गर्मी से राहत पाने के लिए कूलर सबसे ज़रूरी उपकरण हैं। एसी के बाद, कूलर गर्मी से सबसे ज़्यादा राहत देने वाले माने जाते हैं। ऐसे में अगर आप इस बरसात के मौसम की चिपचिपी और उमस भरी गर्मी से बिना ज़्यादा पैसे खर्च किए राहत पाना चाहते हैं, तो Air Cooler उसके लिए सबसे अहम विकल्प हो सकते हैं। इस लेख में हम आपको Humidity Control फीचर के साथ आने वाले 5 शानदार एयर कूलर विकल्पों की जानकारी देंगे, जो भारत के जाने-माने और भरोसेमंद ब्रांड्स जैसे Bajaj, क्रॉम्पटन और सिम्फनी की तरफ से आते हैं। ये बरसात के मौसम में होने वाली चिपचिप और उमस को कमरे में कम करके ठंडी हवा प्रदान करते हैं, जिससे कमरे में आरामदायक माहौल बना रहता है और रात के समय आप आराम की नींद सो पाते हैं। तो आइए जानते हैं, होम सॉल्यूशंस एंड इलेक्ट्रॉनिक्स के गर्मी से राहत देने वाले सबसे अहम प्रोडक्ट एयर कूलर के विकल्पों के बारे में।
ह्यूमिडिटी कंट्रोल वाले एयर कूलर कैसे काम करते हैं?
भारत में जब बरसात के मौसम की शुरुआत होती है तो Humidity Control फीचर के साथ आने वाले कूलर ज्यादा फायदेमंद होते हैं जिससे यह बरसात की चिपचिप गर्मी को कम करक बेहतर ठंडक प्रदान करते हैं।
- इन एयर कूलर में इन-बिल्ट ह्यूमिडिटी सेंसर होते हैं जो कमरे में लगातार हवा में नमी या पानी की मात्रा को कम करते रहते हैं, जिससे उमस भरे मौसम में बेहतर हवा मिलती है। जो सामान्य कूलर नही दे पाते।
- ह्यूमिडिटी कंट्रोल वाले Cooler में पानी के प्रवाह को कंट्रोल किया जा सकता है, जिससे हवा में नमी अधिक होने के समय पानी को कम करके कमरे के अंदर हवा बेहतर बनी रहती है।
- इन कूलर में मल्टी-स्टेज कूलिंग पैड्स होते हैं, जिससे पैड्स उतना ही गीले होते हैं जितना उनको जरुरत होती है। इससे चिपचिपा कम महसूस होता है और रात के समय आरामदायक नींद आती है।
कूलर लेते समय किन बातों का रखें ध्यान?
एयर कूलर लेते समय कुछ जरुरी बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि आप पहली बार में ही सही प्रोडक्ट का चुनाव कर सकें। इससे बाद में परेशानी नहीं होती और गर्मियों में ठंडी हवा का पूरा फायदा उठाया जा सकता है।
- कूलर का चुनाव कमरे के आकार के अनुसार करना चाहिए। छोटे कमरों के लिए पर्सनल या Tower Cooler बेहतर रहते हैं, जबकि बड़े कमरों के लिए डेजर्ट कूलर ज्यादा असरदार होते हैं।
- टैंक जितना बड़ा होगा, उतनी देर तक कूलर ठंडी हवा देगा। छोटे कूलर में 30-40 लीटर का टैंक होता है, जबकि बड़े Desert Cooler में 80 से लेकर 110 लीटर तक की क्षमता मिलती है, जिससे बार-बार पानी भरने की ज़रूरत नहीं पड़ती।
- कूलर की हवा कितनी दूर तक जाती है, यह देखना जरूरी है। Air Throw ज्यादा होने से कमरे के हर कोने में एकसमान ठंडी हवा मिलती है।
- ऐसे कूलर का चुनाव करें जो कम बिजली खर्च करता हो और इन्वर्टर पर भी अच्छी तरह चल सके। इससे बिजली बचती है और पावर कट में भी ठंडी हवा मिलती रहती है।
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