फेसबुक की Missed call से रहें सावधान! पंजाब में अमीरों को Honey Trap में फंसा रहीं शातिर महिलाएं
पंजाब में हनी ट्रैप का नया खेल सामने आ रहा है। रात के अंधेरे में सड़क पर लड़कियां माडर्न ड्रेस में खड़ी होती थीं। वह कार में अकेले लोगों को देख कार रुकवाती थीं। इसके बाद ब्लैकमेलिंग और धमकी का खेल शुरू हाेता है।
मोगा, जेएनएन। इंटरनेट मीडिया (Internet Media) की आड़ में चल रहे हनी ट्रैप गिरोह (Honey Trap Gang) का सीआइए स्टाफ पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने कोटकपूरा रोड स्थित नयना देवी मंदिर वाली गली में छापामारी कर महिला सहित गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि गिरोह की महिला सदस्य किसी भी फेसबुक फ्रेंड (Fecebook Friend) को मैसेंजर (Messenger) पर मिस्ड काल (Missed Call) करती थीं। बैक काल आने पर बातों का सिलसिला शुरू होता था। दोस्ती होने पर वे जाल में फंसे व्यक्ति को अकेले बुलाती थीं। जैसे ही वह अपनी फेसबुक फ्रेंड (Fecebook Friend) के पास पहुंचता था, तभी कुछ लोग आकर उसका वीडियो (Viedio) बना लेते थे। इसके बाद उसे धमकाते थे। पिछले दिनों ऐसे मामले पंजाब के अन्य शहरों में सामने आए हैं।
वीडियो के माध्यम से ब्लैकमेलिंग का खेल
वीडियो के माध्यम से ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू होता था। सीआइए स्टाफ के प्रभारी इंस्पेक्टर त्रिलोचन सिंह ने बताया कि सोमवार रात वह बहोना चौक के पास मौजूद थे। तभी उन्हें सूचना मिली कि नयना देवी मंदिर वाली गली में कुछ लोग मौजूद हैं, जो अमीराें को जाल में फंसा उन्हें ब्लैकमेल करते हैं। इसके बाद छापामारी कर कमालपुरा, लुधियाना के वर्तमान में विश्वकर्मा भवन, मोगा में रह रहे निर्मल सिंह, रंणसींह कलां के मग्गर सिंह, मीयां सिंह वाला, जिला फिरोजपुर के बूटा सिंह और मुल्लांपुर, लुधियाना की मनजोत कौर को गिरफ्तार किया गया।
इनके अलावा गांव चन्नूवाला की अमनदीप कौर, नयना देवी मंदिर के पास रहने वाले सुखी सिंह, मनजोत कौर व गुरमीत कौर और मुल्लांपुर, लुधियाना के इकबाल सिंह और कुलविंदर कौर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस जांच कर रही है कि इन लोगों का संरक्षक कौन है। कौन-कौन लोग इस गिरोह में शामिल हैं।
नया नहीं है ये मामला
कोटकपूरा रोड पर इस तरह का मामला नया नहीं है। कुछ साल पहले यहां पुलिस मुलाजिमों की कथित मिलीभगत से ये अवैध कारोबार होता था। रात के अंधेरे में सड़क पर कुछ लड़कियां माडर्न ड्रेस में खड़ी होती थीं। वे कार में अकेले लोगों को देख कार रुकवाती थीं। बाद में उन्हें फुसलाकर घर ले जाती थीं। घर पहुंचते ही पुलिस की छापामारी होती थी। बाद में ब्लैकमेलिंग शुरू होती थी। अभी भी यहां पर कोटकपूरा रोड स्थित रेलवे ओवरब्रिज से लेकर सिंसघावाला स्थित पावर ग्रिड स्टेशन तक करीब छह-सात लड़कियां सड़क पर खड़ी दिख जाती हैं।
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