Illegal Conversion Racket: कनेक्टिंग रिवर्ट ग्रुप से अपना नेटवर्क बढ़ा रहा था गिरोह, इंस्टाग्राम के जरिए युवा थे टारगेट
Operation Asmita आगरा में मतांतरण गिरोह का पर्दाफाश हुआ है जो इंस्टाग्राम पर कनेक्टिंग रिवर्ट ग्रुप बनाकर युवाओं को इस्लाम में मतांतरित कर रहा था। गिरोह के सदस्य कई वर्षों तक लोगों से संपर्क में रहकर उन्हें इस्लाम से जुड़ी जानकारी देते थे। सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने पर उन्हें कोलकाता बुलाया जाता जहां शेखर राय उर्फ अली हसन नाम परिवर्तन और निकाह की औपचारिकताएं पूरी कराता था।

जागरण संवाददाता, आगरा। छह राज्यों में फैला मतांतरण गिरोह लंबी प्लानिंग से युवक-युवतियों को मतांतरित करा रहा था। इसके लिए इंस्टाग्राम पर कनेक्टिंग रिवर्ट ग्रुप बना रखा था। रिवर्ट से आशय था जो मतांतरित हो चुके हैं या इस्लाम में आने की संभावना है। ऐसे लोगों को ग्रुप पर जोड़कर लगातार इस्लाम से संबंधित वीडियो अपलोड किए जाते थे। रिवर्ट को कोडवर्ड के रूप में माना जाता था। कई माह तक निगरानी के बाद नाम मतांतरण की प्रक्रिया पूरी की जाती थी।
आरोपितों से पूछताछ में पुलिस को समूह के बारे में जानकारी मिली है। अब पुलिस इस समूह से जुड़े लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है। पुलिस रिमांड पर चल रहे 10 आरोपितों से की गई पूछताछ में आई जानकारी के अनुसार अवैध मतांतरण गिरोह अपने एजेंटों के माध्यम से या इंटरनेट मीडिया पर शिकार तलाशता था। पहले एक-दो मैसेज भेजकर यूजर की प्रतिक्रिया देखी जाती थी। सकारात्मक प्रतिक्रिया होने पर इस्लाम संबंधी साहित्य उपलब्ध कराना शुरू कर दिया जाता था।
पेज पर मिले 63 वीडियो
तीन से चार वर्ष तक लगातार संपर्क में रहकर वह गतिविधियां और प्रतिक्रया देखते थे। इसके बाद मामला कोलकाता में बैठा रीथ बनिक उर्फ मोहम्मद इब्राहिम को भेज दिया जाता। वह उन्हें इंस्टाग्राम पर बनाए हुए कनेक्टिंग रिवर्ट पेज पर जोड़ लेते थे। पुलिस को इंस्टाग्राम पर बनाया हुआ एक कनेक्टिंग रिवर्ट पेज मिला है। कोलकाता रिवर्टस टू इस्लाम कांग्रेगेशन (केआरआइसी) कम्यूनिटी द्वारा बनाए गए इस पेज पर 63 वीडियो पोस्ट किए गए हैं।
यह अभी नया पेज है इसलिए इस पर 155 फॉलोअर हैं। यह पेज विशेष तौर पर पश्चिम बंगाल के मतांतरित युवक और युवतियों के लिए है। इसका उल्लेख इंस्टाग्राम पेज पर है। इस तरह के और भी कई पेज होने की आशंका है, जिन पर मतांतरित युवक-युवतियां आपस में जुड़े होंगे। मतांतरण के लिए तैयार होने पर युवक और युवतियों को कोलकाता में बुला लिया जाता था।
अली हसन निभाता था निकाह की जिम्मेदारी
कोलकाता पहुंचने वाले युवक-युवतियों की आगे की जिम्मेदारी बैरकपुर में कोर्ट कर्मचारी शेखर राय उर्फ अली हसन निभाता था। मतांतरण कराने के बाद उनके नाम परिवर्तन की औपचारिकता पूरी करता था। सबसे पहले अखबार में वर्गीकृत विज्ञापन निकलवाया जाता था। इसके साथ ही काजी का सर्टीफिकेट भी लिया जाता। कोर्ट का कर्मचारी होने के कारण उसके लिए यह काम आसान था। इसके बाद निकाह कराने को अन्य पेपर तैयार किए जाते थे।
अली हसन खुद भी मतांतरित हुआ है। पुलिस अभी अली हसन उर्फ शेखर राय और रीथ बनिक उर्फ इब्राहिम से इस मामले में पूछताछ कर रही है।
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