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    Budh Vakri 2025: इस दिन बुध कर्क राशि में होंगे वक्री, इन 3 राशियों के शुरू होंगे अच्छे दिन

    Updated: Fri, 18 Jul 2025 12:42 PM (IST)

    18 जुलाई 2025 को बुध कर्क राशि में वक्री (budh vakri 2025) होने जा रहे हैं जिससे राशि के जातकों की किस्मत चमक सकती है। तुला वृश्चिक और धनु राशि को खास लाभ मिलेगा। ऐसे में चलिए ऐस्ट्रॉलजर आनंद सागर पाठक जी से जानते हैं कि तुला से धनु राशियों के बारे में।

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    Budh Vakri 2025: बुध वक्री से इन राशियों की चमकेगी किस्मत

    आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। कर्क राशि में वक्री हो रहे बुध (budh vakri 2025) आपकी सोच और संवाद शैली में एक भावनात्मक स्वर जोड़ सकते हैं। यह वक्री अवस्था पारिवारिक मामलों, घरेलू जीवन और भावनात्मक निर्णयों को प्रभावित कर सकती है। ऐसे में आइए जानते हैं तुला से धनु राशि के जातकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

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    तुला राशि

    बुध (budh vakri kark 2025) आपके नवम और द्वादश भाव के स्वामी हैं। वक्री बुध कर्क राशि में दशम भाव में स्थित होंगे और चतुर्थ भाव पर दृष्टि डालेंगे। बुध वक्री होने से आपके कार्यक्षेत्र में भ्रम या देरी की स्थिति बन सकती है। प्रोफेशनल लक्ष्यों पर पुनर्विचार करने का समय है। आपको अपने करियर को अपनी आंतरिक मूल्यों के अनुरूप लाने की आवश्यकता हो सकती है।

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    परिवार से जुड़ी चिंताएं भी इस समय केंद्र में रहेंगी। काम और निजी जीवन के बीच संतुलन बनाना जरूरी होगा। आप अपने वरिष्ठों या मार्गदर्शकों से जुड़े संबंधों पर फिर से विचार कर सकते हैं। करियर में लिए गए पुराने फैसलों का पुनरावलोकन आपको आगे की दिशा तय करने में मदद कर सकता है।

    उपाय: शनिवार को पितरों का स्मरण करें और प्रार्थना करें। जल्दबाजी में कोई प्रोफेशनल वादा न करें।

    वृश्चिक राशि

    बुध आपके अष्टम और एकादश भाव के स्वामी हैं। वक्री बुध कर्क राशि में नवम भाव में स्थित होंगे और तृतीय भाव पर दृष्टि डालेंगे। बुध का यह गोचर आपको अपने दर्शन, विश्वास या आध्यात्मिक सोच को लेकर दोबारा सोचने का अवसर देगा। आप अपने पिछले यात्रा या शिक्षा से जुड़े निर्णयों की समीक्षा कर सकते हैं। दूर स्थानों से जुड़े संपर्कों से लाभ या रुकावट दोनों संभव हैं।

    पुराने गुरु या विश्वास से जुड़े अनुभव फिर से सामने आ सकते हैं। यह समय आपको उन सीखों से दोबारा जुड़ने का मौका देगा, जिन्होंने पहले आपको प्रेरित किया था। यात्रा दस्तावेजों या कानूनी मामलों में सावधानी बरतें, छोटी गलती भी परेशानी ला सकती है।

    उपाय: रोज सूर्योदय के समय सूर्य को जल अर्पित करें। भगवद गीता का एक अध्याय पढ़ें।

    धनु राशि

    बुध आपके सप्तम और दशम भाव के स्वामी हैं। वक्री बुध कर्क राशि में अष्टम भाव में स्थित होंगे और द्वितीय भाव पर दृष्टि डालेंगे। अष्टम भाव में बुध का यह गोचर गहराई से परिवर्तन की ओर ले जा सकता है। शनि भी वक्री हैं, जो आपको निकट संबंधों और साझा संसाधनों की समीक्षा करने का संकेत दे रहे हैं। पुराने निवेश, पैतृक धन या इमोशनल बॉन्ड्स से जुड़ी सच्चाइयां सामने आ सकती हैं।

    आप यह सोच सकते हैं कि पिछली साझेदारियों ने आपके आत्म-मूल्य को कैसे प्रभावित किया। किसी भी आर्थिक फैसले को जल्दबाज़ी में न लें। कोई राज उजागर हो सकता है, जिससे आपकी भावनात्मक परिपक्वता बढ़ेगी। बोलते समय सतर्कता रखें ताकि गलतफहमी न हो।

    उपाय: नियमित रूप से “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें। गुरुवार को ज़रूरतमंदों को भोजन कराएं।

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    यह राशिफल श्री आनंद सागर पाठक, astropatri.com द्वारा लिखा गया है , अपने सुझाव और प्रतिक्रियाओं के लिए आप उन्हे hello@astropatri.com पर ईमेल कर सकते हैं।