Railways: महिला ट्रेन चालकों ने नौकरी की श्रेणी बदलने को कहा, गुंडों के हमले के बाद उठने लगी मांग
तमिलनाडु में मालगाड़ी की महिला गार्ड पर हमला किए जाने के बाद महिला चालकों का प्रतिनिधित्व करने वाली रेलवे यूनियनों ने नौकरी की श्रेणी बदलने के लिए एक बार का विकल्प देने की मांग तेज कर दी है। मदुरै रेलवे स्टेशन के निकट लाल सिग्नल पर मालगाड़ी के रुकने पर उस पर तैनात 28 वर्षीय गार्ड रेखा पर कुछ गुंडों ने हमला कर दिया था।
पीटीआई, नई दिल्ली। तमिलनाडु में मदुरै रेलवे स्टेशन के निकट सोमवार को मालगाड़ी की महिला गार्ड पर हमला किए जाने के बाद महिला चालकों का प्रतिनिधित्व करने वाली रेलवे यूनियनों ने नौकरी की श्रेणी बदलने के लिए एक बार का विकल्प देने की मांग तेज कर दी है।
मदुरै रेलवे स्टेशन के निकट लाल सिग्नल पर मालगाड़ी के रुकने पर उस पर तैनात 28 वर्षीय गार्ड रेखा पर कुछ गुंडों ने हमला कर दिया था। गंभीर हालत में रेखा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले में एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है।
महिला गार्ड पर हमले के बाद चालकों समेत महिला फ्रंटलाइन कर्मचारियों ने अपनी सुरक्षा पर चिंता जताई और कहा कि यह घटना महिलाओं को सुरक्षित परिस्थितियां उपलब्ध कराने की रेलवे की विफलता को दर्शाती है। महिला चालकों ने भी मालगाड़ी में चालक अथवा गार्ड के रूप में तैनाती को सुरक्षा की ²ष्टि से सही नहीं बताया।
इंडियन रेलवे लोको रनिंगमैन संगठन (आइआरएलआरओ) के कार्यकारी अध्यक्ष संजय पांधी ने कहा कि यह पहली घटना नहीं है। पहले भी महिला फ्रंटलाइन कर्मचारियों को इस प्रकार के हमलों का सामना करना पड़ा है। रेलवे में सुरक्षा को पहली प्राथमिकता रखते हुए महिला कार्यबल को तैनात करने का प्रविधान नहीं होने के कारण वे सदैव असुरक्षित रहती हैं।