Move to Jagran APP

सरकार ने बढ़ाई सड़क निर्माण की रफ्तार, चालू वित्त वर्ष में 85 प्रतिशत परियोजनाओं को समय पर पूरा करने का लक्ष्य

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग सचिव अनुराग जैन ने बुधवार को कहा कि सड़क मंत्रालय को पर्यावरण और वन मंजूरियां तेजी से मिल रही हैं। प्रधानमंत्री द्वारा प्रगति बैठक कैबिनेट सचिवालय की निगरानी एकीकृत परियोजना निगरानी पोर्टल की शुरुआत योजना में पीएम गतिशक्ति के उपयोग ने परियोजनाओं के पूरे जीवन चक्र के दौरान क्रियान्वयन की गति में काफी सुधार किया गया है।

By AgencyEdited By: Ashisha Singh RajputPublished: Wed, 04 Oct 2023 07:48 PM (IST)Updated: Wed, 04 Oct 2023 07:48 PM (IST)
सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय 150 करोड़ रुपये या उससे अधिक की लागत की परियोजनाओं की निगरानी करता है।

पीटीआई, नई दिल्ली। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग सचिव अनुराग जैन ने बुधवार को कहा कि सड़क क्षेत्र की लगभग 85 प्रतिशत परियोजनाएं चालू वित्त वर्ष के अंत तक पूरा हो जाने की उम्मीद है। इसके कारण सरकार ने त्वरित मंजूरी के लिए निगरानी और मुद्दों के तेजी से निपटान जैसे उपाय किए हैं, जिनके नतीजे मिलने लगे हैं। सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, सड़क परिवहन और राजमार्ग क्षेत्र में लंबित परियोजनाओं की संख्या सबसे अधिक है।

loksabha election banner

परियोजनाओं को समय पर पूरा करने की चुनौती

यह मंत्रालय 150 करोड़ रुपये या उससे अधिक की लागत की परियोजनाओं की निगरानी करता है। जैन ने कहा, 'सड़क मंत्रालय को पर्यावरण और वन मंजूरियां तेजी से मिल रही हैं और लंबित परियोजनाओं के निगरानी तंत्र में सुधार किया गया है।' उन्होंने कहा, 'हमने परियोजनाओं को समय पर पूरा करने को एक चुनौती के रूप में लिया है। ऐसे मामले जहां परियोजना में पहले से ही देरी हो रही है, उनमें एक संशोधित समयसीमा को लक्ष्य के रूप में लिया है। मुझे लगता है कि इस वित्त वर्ष के अंत तक हम करीब 85 प्रतिशत परियोजनाओं को समय पर पूरा कर लेंगे।'

क्रियान्वयन की गति में किया गया काफी सुधार : जैन

जैन ने कहा, 'प्रधानमंत्री द्वारा प्रगति बैठक, कैबिनेट सचिवालय की निगरानी, एकीकृत परियोजना निगरानी पोर्टल की शुरुआत, योजना में पीएम गतिशक्ति के उपयोग ने परियोजनाओं के पूरे जीवन चक्र के दौरान क्रियान्वयन की गति में काफी सुधार किया है।' सचिव ने कहा कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय 'विलंबित परियोजनाओं' की परिभाषा को मानकीकृत करने के लिए सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के साथ बातचीत कर रहा है।

सड़क मंत्रालय की संपत्ति बाजार पर चढ़ने की योजना

सड़क मंत्रालय की संपत्ति मौद्रीकरण यानी बाजार पर चढ़ने की योजना पर जैन ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की सड़क मौद्रीकरण की गति धीमी नहीं हुई है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) भी अपने संपत्ति को बाजार में चढ़ाने के लक्ष्य को हासिल कर लेगा। उन्होंने कहा, ''हमने टोल-परिचालन-स्थानांतरण (टीओटी) मॉडल, इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (इनविट) मॉडल के तहत बाजार में चढ़ाने वाली सड़क परियोजनाओं की पहचान की है। आप इस साल काफी गतिविधियां देखेंगे।''

यह भी पढ़ें- Cooperative Bank Scam: केरल में सहकारी बैंक घोटालों पर भड़के अनिल एंटनी, राज्य सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

इनविट म्यूचुअल फंड की तरह का उत्पाद है, जो निवेशकों से पैसा जुटाता है और समय के साथ नकदी प्रवाह देने वाली संपत्तियों में निवेश करता है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने चालू वित्त वर्ष में संपत्ति मौद्रीकरण के विभिन्न माध्यमों के जरिये 40,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।

यह भी पढ़ें- बैंकॉक के मॉल में अंधाधुंध गोलियां चलाकर दो लोगों की हत्या, संदिग्ध ने नकली हैंडगन को मॉडिफाई कर किया इस्तेमाल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.