क्या TikTok यूरोप में भी होगा बैन? इस चीनी ऐप के खिलाफ यूरोपियन यूनियन की जांच के क्या हैं मायने...
ईयू की कार्यकारी शाखा यूरोपीय आयोग का कहना है कि गत वर्ष से प्रभावी डिजिटल सेवा अधिनियम (डीएसए) के नियमों के संभावित उल्लंघन का आकलन करने के लिए कार्यवाही शुरू की गई है। यह जांच कई मुद्दों पर केंद्रित है जिनमें यूजर डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता बच्चों का ऑनलाइन संरक्षण और प्लेटफॉर्म पर फैलने वाली गलत सूचनाएं शामिल हैं।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली: चीनी शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक (TikTok) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं रही हैं। इसी महीने की शुरुआत में अमेरिका में सांसदों ने चीन कनेक्श्न को लेकर टिकटॉक के सीईओ शॉ च्यू से पूछताछ की थी। कंपनी पर आरोप है कि वह अपना डाटा चीनी सेना- पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को शेयर कर रही है। वहीं अब यूरोपियन यूनियन (EU) ने भी टिकटॉक के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।
ईयू ने सोमवार को कहा कि वह संगठन के नए डिजिटल नियमों के संभावित उल्लंघन को लेकर टिकटॉक की जांच कर रही है। ईयू की कार्यकारी शाखा यूरोपीय आयोग का कहना है कि गत वर्ष से प्रभावी डिजिटल सेवा अधिनियम (डीएसए) के नियमों के संभावित उल्लंघन का आकलन करने के लिए कार्यवाही शुरू की गई है। यह जांच कई मुद्दों पर केंद्रित है, जिनमें यूजर डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता, बच्चों का ऑनलाइन संरक्षण और प्लेटफॉर्म पर फैलने वाली गलत सूचनाएं शामिल हैं।
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पिछले कुछ समय से, यूरोपीय संघ (EU) टिकटॉक की जांच कर रहा है। यह जांच कई मुद्दों पर केंद्रित है, जिनमें उपयोगकर्ता डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता, बच्चों का ऑनलाइन संरक्षण और प्लेटफॉर्म पर फैलने वाली गलत सूचना शामिल हैं। आइए इस जांच के मुख्य बिंदुओं और इसके संभावित परिणामों को समझते हैं:
इन मुद्दों पर हो रही जांच
- यूरोपीय संघ इस बात की जांच कर रहा है कि टिकटॉक यूरोपीय यूजर्स का डेटा कैसे एकत्र करता है, संग्रहीत करता है और कैसे उसका उपयोग करता है। चिंता इस बात की है कि यह डेटा चीन को हस्तांतरित किया जा सकता है, जिसका यूरोपीय कानून के तहत उल्लंघन हो सकता है।
- टिकटॉक पर बड़ी संख्या में बच्चे मौजूद हैं। यूरोपीय संघ यह जांच कर रहा है कि क्या प्लेटफॉर्म बच्चों को हानिकारक सामग्री से बचाने के लिए पर्याप्त उपाय कर रहा है, जैसे साइबरबुलिंग, ऑनलाइन शिकार और अनुचित विज्ञापन।
- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गलत सूचना (Fake News) का प्रसार एक बड़ी समस्या है। यूरोपीय संघ यह पता लगाना चाहता है कि टिकटॉक इससे निपटने के लिए क्या कदम उठा रहा है।
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अगर नियमों का उल्लंघन पाया गया तो...
- अगर जांच में यूरोपीय संघ यह पाता है कि टिकटॉक ने यूरोपीय कानून का उल्लंघन किया है, तो उस पर भारी जुर्माना लगाया जा सकता है। जुर्माना कंपनी के वैश्विक कारोबार के एक निश्चित प्रतिशत के रूप में भी हो सकता है।
- गंभीर उल्लंघन के मामले में, टिकटॉक पर प्रतिबंध भी लग सकता है, जैसा कि भारत जैसे कुछ देशों में हुआ है।
- इस जांच के परिणामस्वरूप यूरोपीय संघ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए नए नियम बना सकता है। ये नियम डेटा सुरक्षा, बच्चों के संरक्षण और गलत सूचना से निपटने के तरीके को लेकर अधिक सख्त हो सकते हैं।
यूरोपीय संघ की टिकटॉक जांच से प्लेटफॉर्म के भविष्य पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है। यह जांच डेटा सुरक्षा, बच्चों के संरक्षण और गलत सूचना से निपटने के तरीके को कैसे प्रभावित करेगी, यह देखना दिलचस्प होगा।