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    Google 25th Birthday Special: गैराज से शुरू हुआ था Google का सफर, आज है टॉप टेक कंपनी

    By Anand PandeyEdited By: Anand Pandey
    Updated: Wed, 27 Sep 2023 12:03 PM (IST)

    Google 25th Birthday Special हर इंटनरेट यूजर्स किसी भी चीज की जानकारी के लिए Google का इस्तेमाल करता है। गूगल इंटरनेट यूजर्स के लिए एक जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है। अब Email से लेकर जेनरेटिव AI तक हर क्षेत्र में Google ने अपना नाम बनाया है। पिछले 25 वर्षों के दौरान गूगल पर बड़े पैमाने पर बदलाव देखा है।

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    Google ने आखिरकार टेक्नोलॉजी की दुनिया में 25 साल पूरे कर लिए हैं।

    नई दिल्ली, टेक डेस्क। सर्च इंजन दिग्गज Google ने आखिरकार टेक्नोलॉजी की दुनिया में 25 साल पूरे कर लिए हैं। आधिकारिक तौर पर गूगल की शुरुआत 27 सितंबर 1988 को हुई थी। हालांकि इसके फाउंडर लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने गूगल सर्च इंज को 4 सितंबर 1998 में डेवलप कर दिया था।

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    दुनियाभर में किसी भी जानकारी के लिए इंटरनेट यूजर्स गूगल का इस्तेमाल किया जाता है। गूगल इंटरनेट यूजर्स के लिए एक जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है। अब ईमेल से लेकर जेनरेटिव एआई तक हर क्षेत्र में गूगल ने अपना नाम बनाया है। पिछले 25 वर्षों के दौरान हमनें गूगल पर बड़े पैमाने पर बदलाव देखा है।

    एक गैराज में हुई थी Google की शुरुआत

    लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने गूगल की शुरुआत एक गैराज से की थी। वे दोनों कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रहे थे। इस दौरान दोनों ने इस वर्ल्ड वाइड वेब कैसे काम करता है इसे लेकर काफी सोध किया। उन्होंने एक सिस्टम डेवलप किया जो इंटरनेट पर खोजबीन करके यह पता लगाएगा कि कौन से पेज दूसरों से जुड़े हुए हैं।

    यही सिस्टम आगे चलकर एक सर्च इंजन के रूप में डेवलप हुआ। उसके बाद, उन्होंने दोनों ने मिलकर एक एल्गोरिदम बनाया जिसका इस्तेमाल लिंकिंग के आधार पर सर्च रिजल्ट को रैंक करने के लिए किया जाता था।

    Google को इसका नाम कैसे मिला?

    कुछ सालों के बाद पेज और ब्रिन ने अपनी कंपनी का नाम गूगल रख दिया। यहां तक ​​कि उन्होंने सुसान वोज्स्की से भी स्विच किया और $100,000 की फंडिंग प्राप्त की। 2003 में, Google माउंटेन व्यू, कैलिफोर्निया में शिफ्ट हो गया और उसके कर्मचारियों संख्या 1000 तक पहुंच गई थी। सिलिकॉन ग्राफिक्स के स्वामित्व वाले एम्फीथिएटर टेक्नोलॉजी सेंटर को अब Googleplex कहा जाने लगा और अब यह कंपनी का सबसे बड़ा ऑफिस है।

    Google ने पेश किया जीमेल

    अगले साल 1 अप्रैल, 2004 को कंपनी ने 1 जीबी स्टोरेज के साथ जीमेल पेश किया, जिसने इसे अन्य प्रोडक्ट पर बढ़त दिला दी। अन्य विकल्प केवल कुछ मेगाबाइट स्टोरेज की पेशकश करते हैं।

    Google का Map लॉन्च और YouTube का अधिग्रहण

    जीमेल की शुरुआत करने के बाद गूगल ने गूगल मैप्स की शुरुआत की, जिसके इस्तेमाल से यूजर्स दिशा-निर्देश, ज़ूम करने योग्य मैप और यहां तक ​​कि होटल जैसी चीजें भी ढूंढ सकते हैं। हालांकि, यह 2009 तक उपयोगी नहीं था जिसके बाद Google ने स्मार्टफ़ोन पर मैप्स के लिए टर्न-बाय-टर्न जीपीएस नेविगेशन पेश किया।

    उसके बाद, Google ने Microsoft और Yahoo को पछाड़कर $1.65 बिलियन में YouTube का अधिग्रहण कर लिया। यूट्यूब सिर्फ एक साल पुराना था और इस पर काम करना था और कंपनी ऐसा करने में कामयाब रही है।

    यह भी पढ़ें: Google Logo History: गूगल के 25 साल हुए पूरे, जानें कितनी बार बदला लोगो, आपको कौन-सा है याद?

    Google ने Chrome ब्राउजर और Android किया पेश

    Google ने सर्च में एक महत्वपूर्ण स्थान बनाने और सर्च को यूजर्स के लिए अधिक प्रासंगिक बनाए रखने के लिए 2008 में विंडोज़ के लिए सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले ब्राउजर Chrome को पेश किया। कुछ महीनों के बाद, Google ने 2005 में दुनिया का पहला Android फोन T-Mobile G1/HTC ड्रीम पेश किया।

    Google ने DeepMind AI का किया अधिग्रहण

    Google ने कई नई परियोजनाओं पर काम करने के बाद, AI फर्म का अधिग्रहण किया और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और उस पर आधारित अन्य सर्विस पर काम करना शुरू कर दिया।

    गूगल का हुआ पुनर्गठन

    2015 में Google का पुनर्गठन किया गया और Alphabet Google की मूल कंपनी बन गई। इसके साथ ही कंपनी ने वेरिली, वेमो और विंग जैसे नए ब्रांड भी पेश किए।

    Google Pixel जैसे कई प्रोडक्ट किये पेश

    Google ने 2016 में हार्डवेयर और वॉयस असिस्टेंट सेगमेंट में प्रवेश किया और यूजर्स को अपने फोन में Google Pixel, Google Home और उनके पर्सनल वॉयस असिस्टेंट सहित कई नए प्रोडक्ट के साथ आकर्षित करने की कोशिश की।

    Google BARD और एआई की दुनिया में की एंट्री

    Google ने हाल ही में यूजर्स को उनके प्रश्नों में मदद करने और उनके दैनिक कार्यों में सहायता करने के लिए अपना AI-पॉवर्ड बार्ड चैटबॉट पेश किया है। इतना ही नहीं, तकनीकी दिग्गज ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में भी भारी निवेश किया है और कहा जाता है कि वह नई एआई-संचालित परियोजनाओं पर भी काम कर रहा है।