Teacher's Day 2025 पर गुरुजनों को करें धन्यवाद इन बेहतरीन पुस्तकों के साथ!

अगर आप अपने गुरु को को 2025 के शिक्षक दिवस पर किताबें भेंट करना चाहते हैं तो यहां कुछ विकल्प दिए गए हैं जिन्हें आप चुन सकते हैं। डालिए पूरी जानकारी पर नजर।
टीचर्स डे 2025 पर अध्यापक को उपहार देने के लिए किताबें
टीचर्स डे 2025 पर अध्यापक को उपहार देने के लिए किताबें

शिक्षक दिवस हमारे जीवन में एक विशेष अवसर होता है, जब हम अपने गुरुजनों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। गुरु ही वह प्रकाश होते हैं जो हमारे जीवन की अंधकारमयी राह को ज्ञान और संस्कारों से रोशन करते हैं। Teacher's Day 2025 पर अगर आप अपने शिक्षकों को कुछ अनोखा और यादगार भेंट देना चाहते हैं, तो पुस्तकों से बेहतर उपहार और कुछ नहीं हो सकता। किताबें केवल शब्दों का संग्रह नहीं होतीं, बल्कि यह प्रेरणा, ज्ञान और जीवन दर्शन का खजाना होती हैं। ऐसी पुस्तकें केवल उपहार ही नहीं बल्कि ज्ञान और प्रेरणा का भंडार होती हैं। इस विशेष दिन पर यदि आप अपने गुरुजनों को ये उपहार देंगे तो यह निश्चय ही उनके दिल को छू सकता है। पुस्तक से संबंधित अन्य जानकारी के लिए आप हाउस ऑफ बुक्स की कैटेगरी पर जा सकते हैं।

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Top Five Products

  • Wings Of Fire An Autobiography

    डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के द्वारा लिखी गई उनकी यह आत्मकथा विंग्स ऑफ फायर शिक्षक दिवस के दिन अपने गुरु को भेंट करने के लिए बढ़िया विकल्प साबित हो सकता है। यह कुल 180 पन्नों की किताब है जो अंग्रेजी भाषा में लिखी गई है। इस किताब में अब्दुल कलाम जी ने अपने सपनों और उपलब्धियों को सरल और प्रेरणादायक अंदाज में लिखा है। यह किताब हमें बताती है कि कैसे एक साधारण परिवार में जन्म लेने वाले कलाम जी ने अपनी मेहनत, लगन और ईमानदारी के बल पर भारत के मिसाइल मैन और बाद में देश के राष्ट्रपति बनने तक का सफर तय किया। साथ ही, इसमें आपको उनके बचपन की कहानियां और शिक्षा के अनुभव के बारे में भी देखने को मिल सकता है। यह किताब एक प्रेरणादायक किताब मानी जा सकती है।

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  • Shri Ram Charitmanas

    हिन्दी भाषा में लिखी गई इस रामचरित मानस में भगवान राम के जीवन की कथा, भक्ति और धर्म के संदेश आदि का वर्णन किया गया है। यह काफी सरल भाषा में लिखी गई है जिसे पढ़ना काफी आसान है और साथ ही, आप इसे अपने शिक्षक को उपहार के तौर पर भी दे सकते हैं। यह कुल 1055 पन्नों की किताब है, जो सात काण्डों में विभाजित है और भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण धार्मिक एवं प्रेरणादायक ग्रंथ माना गया है। गीता प्रेस गोरखपुर द्वारा प्रकाशित यह पुस्तक हल्के वजन में भी उपलब्ध है।

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  • Vishvaguru Vivekananda

    स्वामी विवेकानंद का नाम भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में अध्यात्म, युवाशक्ति और मानवीय मूल्यों के प्रतीक के रूप में लिया जाता है। एम. आई. राजसवे द्वारा लिखित विश्वगुरु विवेकानंद एक ऐसी पुस्तक है जो विवेकानंद जी के जीवन, उनके विचारों और समाज के लिए किए गए कार्यों को सरल और प्रभावशाली भाषा में प्रस्तुत करती है। इस पुस्तक को पढ़कर न केवल उनके व्यक्तित्व से जुड़ने का अनुभव प्राप्त हो सकता है बल्कि जीवन को नए तरीके से जीने की प्रेरणा भी मिल सकती है। यदि आप इस Teacher's Day पर अपने गुरु को एक सार्थक और प्रेरणादायक उपहार देना चाहते हैं, तो यह पुस्तक एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। यह उपहार न केवल आभार व्यक्त करने में मदद कर सकता है बल्कि आपकी भावनाओं को उन तक पहुंचाने में भी मदद कर सकता है।

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  • The Teacher Wars: A History of America's Most Embattled Profession

    डाना गोल्डस्टीन की किताब “द टीचर्स वॉर” शिक्षकों के पेशे से जुड़े संघर्ष और चुनौतियों की गहरी झलक पेश करती है। इसमें लेखक ने अमेरिका के शिक्षा व्यवस्था को शब्दों के माध्यम से बताया है और साथ ही यह भी कि वहां शिक्षकों की भूमिका किस तरह से समय-समय पर राजनीति, समाज और सुधार आंदोलनों के बीच हमेशा घिरी रही है। किताब यह बताती है कि शिक्षक सिर्फ ज्ञान बांटने वाले नहीं, बल्कि समाज में बदलाव के महत्वपूर्ण आधार भी हैं। यह पुस्तक शिक्षा से जुड़े लोगों और समाज के हर वर्ग को सोचने पर मजबूर कर सकती है कि अच्छे शिक्षक के बिना कोई भी देश आगे नहीं बढ़ सकता। यह किताब शिक्षक दिवस के दिन पर गुरु को भेंट की जा सकती है।  


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  • Educational Philosophy of Dr S Radhakrishnan

    डॉ. वी. एन. देशपांडे द्वारा लिखित और रश्मि तेर्दल द्वारा संपादित यह पुस्तक “एजुकेशनल फिलोस्फी ऑफ डॉ. एस राधाकृष्णन” में राधाकृष्णन के शैक्षिक चिंतन को सरल रूप में प्रस्तुत किया गया है। यह किताब 260 पन्नों की है जिसमें लेखक ने यह बताया है कि डॉ. राधाकृष्णन शिक्षा को केवल ज्ञान प्राप्ति का साधन नहीं, बल्कि व्यक्तित्व निर्माण, नैतिकता और आध्यात्मिक विकास का माध्यम भी मानते थे। उनका विश्वास था कि शिक्षा का उद्देश्य केवल रोजगार तक सीमित न होकर इंसान को बेहतर इंसान बनाना होना चाहिए। यह पुस्तक विद्यार्थियों से लेकर शिक्षकों तक के लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकता है और शिक्षक दिवस के अवसर पर इस किताब को अपने गुरुजन को भेंट भी किया जा सकता है। 


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इन्हें भी पढ़ें:

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Faq's

  • शिक्षक दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?
    +
    भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। इस दिन डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती है और उनके सम्मान में इस दिन को मनाया जाता है।
  • डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन कौन थे?
    +
    डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति थे और एक प्रतिष्ठित दार्शनिक भी थे। उन्होंने अपना अधिकांश जीवन भारतीय शिक्षा और दर्शन के क्षेत्र में समर्पित किया था।
  • शिक्षक दिवस पर पुस्तकें क्यों उपहार में देना चाहिए?
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    पुस्तकें ज्ञान और प्रेरणा की स्रोत मानी जाती हैं, जो शिक्षकों के लिए एक अनमोल उपहार साबित हो सकती हैं।