सोने ने पिछले 20 वर्षों में लगातार बेहतरीन रिटर्न दिया है, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट
भारत में धनतेरस के दिन सोना खरीदने की परंपरा रही है। ऑक्सफ़ैम की रिपोर्ट के मुताबित भारतियों के पास दुनिया का एक चौथाई सोना है। इस साल दुनिया में अनिश...और पढ़ें
विवेक तिवारी जागरण न्यू मीडिया में एसोसिएट एडिटर हैं। लगभग दो दशक के करियर में इन्होंने कई प्रतिष्ठित संस्थानों में कार् ...और जानिए
नई दिल्ली। अनुराग मिश्रा/विवेक तिवारी । हिंदू धर्म में सोने को सूर्य की शक्ति का प्रतीक मानते हैं। सोना पवित्रता का प्रतीक है। सोना संपन्नता का भी प्रतीक है। ऐसे में संपन्नता, सौभाग्य और वैभव प्रदान करने वाले पर्व के तौर पर ही दिवाली मनाई जाती है। भारत में धनतेरस के दिन सोना खरीदने की परंपरा रही है। ऑक्सफ़ैम की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के लोगों के पास दुनिया का एक चौथाई सोना है। इस साल दुनिया में अनिश्चिता, युद्ध, मंदी और महंगाई के माहौल के बीच सोने में निवेश आपको मालामाल बना सकता है। इतिहास पर नजर डालें तो जब भी मुश्किल समय आया है सोने ने निवेशकों को कभी निराश नहीं किया है। वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनी स्मॉलकेस के अध्ययन के अनुसार, पिछले 20 वर्षों में सोने ने औसतन 11.2 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
इस समय पूरी दुनिया में अनिश्चित का माहौल है। एक तरफ रूस और युक्रेन का युद्ध चल रहा है वहीं दूसरी तरफ इजराइल और हमास के बीच जंग छिड़ी हुई है। ऐसे में पूरी दुनिया के निवेशक इस समय सोने को सुरक्षित निवेश विकल्प के तौर पर देख रहे हैं। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफीसर डेविड टैट ने हाल ही में इंडियन गोल्ड फॉन्फ्रेंस में कहा कि सोने में तेजी फिलहाल बनी रहेगी। अनिश्चिता के इस माहौल में सोने में निवेश तेजी से बढ़ेगा। ऐसे में 2024 में भी सोने में तेजी बनी रहने की संभावना है। वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनी स्मॉलकेस के अध्ययन के अनुसार त्योहारी सीजन, खासकर दिवाली के दौरान सोने की मांग मजबूत रहने की संभावना है। स्मॉलकेस की रिपोर्ट के मुताबिक, भू-राजनीतिक अनिश्चितता के समय में लोग सोने को सुरक्षित निवेश के विकल्प के तौर पर पसंद कर रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक सोने ने पिछले 20 वर्षों में लगातार बेहतरीन रिटर्न दिया है। सोने ने 2011 में 30.7 फीसदी तक रिटर्न दिया। वहीं 2010 में सोने ने 24.8 फीसदी रिटर्न दिया। 2020 में सोने ने 28 फीसदी रिटर्न दिया, निवेशकों को 2019 में सोने में 21.3 फीसदी रिटर्न मिला हैं। रिपोर्ट के मुताबिक कहा जा सकता है कि पिछले पांच सालों में (2022 तक) निवेशकों को सोने में 11 फीसदी का चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से रिटर्न मिला है। निवेशकों को सोने ने कभी निराश नहीं किया। उदाहरण के लिए, कोविड-19 का संकट हो या रूस-यूक्रेन युद्ध, निफ्टी का रिटर्न जहां नकारात्मक रहा है वहीं सोने का 20 प्रतिशत से से ज्यादा का रिटर्न दिया है।
महंगाई के खिलाफ भी हथियार है सोना
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