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    पंजाब की हाई सिक्योरिटी बठिंडा केंद्रीय जेल का वार्डन अरेस्ट, नशे की सप्लाई करता था; यहीं हुआ था लॉरेंस का इंटरव्यू

    Updated: Sun, 28 Dec 2025 12:53 PM (IST)

    बठिंडा केंद्रीय जेल में नशा सप्लाई करने के आरोप में एक वार्डन वरिंदर कुमार को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस और जेल प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई में उसके ...और पढ़ें

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    बठिंडा केंद्रीय जेल। (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, बठिंडा। पंजाब की हाई-सिक्योरिटी बठिंडा केंद्रीय जेल फिर से सुर्खियां बाटोर रही है। इस जेल का वार्डन अब पुलिस के हत्थे चढ़ा है। दरअसल ये वार्डन जेल के अंदर नशा सप्लाई करता था। ये वही जेल है, जिसे पंजाब की हाई-सिक्योरिटी सुधार ग्रह माना जाता है और यहीं सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का मास्टर माइंड आरोपित गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का इंटरव्यू हुआ था।

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    ताजा मामले में आरोप है कि वार्डन कैदियों तक नशीले पदार्थ पहुंचा रहा था। पुलिस और जेल प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए आरोपित वार्डन से 27 ग्राम हेरोइन, 21 ग्राम अफीम व 60 प्रतिबंधित कैप्सूल बरामद किए है।

    जिसके बाद आरोपित जेल वार्डन सिपाही वरिंदर कुमार निवासी गांव खोरपुर जिला फाजिल्का के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया और उसे सस्पेंड कर उसके खिलाफ अगली कार्रवाई शुरू कर दी है।

     

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    जेल के अंदर क्वार्टर से किया गया अरेस्ट

    बताया जा रहा है कि आरोपित जेल वार्डन को महिला जेल के अंदर बने सरकारी क्वार्टर से गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि वह कितने समय से जेल के अंदर नशा सप्लाई करने का काम करता आ रहा था।

    पुलिस ने उसका पुलिस रिमांड लेकर पूछताछ कर रही है। बता दें कि इससे पहले भी जेल के कई कर्मचारी नशा सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार किए जा चुके है।

     

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    नशा सप्लाई की शिकायतें मिलने पर कार्रवाई

    प्राप्त जानकारी के अनुसार बठिंडा केंद्रीय जेल में लंबे समय से नशे की तस्करी की शिकायतें मिल रही थीं। कुछ कैदियों के असामान्य व्यवहार और जेल परिसर में प्रतिबंधित वस्तुओं की बरामदगी के बाद प्रशासन सतर्क हुआ।

    इस पर जेल प्रशासन ने स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर गुप्त जांच शुरू की। जांच के दौरान संदेह की सुई जेल के ही एक वार्डन पर जाकर टिक गई। बताया जा रहा है कि आरोपित जेल वार्डन सिपाही वरिंदर कुमार अपनी ड्यूटी का दुरुपयोग करते हुए जेल के अंदर नशीले पदार्थ पहुंचाता था।

     

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    बाहरी तस्करों से संपर्क बना कमा रहा था पैसा

    आरोपित वार्डन बाहरी तस्करों से संपर्क में था और जेल में बंद कैदियों को मोटी रकम लेकर नशा सप्लाई करता था। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि वह लंबे समय से इस अवैध गतिविधि में शामिल था और जेल की सुरक्षा व्यवस्था की खामियों का फायदा उठा रहा था।

    आरोपित वार्डन को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है ताकि उससे गहन पूछताछ की जा सके।

     

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