ जम्मू कश्मीर ले गईं। मगर, उसका वहां मन नहीं लगा तो वह वापस आ गई। स्वजन ने दिल्ली में गुमशुगदी दर्ज कराई थी। आयशा के मिलने के बाद उस केस में पुलिस ने मुस्तफा नाम के युवक को जेल भेज दिया।
गिरोह में फंडिंग के लिए सक्रिय भूमिका निभाने लगी
स्वजन एसबी कृष्णा को अपने साथ घर ले गए और मोबाइल भी छीन लिया। कुछ दिन के लिए मतांतरण गिरोह से उसका संपर्क टूट गया। छह माह बाद वह फिर से संपर्क में आ गई और कोलकाता चली गई। वहां उसने मतांतरण कर लिया। इसके बाद वे वह गिरोह में फंडिंग के लिए सक्रिय भूमिका निभाने लगी। मतांतरण के बाद वह एसबी कृष्णा से आयशा बन गई।
आयशा कई बार कश्मीर जा चुकी थी
पूछताछ में सामने आया कि आयशा कई बार कश्मीर जा चुकी थी। पुलिस आयशा से यह जानने का प्रयास कर रही है कि मतांतरण के लिए कहने वाली कश्मीरी युवतियों ने उसे किन लोगों से मिलवाया था? कश्मीर के किन-किन इलाकों में वह गई, वहां पर उसे कौन लोग मिले। पुलिस आयशा के मोबाइल का डाटा भी खंगाल रही है।
जम्मू कश्मीर तक जुड़े तार
पुलिस सूत्रों के अनुसार अब तक छह राज्यों तक नेटवर्क फैले होने के साक्ष्य मिले थे। अब जम्मू-कश्मीर का कनेक्शन भी सामने आया है। पुलिस ने इस पर जांच शुरू कर दी है।
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