गुरुद्वारा ज्योति स्वरूप में धूमधाम से मनाया जाता है प्रकाश पर्व
एचएस शम्मी, संगरूर : नाभा गेट स्थित गुरुद्वारा ज्योति स्वरूप साहिब में हर वर्ष की तरह इस बार भी
एचएस शम्मी, संगरूर : नाभा गेट स्थित गुरुद्वारा ज्योति स्वरूप साहिब में हर वर्ष की तरह इस बार भी श्री गुरु नानक देव जी महाराज का प्रकाश पर्व उत्साह के साथ मनाया जाएगा। गुरुद्वारा साहिब में दूर-दूर से बड़ी संख्या में संगत श्रद्धा भाव से आकर आशीर्वाद प्राप्त करती है। यहां पर निरंतर गुरु का लंगर अटूट चलाया जाता है तथा दिन रात कीर्तन का प्रवाह चलता रहता है।
गुरु घर का इतिहास
संत अतर ¨सह जी महाराज मस्तुआणा साहिब की याद में बना
यह गुरुद्वारा संत बाबा अतर ¨सह जी महाराज की याद में बनाया गया था। यह पर संत जी अपनी जीवित अवस्था में विराजमान हुए थे। जब बाबा जी यहां पर बीमार हुए तो उनका इलाज करने हेतु दिल्ली से डाक्टर यहां पहुंचा। करीब एक सप्ताह बाद ही संत जी स्वर्ग सिधार गए। आज यहां गुरुद्वारा साहिब सुशोभित है, वह कभी जींद रियासत के वजीर गुर¨वदर ¨सह का बंगला हुआ करता था। संत जी के चोला छोड़ने उपरांत उनकी पुत्री माता जसवंत कौर द्वारा यह जगह संत जी की याद में दान कर दी गई।
बड़ी संख्या में पहुंचते हैं श्रद्धालु
गुरुद्वारा साहिब के मुख्य सेवादार जत्थेदार जसवंत ¨सह का कहना है कि संतों की याद में यहां पर सचखंड साहिब का निर्माण करवाया गया। वह महापुरुषों के बताए मार्ग पर चलते हुए धर्म का प्रचार व प्रसार करने में लगे हुए हैं। गुरुद्वारा साहिब का मुख्य दफ्तर गुरु का तालाब आगरा में स्थित है। वह पिछले करीब 37 वर्षों से गुरू घर की सेवा निभा रहे हैं।