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    Budh Vakri 2025: कर्क राशि में बुध हो रहे हैं वक्री, जानिए मेष से मिथुन के जातकों पर क्या होगा असर

    Updated: Fri, 18 Jul 2025 12:39 PM (IST)

    18 जुलाई 2025 को कर्क राशि में बुध वक्री हो रहे हैं। इसका प्रभाव सभी राशियों पर किसी-न-किसी रूप में पड़ने वाला है। बुध वक्री होने से गहन आत्मविश्लेषण से आपको भीतर से उपचार और स्पष्टता प्राप्त हो सकती है। ऐसे में चलिए ऐस्ट्रॉलजर आनंद सागर पाठक जी (astropatri.com) से जानते हैं कि मेष वृष और मिथुन राशि के जातकों पर इसका क्या प्रभाव पड़ने वाला है।

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    Budh Vakri 2025: 18 जुलाई 2025 को कर्क राशि में बुध वक्री हो रहे हैं।

    आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। बुध संवेदनशील और पोषणकारी कर्क राशि (budh vakri 2025) में वक्री अवस्था में प्रवेश करेंगे। इस गोचर के प्रभाव से आपकी सोच पुराने अनुभवों की ओर मुड़ सकती है। मन घर, माता और भावनात्मक सुरक्षा से जुड़ी बातों पर केंद्रित रह सकता है।

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    आपकी बातचीत में भावनात्मक गहराई झलक सकती है। कुछ पुराने मुद्दे दोबारा उभर सकते हैं ताकि आप उन्हें पूर्ण रूप से समझकर क्लोजर पा सकें। यह समय प्रतिक्रिया से ज्यादा आत्मचिंतन को प्रोत्साहित करता है।

    मेष राशि पर प्रभाव

    बुध आपके तृतीय और षष्ठ भाव के स्वामी हैं। बुध कर्क राशि में चतुर्थ भाव में वक्री होंगे। बुध दशम भाव पर दृष्टि डालेंगे। वक्री बुध आपको अधूरे घरेलू मामलों की ओर लौटने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। आपने जो रियल एस्टेट से जुड़े निर्णय लिए थे, उन पर भी दोबारा सोच सकते हैं। परिवार, विशेषकर माता-पिता के साथ संवाद में धैर्य रखना आवश्यक होगा। घर से जुड़े कार्यों और मरम्मत को लेकर गलतफहमी या विलंब संभव है।

    पेशेवर जीवन में कार्य-जीवन संतुलन से जुड़ी कुछ समस्याएं आ सकती हैं। आप अपने घर और करियर से जुड़ी प्रतिबद्धताओं का पुनर्मूल्यांकन कर सकते हैं। यह समय अपनी जड़ों या बचपन की स्मृतियों से जुड़ने का हो सकता है, जो वर्तमान मार्ग में स्पष्टता ला सकता है।

    उपाय - सोमवार को भगवान शिव को जल अर्पित करें। घर के बुजुर्गों से वाद-विवाद से बचें।

    वृषभ राशि पर प्रभाव

    बुध आपके द्वितीय और पंचम भाव के स्वामी हैं। कर्क राशि में वक्री बुध आपके तृतीय भाव में गोचर करेंगे और नवम भाव पर दृष्टि डालेंगे। इस समय भाई-बहनों के साथ बातचीत में थोड़ी देर या गलतफहमी हो सकती है। छोटी यात्राओं में रुकावट या असुविधा आ सकती है। अपने विचारों को खुलकर जाहिर करने में थोड़ी हिचक या आत्मविश्वास की कमी महसूस हो सकती है। लेकिन यही वक्त है जब आप अपनी बोलने और लिखने की कला को और निखार सकते हैं।

    कोई पुराना आइडिया या अधूरा रह गया शौक फिर से मन में लौट सकता है। यात्राओं की योजना में बदलाव करना पड़ सकता है। नवम भाव पर बुध की दृष्टि के चलते आपका ध्यान फिर से किसी अध्यात्मिक सोच या गुरु से मिली किसी सीख की ओर जा सकता है। पुराने मेंटर्स से दोबारा संपर्क बन सकता है या कोई अधूरी पढ़ाई पूरी करने का मन बन सकता है।

    उपाय - रोजाना “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें। भाई-बहनों या साथ काम करने वालों से अहंकार की टक्कर से बचें।

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    मिथुन राशि पर प्रभाव

    बुध आपके प्रथम और चतुर्थ भाव के स्वामी हैं। वक्री बुध कर्क राशि (budh vakri kark 2025) में द्वितीय भाव में स्थित रहेंगे और अष्टम भाव पर दृष्टि डालेंगे। आप अपनी वित्तीय स्थिति, वाणी और पारिवारिक मूल्यों को लेकर अंदरूनी सोच में डूब सकते हैं। आर्थिक लेन-देन में देरी हो सकती है। पुराने निवेशों को लेकर भ्रम की स्थिति बन सकती है। आप अपने आत्म-मूल्य को लेकर दोबारा सोच सकते हैं। 

    अपनों के प्रति प्रेम कैसे प्रकट करें, यह भी इस समय सीख सकते हैं। अष्टम भाव पर बुध की दृष्टि छिपे हुए आर्थिक मामलों की ओर संकेत कर रही है। पारिवारिक रहस्य भी उजागर हो सकते हैं। आपकी भावनात्मक संवेदनशीलता बढ़ी हुई रहेगी। आपको सोच-समझकर बोलना चाहिए। अचानक कोई आर्थिक निर्णय लेने से बचें।

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    उपाय - अपने पास हरा रुमाल रखें। बुधवार को गाय को हरा चारा खिलाएं।

    यह राशिफल श्री आनंद सागर पाठक, astropatri.com द्वारा लिखा गया है। अपने सुझाव और प्रतिक्रियाओं के लिए आप उन्हें hello@astropatri.com पर ईमेल कर सकते हैं।