पोर्ट ब्लेयर, एएनआई। विशेष जांच बल (SIT) ने अंडमान निकोबार द्वीप समूह के पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण और तीन अन्य लोगों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म मामले में 935 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की। एसआईटी ने शुक्रवार को यह चार्जशीट दाखिल की।
जांच के लिए SIT का हुआ था गठन
बता दें कि सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच के लिए अंडमान निकोबार पुलिस ने एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी की अध्यक्षता में एक एसआईटी का गठन किया था। जिसमें एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और 5 अन्य सदस्य शामिल थे।
IPC की इन धाराओं के तहत मामला दर्ज
पुलिस के मुताबिक, एसआईटी ने 90 दिनों तक गहन जांच कर कई सबूत एकजुट किए। मामले में बरामद किए गए इलेक्ट्रॉनिक और जैविक सबूतों को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। एसआईटी ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की 10 धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। जिसमें 367, 376सी, 376डी, 354, 328, 201, 120बी, 500 और 228ए शामिल हैं।
क्या है पूरा मामला ?
सामूहिक दुष्कर्म का मामला पिछले साल अप्रैल-मई माह का बताया जा रहा है। दरअसल, एक महिला ने 21 अगस्त को पुलिस में अप्रैल और मई माह में कथित तौर पर हुए यौन हमले की शिकायत दर्ज कराई। इस दौरान महिला ने पुलिस को आपबीती सुनाई और पुलिस से अनुरोध किया कि सबूत के तौर पर तत्कालीन मुख्य सचिव के आवास के सीसीटीवी फुटेज को संरक्षित किया जाए।
गौरतलब है कि 10 अक्टूबर, 2022 को अदालत के आदेश के बाद मामला दर्ज किया गया था और फिर 10 नवंबर को सामूहिक दुष्कर्म मामले में आरोपी जितेंद्र नारायण की गिरफ्तारी हुई थी।
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