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    Surya Gochar 2025: वृश्चिक वालों का भाग्य देगा साथ, जानिए तुला और धनु के लिए कैसा रहेगा सूर्य गोचर

    Updated: Tue, 15 Jul 2025 05:03 PM (IST)

    इस समय बुधदेव भी कर्क राशि में स्थित हैं जिससे आत्म-अभिव्यक्ति को बल मिलेगा। माना जा रहा है कि सूर्य का कर्क राशि में गोचर कुछ राशियों के लिए अच्छा रहने वाला है। ऐसे में चलिए ऐस्ट्रॉलजर आनंद सागर पाठक से जानते हैं कि तुला वृश्चिक और धनु राशि (Surya gochar impact on zodiac signs) के जातकों पर सूर्य गोचर का क्या प्रभाव पड़ने वाला है।

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    Surya Gochar 2025 तुला वृश्चिक और धनु पर क्या होगा असर?

    आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। 16 जुलाई 2025 को सूर्यदेव कर्क राशि (Surya Gochar 2025) में गोचर करेंगे। इसका प्रभाव सभी राशियों पर किसी-न-किसी रूप में पड़ सकता है। जहां यह गोचर कुछ राशि के लिए लाभदायक रहेगा, वहीं कुछ को नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि आपकी राशि के लिए यह सूर्य गोचर कैसा रहने वाला है।

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    तुला राशि पर प्रभाव

    सूर्यदेव आपकी कुंडली के एकादश भाव के स्वामी हैं और अब दशम भाव में गोचर कर रहे हैं। यह भाव करियर, सामाजिक प्रतिष्ठा और पद से जुड़ा होता है। सूर्य की दृष्टि चतुर्थ भाव पर पड़ रही है, जिससे घरेलू जिम्मेदारियां, माता-पिता की देखभाल और संपत्ति संबंधी विषय उभर सकते हैं।

    आपको कार्यस्थल पर नेतृत्व की भूमिका या सार्वजनिक सराहना मिल सकती है। कर्क राशि में सूर्य देव और बुधदेव की युति आपके वरिष्ठों और अधिकारियों से संवाद को बेहतर बनाएगी।

    सूर्य का यह गोचर आपके करियर को स्थायित्व और भावनात्मक पुष्टि देगा। यदि आप पारिवारिक व्यवसाय में हैं तो यह समय विशेष रूप से लाभकारी रहेगा। काम और घर की जिम्मेदारियों में संतुलन जरूरी है वरना थकावट हावी हो सकती है। ये समय खासतौर पर सरकारी सेवा, प्रशासनिक पदों या मैनेजमेंट से जुड़े लोगों के लिए काफी अनुकूल है। अगर आप फैमिली बिजनेस से जुड़े हैं, तो अच्छी तरक्की संभव है।

    तुला राशि के लिए उपाय -

    अपने कार्यस्थल पर रोज दीपक जलाएं। अपनी माता या किसी बुजुर्ग को मिठाई अर्पित करें। ओपल या हीरा धारण करना सौहार्द बढ़ा सकता है।

    वृश्चिक राशि पर प्रभाव

    सूर्यदेव आपकी कुंडली के दशम भाव के स्वामी हैं और अब नवम भाव में गोचर कर रहे हैं। यह गोचर आध्यात्मिकता, लंबी यात्राओं और उच्च शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करेगा। सूर्य की दृष्टि तृतीय भाव पर है, जो साहस, कौशल विकास और संवाद को मजबूत करता है।

    कर्क राशि में बुधदेव के साथ सूर्य की युति आध्यात्मिक लेखन, पब्लिशिंग या मेंटरशिप के लिए श्रेष्ठ समय है। पितृ तुल्य व्यक्तियों से आशीर्वाद या गुरुजनों से लाभ मिल सकता है।

    आप उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ सकते हैं या किसी महत्वपूर्ण यात्रा से जीवन दृष्टिकोण में परिवर्तन महसूस कर सकते हैं। आप ऐसी सार्थक यात्राओं में शामिल हो सकते हैं जो आपकी मान्यताओं को एक नई दिशा दें। इस समय के दौरान आपको अपना भाग्य आपके साथ चलता हुआ महसूस हो सकता है।

    वृश्चिक राशि के लिए उपाय  -

    सूर्योदय पर सूर्यदेव को जल अर्पित करें। धार्मिक ग्रंथों का पाठ करें। रविवार को हल्दी या पीले वस्त्र दान करें।

    धनु राशि पर प्रभाव

    आपकी कुंडली में सूर्यदेव नवम भाव के स्वामी हैं और अब अष्टम भाव में गोचर कर रहे हैं। यह भाव परिवर्तन, गुप्त ज्ञान और साझे संसाधनों से जुड़ा होता है। सूर्य की दृष्टि द्वितीय भाव पर पड़ रही है, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति, पारिवारिक मूल्यों और वाणी पर प्रभाव पड़ सकता है।

    कर्क राशि में बुधदेव के साथ सूर्य की युति के कारण कुछ छुपी हुई जानकारी या दबी हुई भावनाएँ सामने आ सकती हैं। यह समय आंतरिक बदलाव और मनोवैज्ञानिक जागरूकता का है।

    आपको अचानक लाभ या पैतृक संपत्ति से लाभ मिल सकता है। यह समय गहरे डर या ट्रॉमा को हील करने और साझी वित्तीय समस्याओं को सुलझाने का भी है। आपका धैर्य और आध्यात्मिक समर्पण इस गहन और रूपांतरकारी समय से निकलने में आपकी सबसे बड़ी ताकत साबित होगा।

    धनु राशि के लिए उपाय -

    गरीब बच्चों को लड्डू अर्पित करें। यदि उपयुक्त हो तो पुखराज पहनें। “आदित्य हृदय स्तोत्र” का पाठ करें।

    यह लेख astropatri.com के सौजन्य से प्रस्तुत है। सुझाव व प्रतिक्रियाओं के लिए hello@astropatri.com पर ईमेल करें।