Chhath Puja 2025 Date: नहाय खाय से लेकर सूर्योदय अर्घ्य तक, यहां पढ़ें छठ पूजा की तिथि और शुभ मुहूर्त
सनातन धर्म में छठ पूजा (Chhath puja 2025) का विशेष महत्व है। इस त्योहार को बिहार समेत देशभर में मनाया जाता है। छठ पूजा के आने का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं। इस पर्व की शुरुआत नहाय खाय से होती है और समापन सप्तमी तिथि पर उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ होती है। ऐसे में आइए जानते हैं छठ पूजा का पर्व कब से शुरू होगा।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। दिवाली के बाद छठ पूजा का त्योहार बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस पर्व के दौरान घर से लेकर घाटों तक बेहद खास रौनक देखने को मिलती है। छठ पूजा (Chhath Puja 2025 Start Date) की शुरुआत कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से होती है और समापन सप्तमी तिथि पर होता है।
इस दौरान छठी मैया (chhath puja 2025 Date in india) की पूजा-अर्चना करने का विशेष महत्व है। इस व्रत को निर्जला किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसर, छठी मैया की उपासना और व्रत करने से संतान को दीर्घायु का आशीर्वाद प्राप्त होता है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
नहाय खाय 2025 डेट (Nahay Khay 2025 Date)
छठ पूजा का पहला दिन नहाय खाय होता है। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि नहाय खाय पर किया जाता है। इस बार नहाय खाय का पर्व 25 अक्टूबर (Kab Hai Nahay Khay 2025) को मनाया जाएगा। इस दिन स्नान करने के बाद कुल की देवी और सूर्य देव की पूजा करने का विधान है। चावल-दाल और लौकी की सब्जी का सेवन किया जाता है।
कब है खरना 2025 डेट (Kharna 2025 Date)
नहाय खाय के अगले दिन यानी कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर खरना का पर्व मनाया जाता है। इस बार 26 अक्टूबर (Kab hai Kharna 2025) को खरना है। इस दिन स्नान स्नान करने के बाद छठी मैया की विशेष पूजा-अर्चना करने का विधान है। इस शुभ अवसर पर छठी मैया (Kis Din Hai Kharna 2025) के लिए चावल की खीर का प्रसाद बनाया जाता है। खरना पूजा करने के बाद छठ व्रत शुरू होता है।
(Pic Credit-Freepik)
किस दिन दिया जाता है सूर्य को अर्घ्य?
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि पर डूबते सूर्य को अर्घ्य को दिया जाता है और अगले दिन यानी सप्तमी तिथि पर उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण किया जाता है।
छठ पूजा डेट और शुभ मुहूर्त (Chhath Puja 2025 and Subh Muhurat)
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि की शुरुआत- 27 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 04 मिनट पर
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि का समापन- 28 अक्टूबर को सुबह 07 बजकर 59 मिनट पर
ऐसे में 27 अक्टूबर को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और 28 अक्टूबर को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा
सूर्यास्त और सूर्योदय का समय
27 अक्टूबर को सूर्यास्त शाम 05 बजकर 40 मिनट पर।
28 अक्टूबर को सूर्योदय सुबह 06 बजकर 30 मिनट पर।
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